DAV School Amlori Case registered against, आरोप है की रिटायर्ड सुपरिटेंडेंट रविंद्र कुमार सिंह के कार्यकाल समाप्त होने के 18 महीने बाद श्री सत्य प्रकाश श्रीवास्तव द्वारा उनकी ग्रैच्युटी दी गई और करीब 3 साल के बाद फुल एंड फाइनल सेटमेंट की डिटेल साझा की गई .
DAV School Amlori Case registered: सिंगरौली नार्दन कोलफील्ड लिमिटेड स्थित अम्लोरी परियोजना में संचालित डीएवी स्कूल के प्राचार्य सत्य प्रकाश श्रीवास्तव पर शहडोल लेबर ऑफिस में केस दर्ज किया गया है . रिटायर कर्मचारी श्री रविंद्र कुमार सिंह ने अपनी ग्रेच्युटी लेट मिलने और प्राचार्य महोदय द्वारा उनके साथ गलत व्यवहार पर इस केन को दर्ज कराया है . केस की सुनवाई सहायक श्रम आयुक्त ( केंद्रीय ) कार्यालय शहडोल में की जा रही है . आरोप है की रिटायर्ड सुपरिटेंडेंट रविंद्र कुमार सिंह के कार्यकाल समाप्त होने के 18 महीने बाद श्री सत्य प्रकाश श्रीवास्तव द्वारा उनकी ग्रैच्युटी दी गई और करीब 3 साल के बाद फुल एंड फाइनल सेटमेंट की डिटेल साझा की गई .
क्या है पूरा मामला ?
DAV School Amlori Case registered: 31 अगस्त 2019 को डीएवी अमलोरी से ऑफिस सुपरिंटेंडेंट रविंद्र कुमार सिंह अपने पद से रिटायर हो गए थे . रिटायर होने के कुछ समय बाद ही एक ऐक्सिडेंट में रविंद्र कुमार सिंह को दोनों आँखों में गम्भीर चोट लगती है जिस कारण वह अपनी रिटायर होने के बाद की प्रक्रिया को पूरा करने में असमर्थ हो जाते हैं . इन सभी बातों से अवगत होते हुए भी प्राचार्य महोदय उन पर बराबर दबाव बनाते हैं की यह जिस भी स्थिति में हैं आएँ और प्रक्रिया को पूरी करें अन्यथा उन्हें रिटायरमेंट पर मिलने वाले लाभ ( ग्रेच्युटी से वंचित रखा जाएगा , चोटिल स्थिति में ही रविंद्र कुमार सिंह इन सभी प्रक्रियाओं से गुजरते हैं और इन सभी प्रक्रियाओं को पूरा करने के करीब 1 महीने बाद उन्हें स्कूल प्रशासन द्वारा लाभ दिया जाता है . इस बात का जिक्र रविंद्र कुमार सिंह ने डीएवी सीएमसी नई दिल्ली को लिखे गए पत्र में किया है. DAV School Amlori Case registered
डीएवी सीएमसी का त्वरित ऐक्शन
इस मामले को संज्ञान में लेते हुए डीएवी सीएमसी ने इस पर त्वरित ऐक्शन लिया जिसके बाद प्राचार्य महोदय श्री सत्यप्रकाश श्रीवास्तव ने सभी फ़ाइनल सेटलमेंट की डिटेल अपने एआरओ श्री अमिताभ श्रीवास्तव के माध्यम से रविंद्र कुमार सिंह को साझा किया करीब उसाल बाद इस डिटेल के सामने आते ही प्राचार्य महोदय का पर्दाफ़ाश हो गया . DAV School Amlori Case registered
डीएवी सीएमसी नई दिल्ली द्वारा यह ग्रेच्युटी का पैसा सालों पहले ही भेज दिया गया था , लेकिन प्राचार्य और स्कूल प्रशासन द्वारा इस पैसे को नियमों के विरुद्ध जा कर रिटायर्ड कर्मचारी को नहीं दिया गया . प्राचार्य ने स्वयं किया नियमों का उल्लंघनः रिटायर सुपरिंडेंटेंड रविंद्र कुमार सिंह को प्राचार्य द्वारा भेजे गए मेल में लिखा गया की प्रक्रिया पूरी ना होने के कारण आपको ग्रेच्युटी से वंचित रखा गया था . और अब सब कुछ हो गया है तब पैसे को बैंक खाते में स्कूल द्वारा डाला जा रहा है . जबकि नियम ( Payment of Gratuity Act , 1972 ) इसकी इजाजत नहीं देते हैं. DAV School Amlori Case registered
भविष्य में स्कूल प्रशासन पर हो सकते हैं और मुक़दमे ?
भविष्य में डीएवी अमलोरी स्कूल प्रशासन पर हो सकते हैं और मुकदमे क्योंकि प्राचार्य महोदय द्वारा सिर्फ केवल एक कर्मचारी नहीं बल्कि ऐसे और भी कर्मचारी हैं जिनकी ग्रेच्युटी में स्कूल प्रशासन ने नियमों का उल्लंघन किया है . श्री अशोक कुमार सिंह जो की डीएवी अमलोरी परियोजना में पीजीटी शिक्षक के तौर पर कार्यरत थे. उनकी ग्रेच्युटी प्राचार्य द्वारा क़रीब 24 महीने के बाद दी गई है साथ ही डीएवी अमलोरी से रिटायर एक और शिक्षक श्री ओम प्रकाश पांडेय साथ भी यही कूल दोहराया गया है . से सभी आहत लोग भविष्य में मुकदमे के लिए आगे बढ़ सकते हैं. DAV School Amlori Case registered
क्या कहते हैं ग्रेच्युटी के नियम ?
ग्रेच्युटी ऐक्ट 1972 के तहत कर्मचारी नौकरी छोड़ने के बाद ग्रेच्युटी निकालने के लिए आवेदन कर सकता है . नियमों के मुताबिक , आवेदन करने की तारीख से 30 दिन के अन्दर उसे भुगतान कर दिया जाता है . अगर कंपनी ऐसा नहीं करती है तो उसे ग्रेच्युटी राशि पर साधारण व्याज की दर से ब्याज का भुगतान करना होगा.अगर यदि कंपनी ऐसा नहीं करती है तो उसे ग्रैच्युटी भुगतान अधिनियम , 1972 ( Payment of Gratuity Act , 1972 ) के उल्लंघन का दोषी माना जाएगा , जिसमे उसे 6 महीने से लेकर 2 साल तक की सजा का प्रावधान है. DAV School Amlori Case registered
डीएवी अमलोरी स्कूल एनसीएल प्रोजेक्ट अमलोरी के अधीन संचालित है , जिसके चेयरमैन मुख्यमहाप्रबंधक अमलोरी परियोजना श्री सतीश झा हैं ग्रेच्युटी रिटायरमेंट के बाद कर्मचारी की जरूरतों को पूरी करता है और इमरजेंसी में उसके परिवार की आर्थिक सहायता करता है , लेकिन प्राचार्य द्वारा इतने लम्बे वक्त तक ग्रेच्युटी को रोकना स्कूल प्रशासन पर एक सवालिया निशान खड़े करता है . DAV School Amlori Case registered