चतरा, जासं। Chatra News, Jharkhand Hindi Samachar झारखंड में मौसी-भतीजे के रिश्ते को शर्मसार करने का मामला सामने आया है। यहां एक कलयुगी भतीजे ने अपनी मौसी को ही दिल दे बैठा और उसी से शादी रचा ली है। जब परिवार वालों को पता चला तो सब सन्न रह गए। मामला चतरा जिले का है। दोनों ने शहर के हेरु नदी स्थित शिव मंदिर में शादी रचाई। अब स्थिति ऐसी हो गई है कि इस शादी के बाद बेटा बाप का साढ़ू बन गया है और जो लड़के की मां की बहन हुआ करती थी, वही बहन जेठ सास बन गई है।
बताते चलें कि रक्सी गांव निवासी अशोक राणा का पुत्र लक्ष्मण ऊर्फ सोनू राणा का प्रेम प्रसंग अपनी ही चचेरी मौसी सोनी कुमारी के साथ पिछले एक वर्ष से चल रहा था। सोनी राजपुर थाना क्षेत्र के कैंडीनगर गांव निवासी इंद्रदेव राणा की पुत्री है। दोनों एक दूसरे को बेइंतहा प्यार करते थे उन्हें भी पता था कि परिवार उन्हें शादी करने की इजाजत नहीं देगा इसीलिए दोनों ने मंदिर में जाकर चुपचाप शादी कर ली।
इधर दोनों ने शुक्रवार को हेरुआ नदी स्थित शिव मंदिर में शादी रचा ली। इस शादी की सूचना जैसे ही गांव लोगों के साथ साथ घर वालों को हुई, इसका विरोध लोगों ने करना शुरू कर दिया। वहां से किसी तरह से भागकर वे कहीं छुप गए। किसी तरह रात बिताने के बाद दोनों ने सदर थाना में आत्मसमर्पण कर दिया। दोनों के बालिग होने के कारण स्थानीय पुलिस ने दोनों के परिजनों को बुलाकर समझाया और पीआर बांड पर छोड़ दिया। इधर दोनों के परिजनों ने दोनों की शादी को जायज मानने से इन्कार कर दिया है। परन्तु दोनों प्रेमी युगल साथ रहने पर अड़े रहे। ऐसे में दोनों के बालिग होने के कारण बहुत समझा बुझाकर दोनों के परिजनों के सहयोग से शादी करा दिया गया। इधर जब दोनों दूल्हा दुल्हन घर पहुंचे, तो गांव में हड़कंप मच गया।
कहा यह भी जाता है कि सगी मौसी से तो शादी नहीं हो सकती वह तो आपकी माँ के समान होंगी और ऐसे रिश्ते को समाज कभी नहीं अपनाता । लड़की मौसी हो परन्तु सगे में नहीं बल्कि बहुत दूर के रिश्ते में। बहुत दूर के रिश्ते में बहन भी लग रही हो तो विवाह हो सकता है बशर्ते गोत्र अलग अलग हो ,अन्यथा नहीं