शाजापुर — जिले के ग्रामीण क्षेत्र में बिना मान्यता के संचालित हो रहे एक निजी हाई स्कूल की शिकायत को लेकर आज बच्चे और उनके पालक जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुँचे, इन लोगों का कहना था कि लड़ावद गांव में ब्राइट फ्यूचर एकेडमी के नाम से निजी स्कूल संचालित हो रहा था जिसमें नर्सरी से लेकर 10 तक की कक्षा संचालित होने का दावा किया जा रहा था।
बता दें कि स्कूल संचालक ने कोराना काल का फायदा उठाते हुए स्कूली बच्चों के पालकों से फ़ीस वसूल ली ओर अब स्कूल संचालक गांव से फ़रार हो गया है फ़ीस जमा करवाने वाले पालक अब टीसी ओर मार्कशीट के लिये भटक रहे है ग्रामीणों को अब पता चला कि इस स्कूल की मान्यता ही नही है आज बच्चों को लेकर उनके पालक जिला शिक्षा अधिकारी के पास पहुँचे ओर स्कूल संचालक के खिलाफ शिकायत कर कार्रवाई की मांग की,डीईओ ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिये है।
स्कूल संचालकों में शासन-प्रशासन में का नाम मात्र का भी खौफ नहीं है। नौनिहालों का भविष्य अप्रशिक्षित शिक्षकों के हवाले है। कई ऐसे स्कूल संचालक हैं, जिनके बच्चे दूसरे स्कूलों में पढ़ते हैं। बेसिक शिक्षा परिषद का निर्देश है कि अप्रशिक्षित व गैर स्नातक शिक्षक-शिक्षिकाओं से पठन पाठन कार्य नहीं कराया जाना चाहिए। विद्यालय संचालन के लिए शासन स्तर से मानक तय है। लोगों का कहना है कि शिक्षा विभाग के जिम्मेदार लोगों की मिलीभगत के चलते मानकविहीन व गैर मान्यता प्राप्त विद्यालय के संचालकों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं की जा रही है। स्कूल संचालकों के हौसले बुलंद हैं। स्कूल संचालकों की तरफ से बच्चों व अभिभावकों का शोषण किए जाने की शिकायतें अधिकारियों तक पहुंच रही है।