Lokayukta : सीएम शिवराज सिंह चौहान की जीरो टॉलरेंस नीति और प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने की दिशा में सभी विभागों भ्रष्टाचार से मुक्त करने के लिए लोकायुक्त टीम काम कर रही है.अब टीम ने जिला चिकित्सालय 10000 की रिश्वत लेते एक कर्मचारी को रंगे हाथों पकड़ा है. लोकायुक्त की इस कार्यवाही के बाद में पूरी अस्पताल में सन्नाटा छा गया.
Lokayukta : लोकायुक्त की इस कार्रवाई में समाज में हो रही संवेदना की कमी भी देखी गई कहने का मतलब यह है कि एक निशक्त प्रमाण पत्र के रिनुअल जैसे काम के लिए अधिकारी यदि रिश्वत की बात करते हैं तब व्यक्ति की संवेदना साफ तौर पर दिखती है एक अच्छी खासी सैलरी पाने वाला व्यक्ति किसी निशक्त से रिश्वत लेना मानवता को शर्मसार कर रहा है फिलहाल उनके अपने कर्मों का फल अब इसी जन्म में भुगतना पड़ेगा शायद इस कार्यवाही से लोगों में संवेदना जगे.
कटनी के जिला चिकित्सालय में लोकायुक्त ने महीने में दूसरी बार कार्यवाही की है इस से पहले सीएमएचओ ऑफिस में पदस्थ एक बाबू को रुपयों के साथ रंगे हाथो ट्रैप किया था वही आज जिला अस्पताल के विकलांग बोर्ड में पदस्थ शशिकांत तिवारी को लोकायुक्त ने रंगे हाथो पकड़ा है.
ये पीड़ित कश्यप तिवारी के भाई से विकलांग सर्टिफिकेट का रिन्यूअल होने के नाम से रिश्वत मांग रहें थें. Lokayukta
लोकायुक्त के निरीक्षक स्वप्निल दास ने बताया की पीड़ित पक्ष ने लोकायुक्त में लिखित शिकायत की थी की उस से विकलांग सर्टिफिकेट के रिन्यूअल के नाम पर 10हजार रु की मांग कर रहे थे .आज लोकायुक्त की टीम ने रुपया लेकर कश्यप को भेजा और जैसे ही उसने पैसे पकड़े तो टीम ने उस बाबू को रंगे हाथो दबोच लिया जिस पर कार्यवाही की जा रही है. Lokayukta
मिली जानकारी के अनुसार कटनी जिले के जिला अस्पताल में कार्यालय जिला दिव्यांग एवं पुनर्वास केंद्र के विकलांग बोर्ड के कक्ष क्रमांक 19 में लोकायुक्त 6 सदस्य टीम ने रिश्वतखोर शशिकांत तिवारी को रंगे हाथों गिरफ्तार करते हुए अपनी कार्यवाही पूरी की है बताया जा रहा है कि इस कार्रवाई के दौरान शशिकांत तिवारी सकपा गया और उसके पसीने छूटने लगे वह कुछ देर के लिए घबरा गया था लेकिन उसको लोकायुक्त टीम ने. रिलैक्स भी करवाया. Lokayukta
पीड़ित कश्यप तिवारी ने बताया की ये लोग सर्टिफकेट रिन्यूअल के नाम पर उस से रुपया मांग रहा था. जिस से वो काफी परेशान था. परेशान होकर उसने इन भ्रष्ट लोगो की शिकायत लोकायुक्त में की है. लोकायुक्त ने इस शिकायत की छानबीन करते हुए कार्यवाही की है. Lokayukta
लोकायुक्त के इस कार्यवाही के बाद अब समाज में संवेदनाएं कम होने की बात उठने लगी है. Lokayukta