Three wives of a panchayat secretary – जनपद पंचायत देवसर में हिंदू अधिनियम के विरुद्ध जाकर तीनों को दस्तावेज में पत्नी बताने को लेकर नोटिस थमाया है.
सिंगरौली – जनपद पंचायत देवसर अंतर्गत पदस्थ सचिव की तीन पत्नियां चुनाव लड़ रही है जिला प्रशासन की नाक के नीचे यह सब हो रहा है लेकिन अधिकारी आंख बंद किए हुए हैं उधर जनपद पंचायत देवसर सीइओ बीके सिंह ने शासकीय सेवक पंचायत सचिव को हिंदू विवाह अधिनियम 1955 की धारा दो के तहत सचिव को नोटिस थमा कर चुनाव मैदान में उतरी पत्नियों सहित उसे भी अंदर तक हिला कर रख दिया है अब सचिव अपने राजनीतिक आकाओं के चक्कर लगाते हुए इस मामले को दबाने में जुट गया है. panchayat
Also Read – Ajay Devgan’s की बेटी न्यास इस विदेशी शख्स के साथ अनोखा रिश्ता, साया की तरह नही छोड़ता साथ, देखें तस्वीरें
बताया जाता है कि सिंगरौली जिले के जनपद पंचायत देवसर अंतर्गत घोंघरा पंचायत के सचिव सुखराम सिंह की तीन पत्नियां हैं।पंचायत सचिव सुखराम सिंह ने प्रतिवेदन दिया है कि उसकी दो पत्नियां हैं उर्मिला सिंह जनपद सदस्य का चुनाव लड़ रही है वही कुसुम कली सरपंच की प्रत्याशी है लेकिन जांच में पाया गया कि उसकी तीसरी पत्नी गीता सिंह जी है.
जो कि प्रखंड से इस बार फिर सरपंच प्रत्याशी है सचिव सुखराम सिंह की तीनों पत्नियों ने न केवल एनओसी में पति के स्थान पर उसका नाम दर्ज किया है बल्कि नामांकन पत्र में भी अपना नाम दर्शाया है इसके बावजूद उसका पर्चा खारिज नहीं हुआ जो रिटर्निंग ऑफीसर ओं की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रहा है. panchayat
Also Read – Dimple Kapadia करना चाहती थी सनी देओल से हर कीमत पर शादी ,लेकिन यह हकीकत जानने के बाद बी बना ली दूरी
क्या कहता है हिंदू विवाह अधिनियम विधि विशेषज्ञों की माने तो हिंदू विवाह अधिनियम 1955 के तहत कोई भी शासकीय सेवक एक पत्नी के रहते हुए दूसरी शादी नहीं कर सकता है यदि कोई शासकीय सेवक पहली पत्नी के जीवित रहते हुए वह बगैर तलाक दिए ऐसा करता है तो भारत की धारा 18 सो 60 की धारा 494 के तहत उसे 7 वर्ष की सजा का प्रावधान है. panchayat
क्षेत्र में बना चर्चा का विषय बताया जाता है कि सचिव सुखराम सिंह पहले घुघरा ग्राम पंचायत में पदस्थ था वहीं से एक पत्नी को चुनाव मैदान में उतारने की पूरी तैयारी में था लेकिन वह ग्राम पंचायत सराय नगर परिषद में चली जाने के कारण वहां चुनाव नहीं हो रहा है अब देवसर की 2 ग्राम पंचायतों से सरपंच का प्रत्याशी बनाया है वहीं तीसरी को जिला पंचायत सदस्य के मैदान में उतारकर प्रतिद्वंद्वियों को को चुनौती दे रहा है. panchayat