सिंगरौली 31 मई। चितरंगी-कर्थुआ मार्ग के गीर छांदा, पिपरवान में भीषण सड़क हादसे में आटो सवार चालक सहित दो की अकाल मौत हो गयी। यह हादसा यात्री बस एवं आटो वाहन के बीच हुआ है। वहीं बस में सवार मुसाफिरों को भी चोटें आयी हैं। लेकिन टीआई को बस में सवार घायलों की जानकारी नहीं हो पायी।
जानकारी के अनुसार बुधवार की अपरान्ह करीब 3 बजे चितरंगी से शिवम बस सर्विस क्र. एमपी 66 पी 0381 सीधी जा रही थी। चितरंगी नगर से चंद किलोमीटर दूर गीर छांदा के समीप पिपरवान मार्ग में एसडीएम आवास के चंद कदम दूर टर्निंग पर पहुंची की तभी सामने से आटो वाहन क्र. यूपी 64 टी 4690 अनियंत्रित गति में आ रहा था। उक्त टर्निंग पर आटो एवं बस के बीच आमने सामने भिड़ंत हो गयी। इस हादसे में आटो वाहन में सवार वाहन मालिक के पुत्र रघुनाथ साकेत पिता शिवराम साकेत 37 वर्ष निवासी गड़वानी की घटना स्थल पर ही मौत हो गयी। जबकि चालक नरेन्द्र साहू पिता संतोष साहू उम्र 20 वर्ष निवासी सुकहर की उपचार के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चितरंगी में दम तोड़ दिया। वहीं बस में सवार कई मुसाफिरों को भी हल्की चोटे आयी हैं।
बताया जा रहा है कि जिस वक्त दोनों वाहनों में टक्कर हुई तेज आवाज सुनकर एसडीएम चितरंगी अपने बंगले से बाहर आये और इस विभत्स सड़क हादसे को देख तत्काल पुलिस को सूचना दिये। वहीं मौके पर 108 वाहन भी कुछ मिनटों में पहुंच गया। 108 वाहन के पायलेट राकेश द्विवेदी, लवकुश द्विवेदी एवं ईएमटी विनोद बैस ने रेस्क्यू कर अस्पताल ले गये। लेकिन घायलों को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। वहीं घटना की खबर मिलते ही चितरंगी पुलिस स्थल पहुंच हालात का जायजा लिया। प्रत्यक्ष दर्शियों के अनुसार दोनों वाहन तेज गति में थे। टर्निंग पर नियंत्रण खोने की वजह से यह बड़ा हादसा हुआ है। हादसे की जानकारी चितरंगी नगर व पिपरवान-गीर छांदा में आग की तरह फैली। जहां भारी संख्या में आस-पास के लोग पहुंच गये। चितरंगी पुलिस शव को अपने कब्जे में लेकर मामले की जांच कर रही है।
तीन दिन पहले खरीदा था आटो वाहन
जानकारी के मुताबिक मृतक रघुनाथ साकेत के पिता शिवराम साकेत ने तीन दिन पूर्व यूपी से पुराना आटो वाहन किसी से क्रय किया था। पुत्र के लिए रोजी रोटी का इंतजाम किया था, लेकिन ईश्वर को यह सब रास नहीं आया और आज इस सड़क हादसे में आटो वाहन मालिक के पुत्र रघुनाथ साकेत की दर्दनाक मौत हो गयी। इधर प्रत्यक्षदर्शी एवं 108 वाहन के पायलेट बताते हैं कि हादसा इतना विभत्स था कि रेस्क्यू करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। आस-पास के लोगों की मदद लेनी पड़ी। तब जाकर चकनाचूर आटो वाहन में फसे दोनों व्यक्तियों को बाहर निकाला जा सका।