कोरोना की तीसरी लहर (3rd Wave) के इसी महीने आने का डर है. एक्सपर्ट्स को इसी महीने ऐसा होने की आशंका है जब पीठ पर अक्टूबर महीने में पहुंचने की संभावना बताई जा रही है. 3rd Wave में रोज़ाना एक लाख तक मामले आ सकते हैं. दूसरी लहर की पीक में 4 लाख मामले आए थे. ये अनुमान गणितीय मॉडल पर आधारित हैं.
दरवाजे में खड़ी है थर्ड वेव !
तीसरी लहर का इसी महीने आने का डर एक्सपर्ट को पता नहीं लगा है, इस महीने कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने की आशंका भी जता रहे हैं एक्सपर्ट का कहना है कि रोजाना एक लाख से अधिक मामले आ सकते हैं हालांकि राहत इस बात की है कि यह दूसरी लहर जितनी खतरनाक नहीं होगी दूसरी लहर खेत पर चार लाख से अधिक मामले सामने आए थे हालांकि यह पूरा मामला पूर्व के आंकड़ों के अनुसार गणितीय मॉडल पर आधारित है। जिस तरह से दूसरी लहर की संभावना जताई जा रही थी सही साबित हुए थे ठीक वैसे ही कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए थे।
आईआईटी हैदराबाद और कानपुर के प्रोफेसरों का मानना है कि जो अनुमान कोरोनावायरस किस संक्रमण की लगाए गए थे वह सही साबित हुए अब तीसरी लहर अक्टूबर की पीठ पर होगी हालात अब कई राज्यों में बिगड़ने लगे हैं केरल और महाराष्ट्र के हालत ठीक नहीं है केरल में रोजाना 30,000 से ज्यादा मामले जबकि महाराष्ट्र में हर रोज 7000 से अधिक मामले सामने आ रहे हैं जबकि देश में हर रोज 40000 से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं तो वही 500 से ज्यादा लोगों की मौत भी हो रही है।
हालांकि दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी के चलते मौत हुई थी अब तीसरी लहर में स्वास्थ्य व्यवस्था बेहतर होने की उम्मीद पहले से बेहतर बताई जा रही है पिछले 1 दिन में 5 राज्यों में आए 80% से ज्यादा मामले केरल से आए हैं अकेले केरल में 49% से ज्यादा मामले सामने आए हैं इनमें केरल महाराष्ट्र कर्नाटक उड़ीसा शामिल है इनके अलावा आंध्र प्रदेश समय पूर्वोत्तर के राज्य काफी प्रभावित हैं हालांकि मध्य प्रदेश ने कोरोनावायरस के मामले कम आ रहे हैं।