Uma Bharti announced – मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का शराबबंदी को लेकर विरोध किसी से छुपा नहीं है.
वह प्रदेश में शराबबंदी को लेकर कई बार शिवराज सरकार को झेल चुकी है अब एक बार फिर उमा भारती अपने तीखे तेवर दिखा रही हैं. Uma Bharti उनके इस तेवर को देखकर सीएम शिवराज सिंह चौहान की मुश्किलें जरूर बढ़ गई है. उमा भारती ने शुक्रवार को मीडिया के सामने खुलासा किया कि सरकार के खिलाफ आवाज उठाने पर उन्हें दो बार पद से हटाया गया था. Uma Bharti
बता दें कि केंद्रीय मंत्री रहे थे जब उन्होंने गंगा पावर प्रोजेक्ट को लेकर केंद्र की नीति के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में शपथ पत्र दिया था तब उनका विभाग आनन-फानन में बदल दिया गया था. हालांकि गंगा व रिवर इंटरलिंकिंग से जोड़े रखा फिर मैंने गंगा की पैदल यात्रा करनी चाहिए लेकिन पार्टी का सहयोग मिलने के बजाय हमें इस यात्रा के लिए सहमत नहीं मिली तब 5 साल के लिए राजनीति अलग होकर यात्रा की. मेरी यात्रा सफल रही और 14 जनवरी 2022 को पूरी हुई. Uma Bharti
भाजपा की फायर ब्रांड नेता इतने में नहीं रुके उन्होंने कहा कि अक्टूबर 19 में जब हरियाणा विधानसभा चुनाव के समय एक दुराचारी और दो महिलाओं की मौत के आरोपी नेता को लेकर भाजपा जब सरकार बनाना चाह रही थी तुम मेरे द्वारा इसका पुरजोर विरोध किया गया था. जिसका खामियाजा मुझे उठाना पड़ा इस कारण मुझे राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद मुक्त कर दिया गया लेकिन मुझे इन सब की परवाह नहीं मैं बहुत खुश हूं मुझे देश और समाज को एक नई दिशा देनी है. Uma Bharti
अब शराब बंदी के लिए
शराबबंदी को लेकर उमा भारती कभी भोपाल शराब की दुकान पर पथराव तो कभी शराब दुकान में गोबर देखकर सरकार की नीतियों का खुलकर विरोध किया था अब उन्होंने ऐलान किया कि निकाय व पंचायत चुनाव खत्म हो चुके हैं. नशा मुक्ति व शराबबंदी के लिए वह बड़ा फैसला ली है और अपील की है कि जो किसी पार्टी के कार्यकर्ता पदाधिकारी या अन्य किसी पद पर नहीं है. वह उनके साथ आएं और देश और समाज को नशा से मुक्त कराएं. Uma Bharti