CM Helpline complaint Karam Dame : मध्यप्रदेश के दो जिलों के 11 गावों में तबाही मचने से पहले ही रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए सेना के जवान और हेलीकॉप्टर पहुंच मोर्चा सम्हाल लिया था. शुक्रवार देर रात करीब 2 बजे सेना ने पहुंचकर मोर्चा संभाल लोगों की चिंता बढ़ा दी.वहीं हेलीकॉप्टर से रात 2 बजे मौके पर सेना के 200 जवान पहुंच डैम फूटने से पहले रेस्क्यू की पूरी तैयारी शुरू कर दी हैं.
CM Helpline complaint Karam Dame : धार – पहली बारिश में ही 303 करोड़ की लागत से बन रही कारम डैम में लीकेज होने से जहां सरकार की नींद उड़ गई तो वहीं डैम की गुणवत्ता को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं कहा तो यह भी जा रहा है कि इस डैम के घटिया निर्माण की शिकायत स्थानीय लोगों ने न केवल अधिकारियों से की थी बल्कि सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की थी लेकिन अधिकारियों ने अपने रसूख को दिखाते हुए सीएम हेल्पलाइन को बंद करवा दिया था हालांकि अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है कि सीएम हेल्पलाइन नंबर पर किसने और कब शिकायत की है.CM Helpline complaint Karam Dame :
मध्यप्रदेश के दो जिलों में तबाही मचने से पहले ही रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए सेना के जवान और हेलीकॉप्टर पहुंच गए हैं, शुक्रवार देर रात करीब 2 बजे सेना ने पहुंचकर मोर्चा संभाल लिया है, हालांकि प्रशासन ने पहले ही कई गांव और नगर खाली करवा लिए, ताकि किसी प्रकार की जनहानि नहीं हो, लेकिन अगर डैम फूटता है तो तबाही तो निश्चित मचेगी, इसलिए सेना के जवान और हेलीकॉप्टर मौके पर पहुंच गए हैं, ताकि किसी भी प्रकार की विपरित परिस्थति से भी निपटा जा सके.CM Helpline complaint Karam Dame
सीएम हेल्पलाइन में दर्ज कराई थी शिकायत
धार के धरमपुरी ब्लॉक में 303.44 करोड़ रुपए से बना बांध पहली बारिश में ही दरक गया। मामला भारूड़पुरा घाट के कोठिदा में कारम नदी पर बने डैम का है। इस बांध का अभी 70 फीसदी निर्माण पूरा हुआ है। पूरा बनने से पहले ही घटिया निर्माण की पोल खुल गई। सुरक्षा के मद्देनजर बांध के आसपास के 15 गांवों को अलर्ट कर 9 गांवों को खाली करा लिया गया है। 10 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा है.CM Helpline complaint Karam Dame
बांध की दीवार के निर्माण में जल्दबाजी में मिट्टी में पानी का अनुपात और उसे कम्पैक्ट करने में लापरवाही की गई है.नियमानुसार मिट्टी की 15 सेंटीमीटर तक लेयर को मेंटेन करना होता है। 1 मीटर में 6 से 7 लेयर होती है। इसे रोलर चलाकर मेंटेन किया जाता है। यहां ध्यान ही नहीं दिया गया.डैम के घटिया निर्माण को लेकर स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन से इसकी शिकायत की थी लेकिन अधिकारियों ने शिकायत कर्ताओं की शिकायत पर ध्यान देने की वजह है उनकी शिकायत को बंद कराने की जद्दोजहद में लग गए सूत्र बताते हैं कि कारण डैम की घटिया निर्माण को लेकर स्थानीय लोगों ने सीएम हेल्पलाइन में भी शिकायत दर्ज कराई थी.CM Helpline complaint Karam Dame
दीवार में मिट्टी में बड़े बड़े पत्थर डाले
बांध की दीवार बनाते समय बीच में हर्टिंग जोन में काली मिट्टी डाली जाती है। जो मिट्टी को पकड़ कर रखती है। इससे पानी लीकेज नहीं होता। इसके बाद दोनों साइट केसिंग जोन में पत्थर वाली मुरम डाली जाती है। इसका भी ख्याल नहीं रखा गया लगता है।
स्थानीय लोगों ने बांध की दीवार में मिट्टी में बड़े बड़े पत्थर डाल कर बनाने का का आरोप लगाया। निर्माणाधीन बांध में पानी रिसाव से इन आरोपों के सही होने की संभावना बढ़ाता है.CM Helpline complaint Karam Dame
डैम की गुणवत्ता पर अधिकारीयों ने नहीं दिया कोई ध्यान
बता दे की बरसात के चलते 31 मई तक बांध निर्माण का काम पूरा करना था, लेकिन बांध बरसात शुरू होने के बाद भी निर्माणाधीन स्थिति में ही था.यानी विभाग और एजेंसी की प्लानिंग में ही कमियां दिखती है।बांध निर्माण के काम में अधिकारियों के मॉनीटरिंग में उदासीनता बरती गई.और डैम की गुणवत्ता पर अधिकारीयों ने कोई ध्यान नहीं दिया, स्थानीय लोगों 40 हजार लोगों की जान जोखिम में होने की शिकायत पर तीन महीने गंभीरता बड़ा सवाल खड़ा करती हैं।सूत्रों की मानें तो अधिकारी डैम में जमकर कमीशन खोरी की है.इसी का परिणाम है कि डैम पहली बारिश तक नहीं झेल पाया.CM Helpline complaint Karam Dame
कांग्रेस ने जांच समिति की मांग
प्रदेश कांग्रेस ने कारम नदी पर बने बांध में भ्रष्टाचार, गुणवत्ताहीन निर्माण और अनियमितता के कारण लीकेज होने के मामले की जांच के लिए समिति का गठन किया है.कांग्रेस ने कहा है कि यह डैम पहली बारिश में जिस तरह से लीकेज हुआ है यह भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा उदाहरण है इस भ्रष्टाचार में। ना केवल प्रशासनिक अधिकारी बल्कि सरकारी तंत्र भी डूबा हुआ है. अब यदि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच हो जाए तो ब्यूरोक्रेसी सहित कई बड़े राजनेता भी इसके जद में आ सकते हैं.CM Helpline complaint Karam Dame