Singrauli political news ! बीजेपी ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए पांचवी सूची जारी कर दी है. इस सूची में सिंगरौली के देवसर विधानसभा सीट से राजेंद्र मेश्राम को अपना प्रत्याशी घोषित किया है. टिकट मिलने के बाद से ही राजेंद्र मेश्राम का विरोध भी शुरू हो गया है. मौजूदा विधायक का टिकट कटने के बाद स्थानीय लोगों ने राजेंद्र मेश्राम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। देवसर विधानसभा के कई कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों ने एकजुट होकर मेश्राम हटाओ और देवसर बचाव के नारे लगाए हैं। साथ ही ग्रामीणों ने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से राजेंद्र मेश्राम को हटाकर स्थानीय उम्मीदवार की मांग कर रहे हैं।
दरअसल, बीजेपी ने सिंगरौली जिले के देवसर विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक सुभाष चंद्र वर्मा का टिकट काटकर पूर्व विधायक राजेन्द्र मेश्राम को उम्मीदवार बनाया है. राजेन्द्र मेश्राम मूलतः 600 किलोमीटर दूर बालाघाट के निवासी बताए जाते हैं, नेहरू हॉस्पिटल में पदस्थित थे। उन्होंने अपना राजनीति सफर सिंगरौली से शुरू किया. वो साल 2013 से 2018 देवसर विधानसभा सीट पर विधायक रहे, लेकिन उनके कार्यकाल से जनता नाखुश थी. काफी विरोध के बाद बीजेपी ने साल 2018 में राजेन्द्र मेश्राम का टिकट काटकर इस सीट से सुभाष वर्मा को मैदान में उतारा. जहां सुभाष वर्मा की जीत हुई थी। लेकिन इस बार पार्टी ने मौजूदा विधायक का टिकट काटकर राजेंद्र मेश्राम को फिर प्रत्याशी बनाया है। देवसर सीट 15 साल से बीजेपी के कब्जे में हैं। यही वजह है कि इस बार भाजपा के पहले कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी वंशमणि वर्मा को चुनाव मैदान उतार दिया था। जिसके बाद भाजपा अपने इस गढ़ को बचाने के लिए कई बिंदुओं पर मंथन कर राजेंद्र मेश्राम को अपना प्रत्याशी बनाया। लेकिन अब राजेंद्र मेश्राम को देवसर विधानसभा के लोग स्थानीय नहीं मान रहे और स्थानीय प्रत्याशी की मांग कर रहे हैं। यह बीजेपी और राजेंद्र मेश्राम के लिए शुभ संकेत बिल्कुल नहीं है।
स्थानीय को टिकट की कर रहे मांग
भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र मेश्राम को इस बार जहां पार्टी में मचे घमासान को खत्म करना चुनौती रहेगी तो वही खुद को स्थानीय साबित करना आसान तो बिल्कुल नहीं होगा। राजेंद्र मेश्राम को टिकट मिलने के बाद माड़ा सहित अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में लोग नाराज है। लोग सड़कों पर उतर कर राजेंद्र मेश्राम हटाओ देवसर बचाओं, नहीं हटाया तो करेंगे मतदान का बहिष्कार जैसे नारों के साथ विरोध शुरू कर दिया है। इस सीट पर सबसे ज्यादा वोटर्स हरिजन समाज के हैं, जो विधानसभा चुनाव में अहम भूमिका निभाते हैं. यहां पर एससी वर्ग के लोगों के अलावा आदिवासी, क्षत्रिय और साहू वोटर्स की संख्या भी अधिक है. देवसर विधानसभा सीट पर एससी वर्ग की नाराजगी से यहां बीजेपी को नुकसान उठाना पढ़ सकता है। Singrauli political news
वंशमणि औंर मेश्राम के बीच होगा मुकाबला
देवसर विधानसभा में कांग्रेस के वंशमणि वर्मा और भाजपा के राजेंद्र मेश्राम के बीच मुकाबला है। चर्चा हैं कि कांग्रेस प्रत्याशी वंशमणि वर्मा स्थानीय है इस लिहाज से राजेंद्र मेश्राम पर भारी पड़ सकते हैं, वहीं दूसरी तरफ देवसर विधानसभा क्षेत्र में कई कोल ब्लॉक कंपनी काम कर रही है जहां के विस्थापित ग्रामीणों में भूमि अधिग्रहण को लेकर असंतोष है, ऐसे में एंटी इनकंबेंसी भी यहां नजर आ रही है। तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा प्रत्याशी को बालाघाट का बताकर विरोध हो रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि चुनाव के समय ही लोगों को हमारी याद आती है जीतने के बाद यह कंपनियों के हो जाते हैं। Singrauli political news