BJP occupies the post of president : सिंगरौली 7 अगस्त। नपानि सिंगरौली मेयर के चुनाव में बीजेपी को मिली करारी शिकस्त का ठिकरा किन-किन नेताओं पर फोड़ा जायेगा अभी कुछ कह पाना मुश्किल है। किन्तु प्रदेश संगठन कार्रवाई जरूर करेगा। वहीं अब स्पीकर पद पर कब्जा होने के बाद बीजेपी में जीत का श्रेय लेने के लिए होड़ मच गयी है। BJP
BJP occupies the post of president : गौरतलब हो की नगर पालिक निगम सिंगरौली के चुनाव में भाजपा ने मेयर पद अति आत्म विश्वास में खो दिया। टिकट वितरण से भाजपा का एक धड़ा इतना नाराज हुआ की मेयर पद बीजेपी से आम आदमी पार्टी ने छिन लिया। गली-चौराहों, चाय पान के ठेलों व राजनैतिक पंडितों का मानना है की आम आदमी पार्टी ने बीजेपी के परम्परागत वोट बैंक में सेंध लगाते हुए करारी शिकस्त दिया. बीजेपी का परम्परागत वोट में आम आदमी पार्टी ने जिस तरह से सेंधमारी की इससे भाजपा के नेता भी हतप्रद हैं। सबसे बड़ा नाराजगी यहां के बहुसंख्यक मतदाता ब्राम्हण, साहू एवं गुप्ता वर्ग में था. जिसका खामियाजा भाजपा को भुगतना पड़ा है. BJP
कहा जा रहा है की बीजेपी सिंगरौली के द्वारा इसका श्रेय जिले के प्रभारी मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह को दिया जा रहा है. जिला मुीडिया प्रभारी नीरज सिंह ने बकायदे विज्ञप्ति जारी कर कहा है की प्रभारी मंत्री की कुशल रणनीति एवं प्रबंधन का परिणाम है की भाजपा के स्पीकर प्रत्याशी देवेश पाण्डेय ने कांग्रेस प्रत्याशी शेखर ओम प्रकाश को करारी शिकस्त दी। साथ ही इसका श्रेय पार्टी का अधिकृत पर्यवेक्षक व रीवा के पूर्व मेयर वीरेन्द्र गुप्ता, जिला संगठन प्रभारी विनोद यादव को बता रहे हैं. साथ ही यह भी बताया है की जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र गोयल ने प्रभारी मंत्री के दिशा-निर्देश में स्थानीय प्रबंधन को कुशलता पूर्वक संपन्न किया. BJP
फिलहाल ननि सिंगरौली में युवा देवेश पाण्डेय के परिषद् अध्यक्ष चुने जाने से भाजपा ने कुछ राहत भरी सांस ली है। वहीं नाराज ब्राम्हण समाज का कुछ गुस्सा ठण्डा हुआ है। इसका मुख्य कारण यही बताया जा रहा है की भाजपा ने परिषद् अध्यक्ष के पद पर ब्राम्हण चेहरा को आगे कर दिया।अब जब भाजपा के रणनीतिकारों ने ननि स्पीकर पर फिर से कब्जा कर लिया तब जीत का श्रेय लेने के लिए होड़ मच गयी है. BJP
दिल्ली दरबार पहुंची शिकायत,सकते में नेता जी
मेयर के साथ-साथ जिला व जनपद पंचायत में बीजेपी को मिली करारी हार का सामना करना पड़ा है। सिंगरौली जिले से तीनों जनपदों व जिला पंचायत में बीजेपी का सूपड़ा साफ हो गया है। ऐसे में भाजपाईयों की इन दिनों जमकर किरकिरी हो रही है। जगह-जगह इसी बात की चर्चा हो रही है की मेयर को टिकट दिलाने वाले नेता मुख्यमंत्री से भी दम भर रहे थे कि भाजपा प्रत्याशी 15 हजार प्लस से चुनाव जीतेंगे। अब वह 15 हजार मत कहां चला गया। साथ ही जनपद व जिला पंचायत में भाजपा क्यों हारी? इन्हीं सभी मामले को लेकर यह शिकायत बीजेपी के दिल्ली दरबार तक पहुंच गयी है. BJP
कांग्रेस पार्टी को लगा तगड़ा झटका
परिषद् अध्यक्ष के पद पर कांग्रेस पार्टी के दावेदार पूरा दम भर रहे थे। कांग्रेसियों का दावा था की भले ही बीजेपी के 23 पार्षद निर्वाचित हुए हैं। जोड़ तोड़ करते हुए कांग्रेस का ही स्पीकर होगा। किन्तु यहां इनकी अंक गणित फेल हो गयी। कांग्रेस के मात्र 12 पार्षद थे। जोड़ तोड़ व गुणा भाग कर कांग्रेस प्रत्याशी शेखर सिंह 19 तक आंकड़ा ले गये। अब इस बात की चर्चा हो रही है की कांग्रेस प्रत्याशी को 12 के स्थान पर 19 मत कैसे मिल गये। हार के बाद अब कांग्रेसियों को झटका भी लगा है. BJP
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