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Singrauli – डिस्ट्रिक्ट मिनरल फण्ड से वर्ष 2016-17 में मंजूर है रकम, मामला क्रियान्वयन एजेंसी आरईएस का, चितरंगी बस स्टैण्ड का कार्य भी निर्माणाधीन
Singrauli – सिंगरौली 4 जून। जिले में एक ऐसा विभाग है जहां करीब 16 निर्माण कार्यों को तकरीबन 5 साल में भी पूरा नहीं कर पाया है। डीएमएफ से तकरीबन 63 करोड़ रूपये से अधिक की प्रशासकीय स्वीकृति प्राप्त हुई थी और 31 करोड़ रूपये व्यय भी हो चुका है। लेकिन कार्य अभी तक पूर्ण नहीं हो पाया है। यह मामला आरईएस विभाग से जुड़ा है।
दरअसल Singrauli –क्रियान्वयन एजेंसी ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग सिंगरौली को वर्ष 2016-17 में जनप्रतिनिधियों के प्रस्ताव एवं आमजनों की समस्याओं को दूर करने डेढ़ दर्जन कार्य स्वीकृत किये गये हैं। जिनमें से चितरंगी बस स्टैण्ड निर्माण, पुलिया, जीएसवी, स्लैव कलवर्ट सहित अन्य निर्माण कार्य मंजूर हैं। उक्त निर्माण कार्यों के लिए 63 करोड़ 40 लाख से अधिक की रकम की प्रशासकीय स्वीकृति दी गयी थी। विभाग के द्वारा 50 फीसदी रकम भी व्यय कर दी गयी। लेकिन अभी तक निर्माण कार्य आधा-अधूरा है।Singrauli
वहीं डीएमएफ फण्ड से क्रियान्वयन एजेंसी को तकरीबन 34 करोड़ रूपये भी मुहैया करा दिया गया है। बावजूद इसके क्रियान्वयन एजेंसी व संविदाकार की लापरवाही से करोड़ों रूपये के कार्य ठण्डे बस्ते में पड़े हुए हैं। चर्चा है कि मटेरियल के रेट में भारी बढ़ोत्तरी व बिलो पर टेण्डर व कमीशन के चलते ठेकेदार हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं.Singrauli
सूत्र यहां तक बता रहे हैं की कई ठेकेदार कार्य करने से ही हाथ खड़े कर दिये हैं। जिसके चलते 5 सालों से निर्माण कार्य अधूरे पड़े हुए हैं। वहीं विभाग के पूर्व अधिकारियों की भी लापरवाही सामने आ रही है। फिलहाल आरईएस विभाग में निर्माणाधीन करीब 63 करोड़ रूपये के कार्य कब पूरा होंगे इसका सही जबाव देने में विभाग के जिम्मेदार अधिकारी अगर, मगर कर रहे हैं।Singrauli –
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चितरंगी बस स्टैण्ड का कार्य है ठप
Singrauli जिले के चितरंगी बस स्टैण्ड निर्माण के लिए तकरीबन 90 करोड़ रूपये की मंजूरी डिस्ट्रिक्ट मिनरल फण्ड से मिली थी और बताते हैं कि क्रियान्वयन एजेंसी आरईएस को 25 लाख रूपये भी प्रदाय कर दिया गया है। साथ ही निर्माण कार्यों का मूल्यांकन 7 लाख रूपये हुआ है। बस स्टैण्ड का निर्माण कार्य निर्धारित समयसीमा में क्यों पूरा नहीं हुआ है। इसका ठोस जबाव विभाग के जिम्मेदार अधिकारी नहीं दे पा रहे हैं। लिहाजा 4 साल से लोगबाग बस स्टैण्ड का आस लगाये हुए बैठे हैं। इतना हीं नहीं कलेक्टर राजीव रंजन मीना ने पूर्व में स्वयं स्थल का निरीक्षण कर तत्कालीन कार्यपालन यंत्री को तलब किया था, लेकिन अभी तक नतीजा पूर्ववत है.
पुलिया,सड़क के हैं कार्य निर्माणाधीन
Singrauli – जनपद पंचायत बैढऩ अंतर्गत 10 कार्यों मेें से एक भी कार्य अभी तक पूरे नहीं किये गये हैं। जिनमें केवला प्रजापति के घर से दक्षिण टोला तक मार्ग एवं पुलिया निर्माण लागत 48 लाख 68 हजार, ग्रा.पं.जोगियानी धोंधा सीमा से धोंधा मार्ग निर्माण, जीएसवी रोड ग्रा.पं.उर्ती लागत 43 लाख 15 हजार, एकपई से धोंधा सीमा मार्ग निर्माण जीएसवी रोड ग्राम उर्ती 43 लाख 28 हजार सहित कई अन्य कार्य शामिल हैं।Singrauli –
इसी तरह चितरंगी बस स्टैण्ड का निर्माण कार्य लागत 89 लाख 36 हजार व देवसर जनपद अंतर्गत ओबरी पीडब्ल्यूडी मार्ग से बहादुर के घर तक मार्ग में स्लैव कलवर्ट निर्माण लागत 86 लाख, मंगल साकेत के घर से आजाद चौराहा तक जीएसवी मार्ग एवं पुलिया निर्माण ग्रा.पं.तिनगुड़ी 49 लाख 79 हजार सहित कई अन्य कार्य अभी तक विभाग के द्वारा कराया जाना बाकी है।Singrauli –
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