12 days left in Dussehra :मंदसौर. मंदसौर जिले में राम की नहीं रावण की पूजा की जाती है.शहर के खानपुरा स्थित रावण को लोग रावण को अपना ईष्ट देवता मानते हैं. मंदोदरी के कारण उसे यहां का दामाद माना जाता है. दशहरे के दिन रावण की जिले में पूजा होती है, लोग जिसे यहां का दामाद मानते हैं, उसकी प्रतिमा ही आज बदहाल स्थिति में है.ग्रामीणों ने नगर निगम के अधिकारियो से कई बार शिकायत कर चुके हैं हैं बाबजूद किसी अधिकारी ने इस पर ध्यान नहीं दिया.Dussehra
12 days left in Dussehra : बता दे की पिछले दिनों बारिश में रावण का सिर टूटकर गिर चुका है वहीं प्रतिमा के चारों तरफ घास और कंटीली झाड़ियों ने घेर लिया है। ऐसे में अपने ईष्ट देवता को इस हालत में देख समाजजन आहत हैं। वे प्रतिमा की मरम्मत कराने की मांग को लेकर दर दर भटक रहे हैं। ग्रामीण मदद मांगने अपने हाथ में रावण के टूटे हुए सिर को भी लेकर चल रहे हैं लेकिन उनका दर्द कोई नहीं सुन रहा है। जबकि अब दशहरा में मात्र 12 दिन ही बचे हैं. हालाकि हर बार नगर पालिका इसकी मरम्मत से लेकर रंग.रोगन करता है लेकिन इस बार अब तक ध्यान नहीं दिया गया है.Dussehra
तेज बारिश से नीचे गिरा सिर
मान्यता है कि रावण की पत्नी मंदोदरी मंदसौर की रहने वाली थीं। प्राचीन समय में मंदसौर का नाम मंदोत्तरी हुआ करता था, इसीलिए मंदसौर रावण की ससुराल है। शहर के खानपुरा स्थित रावण की प्रतिमा से सिर पिछले दिनों तेज बारिश के दौरान टूट कर नीचे गिर गया था. वहीं नगर पालिका दशहरे के दो.चार दिन पहले ही सुध लेती है. त्योहार के के समय रंग रोगन तो किया जाता हैं लेकिन बाद देखरेख बिल्कुल नहीं होता जिससे प्रतिमा क्षतिग्रस्त हो जाती है.Dussehra
नहीं शुरू हुआ सुधार कार्य
नामदेव समाज के अध्यक्ष अशोक बघेरवाल ने बताया कि दशानन की प्रतिमा को सुधारने और साफ.सफाई के लिए एक सप्ताह पहले नपाध्यक्ष से लेकर अन्य जनप्रतिनिधियों को बताया था। सिर्फ 12 दिन बचे हैं.सुधार की शुरुआत अभी तक नहीं हुई जिसके चलते ग्रामीण चिंतित हैं.Dussehra
जल्द काम शुरू होगा
इस मामले को लेकर सीएमओ पीके सुमन ने कहा कि रावण की प्रतिमा की मरम्मत को लेकर निर्देश जारी किए गए हैं। इसका काम जल्द शुरू हो रहा है जिसे दशहरे के पहले पूरा कर लिया जायेगा.