छतरपुरः मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले से बड़ी खबर आ रही हैं। CM Shivraj के विधायक राजेश प्रजापति कलेक्टर इस कदर नाराज हो गए कि वह कलेक्टर के बंगले के सामने ही धरने पर बैठ गए। इस दौरान उन्होंने कलेक्टर पर नहीं मिलने का आरोप लगाया । जिसके चलते उन्हें यह कदम उठाना पड़ा. वहीं अब उन्होंने छतरपुर कलेक्टर पर एक और संगीन आरोप लगाया है.विधायक के साथ उनके समर्थक धरने पर बैठे हैं। बीजेपी विधायक अपने ही सरकार के प्रशासनिक अधिकारी के खिलाफ धरने पर बैठने पर राजनीति गरमा गई है।बहरहाल अपनी ही सरकार में भाजपा विधायक का धरना देना कई सवाल खड़े कर रहा है.
बता दें कि छतरपुर की चंदला विधानसभा सीट से सत्ताधारी दल के बीजेपी विधायक राजेश प्रजापति ने एक बार फिर छतरपुर कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कलेक्टर जान का खतरा है! उनका कहना है कि बीती शाम कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह उनसे मिलने का समय तो दिया लेकिन मिली नहीं जिसके चलते उन्हें कलेक्टर के बंगले के बाहर धरने पर बैठना पड़ा बाद में 5 घंटे के बाद कलेक्टर बंगले से बाहर है उनका बात करने का तरीका था वह गलत था।
कलेक्टर पर लगाए गंभीर आरोप
बीजेपी विधायक राजेश प्रजापति निक कलेक्टर पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें डर है कि कहीं कलेक्टर उन्हें किसी झूठे मामले में फंसा ना दे! बीजेपी विधायक ने कलेक्टर द्वारा प्रोटोकाल का उल्लंघन करने पर विधानसभा अवमानना समित ले जाकर कलेक्टर की शिकायत करने की बात भी कही है। वहीं बीजेपी विधायक ने जिले के कलेक्टर पर बड़ा आरोप लगाया है जिसके बाद जिले सहित प्रदेश की राजनीति गरमा गई है।
बीजेपी विधायक धरने में बैठने की बताई बजह
कल चंदला विधायक राजेश प्रजापति कलेक्टर से मुलाकात करने कलेक्ट्रेट पहुंचे थे. लेकिन कलेक्टर से उनकी मुलाकात नहीं हो पाई, उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि वह दो दिनों से लगातार कलेक्टर शीलेंद्र सिंह से मुलाकात करने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन कलेक्टर ने समय नहीं दिया तो वह शाम 5 बजे कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे गए। विधायक का आरोप है कि जब वह कलेक्ट्रेट पहुंचे उस समय मुख्यमंत्री की जिले के अधिकारियों के साथ बैठक थी, जिसके चलते कहा गया कि वह मीटिंग के बाद उनसे मिलते हैं। जहां विधायक कलेक्ट्रेट पर ही कलेक्टर का इंतजार करने लगे लेकिन मीटिंग खत्म होते कलेक्टर बिना मुलाकात की है बंगले के लिए निकल गए जिसके बाद विधायक मुलाकात के लिए कलेक्टर के बंगले जा पहुंचे तो वहां गार्ड ने बताया कि कलेक्टर साहब बंगले में नहीं है विधायक ने आरोप लगाया कि उसी समय छतरपुर के आरटीओ बंगले से बाहर निकले तो उन्होंने बताया कि कलेक्टर अंदर ही है इस बात से विधायक नाराज हो गए और गुस्से में कलेक्टर के बंगले के बाहर ही अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए इस बात की जानकारी जब कलेक्टर को लगी तो वह करीब 5 घंटे बाद बंगले के बाहर आए और विधायक की बात सुनी।
दलित की उपेक्षा का लगाया आरोप
भाजपा विधायक राजेश प्रजापति ने कलेक्टर पर आरोप लगाते हुए कहा है कि मैं दलित विधायक हूं, शायद इसलिए अधिकारी मेरी उपेक्षा कर रहे हैं. विधायक होने के बाद जो कलेक्टर उनसे मिलना मुनासिब नहीं समझते। भाजपा विधायक ने बताया कि उनकी बात भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से भी हुई है और मैंने उन्हें पूरी बात बताई है. उन्होंने कलेक्टर से बात करने की बात कही है. विधायक का कहना है कि वह जनकल्याणकारी योजनाओं के संबंध में कलेक्टर से बात करना चाहते हैं लेकिन कलेक्टर है कि उनसे मिलने को तैयार नहीं है।
विधायक से आखिर क्यों नहीं मिल रहे कलेक्टर चर्चा यह भी है कि आखिर ऐसे कौन से मुद्दे हैं जिनके लिए विधायक लगातार कलेक्टर से मिलने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन कलेक्टर साहब है कि वह विधायक से नहीं मिलने के बहाने खोज रहे हैं सूत्र तो यह भी बताते हैं कि जिले में रेत का अवैध उत्खनन जोरों पर है इसकी शिकायत भी कई बार विधायक कलेक्टर कर चुके हैं लेकिन अब यदि विधायक रेत अवैध उत्खनन व परिवहन के लिए धरना पर बैठते हैं तो प्रदेश की राजनीति में सुनामी आ जाएगी विधायक रेत के अवैध उत्खनन व परिवहन के मामले को कलेक्टर स्तर पर ही निपटाना चाहते हैं लेकिन साहब है कि विधायक जी से मिलते नहीं।