Bachho : शोक संवेदना व्यक्त करने वालों का लगा तांता, देर शाम नम आखों के साथ किया गया अंतिम संस्कार
Bachho : सिंगरौली 30 अगस्त। अक्सर कहा जाता है कि बड़ो की बात माननी चाहिए। उनकी बातों को हमेशा से गौर कर कभी नहीं टालनी चाहिए. इसका जीता जागता उदाहरण बैढऩ के माजनमोड़ व निगाही जयंत का है. जहां बच्चों की जिद ने तीन परिवारों के घर पर बज्रपात टूट पड़ा है और रमदहा के वाटरफॉल में 6 जिंदगियों की जल समाधि हो गयी.
दरअसल जानकारी के मुताबिक रविवार को बैढऩ के माजनमोड़ निवासी ऋषभ सिंह उम्र 24 वर्ष पिता अनिल सिंह, सुलेखा सिंह पत्नी ऋषभ सिंह उम्र 22 वर्ष अपने बहन व अन्य रिश्तेदारों के साथ रविवार को पिकनिक मनाने छत्तीसगढ़ प्रांत के कोरिया जिले स्थित रमदहा वाटरफॉल को स्पाट चूना। इसकी जानकारी ऋषभ सिंह व उनके रिश्तेदार के बड़े लोगों को हुई तो सभी एक स्वर से मना करने लगे। किन्तु बच्चों के जिद के आगे बड़ो की एक भी नहीं चली। दो वाहनों में करीब 14 लोग सवार होकर घर से मौज मस्ती, फिल्मी गाने सुनते हुए चल दिये. Bachho
हादसे के एक घण्टे पूर्व इंस्टाग्राम में एक वीडियो भी शेयर किया गया है जहां ऋषभ सिंह अपनी पत्नी सुलेखा सिंह व अन्य रिश्तेदारों के साथ फिल्मी गाना गुनगुनाते हुए शेयर किया है। प्रत्यक्ष दर्शियों के मुताबिक वाटर फॉल स्पाट पर पहुंचते ही ऋषभ सिंह की साली श्रद्धा सिंह उम्र 14 वर्ष पानी में सेल्फी लेने पहुंच गयी। इसी दौरान उसका पैर रेत के गहरे पानी में समाने लगा। श्रद्धा को डुबते देख उसकी बड़ी बहन श्वेता सिंह छलांग लगायी। जहां दोनों वाहनों को डूबते देख अन्य लोग वाटरफॉल में कूद पड़े। जिसमें 6 लोगोंं की मौत हो गयी। जबकि सुलेखा सिंह को स्थानीय लोगों की मदद से बचा लिया गया। रविवार से लेकर सोमवार की दोपहर तकरीबन 12 घण्टे तक छग के कोरिया, जनकपुर व सिंगरौली पुलिस की रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद छ: शवों को रिकवर कर पोस्टमार्टम उपरांत शव को मृतक के परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया. Bachho
सेल्फी लेते वक्त हुआ हादसा
घटना के संबंध मेें बताया जा रहा है कि यह हादसा उस वक्त हुआ जब श्रद्धा सिंह वाटरफॉल के गहरे पानी में सेल्फी लेने पहुंची थी। तभी वह डूबने लगी। शायद किसी को नहीं पता था कि वहां पर गहरा पाना है और रेत में पैर धस जायेगा। एक चूक तीन परिवार के लिए भारी पड़ गया और पलभर में ही छ: जिंदगियां हमेशा-हमेशा के लिए सबको छोड़कर चली गयीं. Bachho
कमलेश के तीनों बच्चों को काल ने लीला
जानकारी के मुताबिक ऋषभ सिंह घर के इकलौते पुत्र थे। वहीं निगाही श्वेता सिंह उम्र 22 वर्ष, हिमांशु उम्र 18 वर्ष, श्रद्धा सिंह उम्र 14 वर्ष की मौत हो गयी। इधर अभय सिंह उम्र 22 वर्ष, रत्नेश सिंह उम्र 26 वर्ष पिता योगेन्द्र सिंह निवासी घोरौली, जयंत के दोनों बालकों को काल ने हमेशा-हमेशा के लिए लील लिया. साथ ही ऋषभ सिंह अनिल सिंह के इकलौते पुत्र थे उनकी भी वाटरफॉल में डूबने से मौत हो गयी. Bachho
मृतक के परिवारजनों में मचा कोहराम
रमदहा वाटरफॉल में हुए हादसे के बाद आज दोपहर बच्चों के शव पहुंचने के बाद परिवारजनों के बीच कोहराम मचा रहा। जैसे ही शव को लेकर एम्बुलेंस वाहन घर के द्वार पर पहुंचा उस दौरान वहां का पूरा माहौल गमगीन हो गया। भारी तादात में मौजूद लोगों के आंखों से आंसू टपकने लगी। मृतक बच्चों के माता-पिता, चाचा,दादी, बुआ बदहवास हालत में हो गये। लोगों को बिलखते देख हर कोई की रूह कांप जा रही थी। लोगों के जुबान से यही प्रार्थना की जा रही थी कि भगवान ऐसा बज्रपात किसी भी परिवार पर न गिराये. Bachho
एक साथ निकली तीन जनाजा
वाटरफॉल के हादसे में 6 लोगों की हुई अकाल मौत एवं शव बरामद के बाद आज बैढऩ इलाके से अंतिम संस्कार करने व मुखाग्रि देने एक साथ तीन जनाजा निकला तो सबकी रूह कांप उठी। कमलेश सिंह निवासी चौरा के एक पुत्र व दो पुत्रियों का एक साथ जनाजा निकला। वहीं योगेन्द्र सिंह के दोनों पुत्र का जनाजा निकला। साथ ही माजनमोड़ निवासी ऋषभ का भी जिस वक्त अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जा रहा था वहां का मंजर देखकर सब रो पड़े. Bachho
संवेदना व्यक्त करने वालों का लगा तांता
वाटर फॉल में 6 जिंदगियों के समा जाने के बाद कल रविवार की शाम से ही शोक संवेदना व्यक्त करने एवं परिवारजनों को ढाढ़स बंधाने ताता लगा हुआ था। इस दौरान विधायक रामलल्लू बैस, मेयर रानी अगवाल, ननि अध्यक्ष देवेश पाण्डेय, भाजपा उपाध्यक्ष सुंदरलाल शाह, ननि पूर्व अध्यक्ष चन्द्रप्रताप विश्वकर्मा, कांग्रेस नेता रामशिरोमणि शाहवाल, लक्ष्मण बैस सहित अन्य लोग अनिल सिंह व योगेन्द्र सिंह के घर पहुंच परिवारजनों को इस अपार दु:ख में शामिल होते हुए ढाढ़स बंधाया. Bachho
राजस्व व पुलिस प्रशासन के लोग रहे उपस्थित
रमदहा वाटरफॉल में हुए हादसे के बाद मौके पर कलेक्टर राजीव रंजन मीना, एएसपी शिव कुमार वर्मा, माड़ा एसडीएम बीपी पाण्डेय, मोरवा एसडीओपी राजीव पाठक, टीआई संतोष तिवारी, रावेन्द्र द्विवेदी सहित अन्य पुलिस बल सहयोग में लगा रहा। वहीं मृतकों का शव पहुंचने पर कलेक्टर के निर्देश पर परिजनों के घर एसडीएम ऋषि पवार, तहसीलदार रमेश कोल, यातायात प्रभारी दीपेन्द्र सिंह कुशवाहा, जयंत चौकी प्रभारी जीतेन्द्र सिंह भदौरिया सहित अन्य राजस्व व पुलिस की टीम मौके पर उपस्थित रही. Bachho