Gangi Panchayat : सिंगरौली 11 सितम्बर। जनपद पंचायत चितरंगी के ग्राम पंचायत गांगी के वार्ड क्र.1 उत्तर टोला में पीसीसी के निर्माण कार्य में जहां व्यापक अनियमितता एवं गुणवत्ता विहीन कार्य कराया गया था। वहीं अब नाली निर्माण के भुगतान को लेकर ग्रामीणों ने पूर्व सरपंच व सहायक यंत्री, उपयंत्री को सवालों के कटघरे में खड़ा कर दिया है।
Gangi Panchayat–दरअसल ग्राम पंचायत गांगी के वार्ड क्र.1 उत्तर टोला में करीब 2 वर्ष पूर्व पीसीसी सड़क का निर्माण कार्य तकरीबन 4 सौ मीटर दूरी तक कराया गया था। इस निर्माण कार्य में गुणवत्ता की धज्जियां उड़ायी गयी थी। उस दौरान के सरपंच राधिका देवी पति मुन्नीलाल के कार्यकाल में कार्य हुआ था.
आलम यह था कि बिना बेस के ही पीसीसी करा दिया गया था। डब्ल्यूबीएम का नामो निशान नहीं था। इसका विरोध भी बस्ती के लोगों ने किया था। किन्तु जनपद के तत्कालीन जिम्मेदार अधिकारियों ने उनकी शिकायतों को नजरअंदाज करते हुए सहायक यंत्री एवं उपयंत्री ने मूल्यांकन कर दिया और लाखों रूपये राशि भी आहरित कर ली गयी. Gangi Panchayat
इस खेल में पूर्व सरपंच, सचिव के साथ-साथ सहायक यंत्री एवं उपयंत्री की भूमिका महत्वपूर्ण रही है। इस पंचायत में पंच परमेश्वर के तहत अन्य कई कार्य हुए हैं। जिसमें व्यापक कमीशनखोरी की गयी है। ग्रामीणों ने उक्त सड़क के निर्माण कार्य की जांच कराये जाने कलेक्टर एवं जिला पंचायत सीईओ से की है. Gangi Panchayat
इस्टीमेट में नाली भी,धरातल से गायब
सूत्र बता रहे हैं कि पीसीसी के साथ-साथ नाली निर्माण के लिए भी पंच परमेश्वर योजना से करीब 11 लाख रूपये की मंजूरी मिली थी। नाली निर्माण के लिए करीब 4 लाख रूपये इस्टीमेट में शामिल था। किन्तु मौके पर नाली का निर्माण कार्य नहीं हुआ है. Gangi Panchayat
इस तरह के आरोप ग्रामीण लगा रहे हैं और उनका यह भी कहना है कि 11 लाख रूपये पूर्व सरपंच, सचिव के द्वारा आहरित कर लिया गया है। उपयंत्री व सहायक यंत्री ने बिना साइड का निरीक्षण किये ही निर्माण कार्य का मूल्यांकन भी कर दिया है। इस पंचायत में व्यापक पैमाने पर स्वीकृत निर्माण कार्यों में गोलमाल एवं अनियमितता की गयी है. Gangi Panchayat
Singrauli : सिंगरौली नल जल योजना के कार्य में हुआ भ्रष्ट्राचार, भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व स्पीकर चन्द्रप्रताप विश्वकर्मा का गंभीर आरोप
सिंगरौली 12 सितम्बर। शहरी क्षेत्र में नल जल योजना के कार्य में शैशव काल से ही आरोप लग रहे थे। उस समय इन आरोपों को ज्यादा तरजीह नहीं दी जा रही थी. लेकिन भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व स्पीकर तथा मेयर प्रत्याशी चन्द्रप्रताप विश्वकर्मा ने मुख्यमंत्री, नगरीय प्रशासन मंत्री,महापौर, निगमायुक्त को पत्र लिखकर पूर्व के आरोपों को बल दे दिया है.
गौरतलब हो कि घर-घर नल जल योजना का शहर में निर्माण कार्य कई सालों से चल रहा है। कुछ जगहों पर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के जरिये लोगों को पानी भी सप्लाई हो रही है। केंद्र, राज्य और स्थानीय निगम की ज्वाइंट नल जल योजना का काम मेसर्स चंद्रा निर्माण एजेंसी को मिला है, लेकिन यह योजना अफसरों और ठेकेदार के लिए काफी लाभदायक साबित हुई है। वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व नगर निगम स्पीकर ने मुख्यमंत्री, नगरीय प्रशासन मंत्री, महापौर, आयुक्त को पत्र लिखकर बड़ा आरोप लगाया है.
पिछली परिषद ने बड़े घोटाले की वजह से निर्माण एजेंसी का भुगतान जांच होने तक रोक दिया था और तत्कालीन कार्यपालन यंत्री एके सिंह को ऑफिस अटैच भी कर दिया था, उसके बाद कोरोना काल में मामला पेंडिंग रहा और अब बगैर जांच के ही बड़े घोटाले पर पर्दा डालने और निर्माण एजेंसी को भुगतान करने अधिकारी जी जान से जुटे हैं.
लेकिन भाजपा नेता के इस पत्र ने अधिकारियों के अरमानों पर पानी फेर दिया है। उधर पूर्व निगम स्पीकर के बयान पर महापौर रानी अग्रवाल ने कहा कि यह मामला तो भाजपा नेता के जमाने का है फिर भी मैं फाइल देखूंगी की क्या हकीकत है. Gangi Panchayat
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