बीजपुर । म्योरपुर ब्लाक के ग्राम पंचायत पिंडारी मैं सरकार ने एक अजब गजब का पुल बनाया है यह पुल नगराज में बिच्छी नदी पर अस्थाई रूप से तैयार किया गया है। पुल का एक हिस्सा शुक्रवार की देर शाम नदी के तेज बहाव से टूट गया । इस पुल के टूटने से पिंडारी और नगराज के बीच संपर्क टूट गया है। अस्थाई पुल के बह जाने से ग्रामीणों को 30 किमी अतिरिक्त दूरी तय कर इंजानी गांव होते हुए आना जाना पड़ रहा हैग्रामीणों ने तत्काल टूटे हिस्से को बनवाए जाने की मांग जिला प्रशासन से की है।
बता दें कि बरसात की वजह से बिच्छी नदी उफान पर है। जिसकी वजह से बांस बल्ली से बना अस्थाई पुल पानी का दबाव नहीं सह सका और शुक्रवार की देर शाम बह गया। इस अस्थाई पुल के बहने से पिंडारी व नगराज के बीच संपर्क टूट गया है। आवागमन बाधित होने के बावजूद कुछ लोग पानी के तेज बहाव के बीच ही नदी को पार कर रहे है। जिससे दुर्घटना की आशंका बढ़ गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पिंडारी में बिच्छी नदी के बीच मे आवागमन को सुचारू रूप से चालू करने हेतु सरकार द्वारा बजट देकर अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री रहने के दौरान उनके शासनकाल में मार्ग व पुल का निर्माण किया गया । जहाँ स्थानीय ठेकेदारों व कर्मचारियों की मिलीभगत से बनाये जा रहे पुलिया निर्माण में जमकर घोटाला किया गया। और सामग्री के नाम पर भारी अनियमितता बरती गई जिसके कारण निर्माण के दो साल भी पुलिया नही टिक पाया और बरसात के पानी मे बह गया।
प्रधान पिंडारी धीरेंद्र जायसवाल और गांव के दीनानाथ, श्रवण कुमार, शंकर दयाल विश्वकर्मा, नीरज आदि ने बताया कि पिछली साल बरसात में टूटा था स्थाई पुल नगराज गांव में बिच्छी नदी पर बना अस्थाई पुल बरसात में पानी के तेज बहाल के कारण टूट गया था। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से पुल निर्माण की मांग की थी लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया गया। इसके बाद ग्रामीणों ने इस नदी पर बांस बल्ली के सहारे एक अस्थाई पुल बना कर आवागमन करते रहे। इसी अस्थाई पुल से जान हथेली पर रख कर पढ़ने वाले बच्चे भी आते जाते रहे हैं। विरोध करने वाले स्थानीय ग्रामीणों मे मुख्य रूप से पिंडारी के मनरहवा निवासी ध्यानचंद, सोनू यादव, मानमती, सहित सैकड़ों की संख्या में पीड़ित ग्रामीण व महिलाएं मौजूद होकर प्रदर्शन कर पुल को बनाये जाने की मांग किए हैं।