कोयला खदानों में अक्सर लुटेरे धावा बोलकर कोयला कंपनियों को करोड़ों रुपए का चूना लगाते हैं लेकिन इस बार कबाड़ चोरों का खदान के भीतर घुसना महंगा पड़ गया है। इस बार पुलिस ने उन्हें खदान के बाहर घेर रखा है
रांची । झारखंड कोयला खदान में चोरों का धावा हुआ है जहां केबल चोरी करने के इरादे से कोयला खदान के अंदर घुसे हैं जैसे ही इसकी सूचना पुलिस को लगी तो बदमाशों को पकड़ने के लिए कोयला खदान पहुंच गए हैं कोयला खदान के ऊपर पुलिस का पहरा और नीचे चोर पुलिस के डर से बैठे हुए हैं पुलिस बार-बार सरेंडर करने की बात कह रही है लेकिन चोर बाहर आने को तैयार नहीं है। पुलिस ने सुरक्षा के दृष्टिकोण से मीडिया कर्मियों को भी खदान के नजदीक जाने में रोक लगा दी है।
झारखंड पुलिस के बातों पर गौर करें तो 10 दिनों धनबाद जिले के एक कोयला खदान में लगभग 25 के संख्या में हथियारबंद बदमाशों ने एक साथ धावा बोल दिया बताया जाता है कि हथियारबंद गिरोह केबल चोरी करने के इरादे से कोयला खदान के अंदर प्रवेश किए थे जैसे ही इसकी भनक स्थानीय पुलिस के साथ-साथ पैरामिलिट्री फोर्स को लगी तो खदान पर पहुंच गए बदमाशों को जब इसकी भनक लग गई कि पुलिस आ गई है तो आनन-फानन में बम फेंककर कई राउंड फायरिंग की जिसमें एक स्पेक्टर भी घायल हो गया।
बताया जाता है कि केवल चोरों ने खदान में छिपकर चोरी करने का प्रयास कर रहे थे लेकिन पुलिस के आने के बाद खदान के अंदर ही छुप गए पुलिस ने चोरों को खाना भी भिजवाने का प्रयास किया लेकिन चोर कहां छुपे थे पुलिस पता नहीं लगा पाई यह घटना इसलिए कारित हुई क्योंकि कोयला खदान की लाइट गुल हो गई थी जिसका फायदा चोरों ने उठाया है। बता दें कोयला कंपनी सुरक्षा में करोड़ों रुपए पानी की तरह आती है बावजूद इसके यहां चोरी की घटनाएं रुकने का नाम नहीं लेती है। बदमाश इससे पहले भी कई बार केबल चोरी की कई घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं. केबल चोरी के कारण कंपनी को भारी नुकसान होता है. कई बार कोयला उत्पादन बंद करने की नौबत भी आई है.