NCL Nigahi mine : नवानगर थाना क्षेत्र में एनसीएल के निगाही खदान से माफिया मजदूरों की जान जोखिम में डालकर पत्थर का अवैध उत्खनन करवा रहे हैं. दो दर्जन से ज्यादा ट्रैक्टर बेख़ौफ़ दिन -रात अवैध पत्थरों का परिवहन कर रहे है.
सिंगरौली – NCL के निगाहीं और अमलोरी खदान के ओवर बर्डन से हर दिन 50 ट्रॉली पत्थर निकाला जाता हैं। एक ट्रॉली की कीमत 15 सौं से 2 हजार रुपए तक ली जाती है। इस तरीके से एक दिन में करीब 1 लाख रुपए और एक महीने में 30 लाख का पत्थर बेच दिया है। यह काम पिछले आठ माह जारी है। इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि अब तक माफिया करीब ढ़ाई करोड़ रुपए से अधिक का बोल्डर पत्थर NCL के ओवर बर्डन से निकालकर बेच चुके हैं। सूत्रों की माने तो यह सब अवैध काम एनसीएल की सुरक्षा में लगे सीआईएसफ और नवानगर पुलिस की देखरेख में किया जाता है।
NCL Nigahi mine : जिले में आपने अभी तक डीजल, कबाड़ ,कोयला माफिया के बारे में जरूर सुना होगा लेकिन इन दिनों नवानगर थाना क्षेत्र अंतर्गत बोल्डर माफिया सक्रिय है.यहां बोल्डर माफिया पत्थरों की खुलेआम चोरी करते नजर आ जाते हैं. पत्थर माफिया को ना तो एनसीएल खदानों की सुरक्षा में लगी सुरक्षा गार्डों का डर है और ना ही नवानगर थाना पुलिस का खौफ. सूत्रों की माने तो बोल्डर से इश्लाम- CISF और नवानगर पुलिस मालामाल हो रहीं हैं ? बोल्डर माफिया दिन-रात ट्रैक्टर ट्राली से ओबी डम्प से पत्थर का परिवहन करते हैं. बाबजूद इसके पुलिस प्रशासन इन माफियों पर नकेल कसने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा हैं.NCL Nigahi mine
खुलेआम होता है कारोबार
निगाही क्षेत्र में पत्थरों का अवैध परिवहन चोरी छुपे नहीं बल्कि खुलेआम चल रहा है. यहां नवानगर थाना के सामने से ट्रेक्टर पत्थरों का परिवहन कर रहे हैं लेकिन पुलिस को इसमें कुछ भी गलत नजर नहीं आ रहा है. यही वजह है कि पत्थर माफिया ओबी डंपर से दिन रात पत्थरों का परिवहन कर इसे नए निर्माण हो रहे घरों में खपा रहे हैं.दो दर्जन ट्रैक्टरों की धमाचौकड़ी दिन भर देखने को मिलती है. सूत्रों की माने तो पुलिस इन्हें खुला संरक्षण दे रखी है. यही वजह है कि यह दिन रात पत्थर माफिया परिवहन कर रहे हैं.NCL Nigahi mine
हर महीने होता है 30 लाख से ज्यादा का खेल
अवैध पत्थर के कारोबार से राजस्व का भी लाखों का नुकसान सरकार को हो रहा है.ओबी में काम कर रहें मजदूर दिनभर निगाही ओबी डंप से पत्थर निकालते हैं और फिर सुबह ट्रैक्टर में लोड कर देते हैं. सूत्रों की माने तो इस क्षेत्र में दो दर्जन ट्रैक्टर बोल्डर की चोरी करते हैं. हर ट्रैक्टर कम से कम दो ट्रिप लगाता है. एक ट्रॉली की कीमत 15 सौं से 2 हजार रुपए तक ली जाती है। इस तरीके से एक दिन में करीब 1 लाख रुपए और एक महीने में 30 लाख का पत्थर बेच दिया जाता है। अगर 8 महीने की बात करें तो करें ढाई करोड़ का बोल्डर बेचा जा चुका है.
इश्लाम बना बोल्डर का बादशाह
सूत्रों के मुताबिक नवानगर का नहीं बल्कि पूरे जिले का इस्लाम बोल्डर का बादशाह बन गया है. बोल्डर किसको और कितनी क्वांटिटी चाहिए पूरी डीलिंग यही करता है. इस्लाम, एक एएसआई और बागरी के जिम्मे बोल्डर का पूरा कारोबार किया जा रहा है. इस कारोबार में लगे सभी ट्रैक्टर ट्राली बिना नंबर के होते हैं इन्हें रुकवाने की कोई जरूरत करे तो माफिया सहित पुलिस कर्मी उन्हें गंभीर अपराध में फंसाने तक की भी धमकी देते हैं ऐसे में मजाल क्या कि कोई इन माफियाओं पर सवाल खड़ा करें.