दिल्ली – उत्तर पश्चिमी दिल्ली के जहांगीरपुरी में दंगा भड़कने के आरोप में दो नाबालिगों समेत 22 लोगों को गिरफ्तार करने के एक दिन बाद हिंसा की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई है, जिसने एक विशेष जांच दल का गठन किया है. बता दें कि गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी मुसलमान हैं.जहांगीरपुरी में हुए दंगे को लेकर पुलिस कमीश्नर राकेश अस्थाना ने सोमवार को विस्तार ने जानकारी दी। उन्होंने कहा कि शोभायात्रा के पिछले हिस्से में जो लोग मौजूद थे, उनके साथ वहां पर खड़े लोगों के साथ टकराव हुआ और पथराव शुरू हुए। अस्थाना ने बताया कि 9 लोग घायल हुए हैं, जिनमें 8 पुलिस अधिकारी हैं। मामले में अब तक एक नाबालिग समेत 23 लोग गिरफ्तार हुए हैं। सोशल मीडिया की वीडियो फूटेज की जांच की जा रही है।
राकेश अस्थाना ने इस तर्क को खारिज कर दिया कि इलाके की एक मस्जिद में भगवा झंडे लगाए जाने के बाद हिंसा हुई। उन्होंने कहा, “एक मामूली तर्क (समूहों के बीच) जहांगीरपुरी में हिंसा का कारण बना। मस्जिद में भगवा झंडे लगाने की थ्योरी पूरी तरह से निराधार है।” मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ,अधिकारियों के मुताबिक क्राइम ब्रांच से ‘बांग्लादेशी पहलू’ की जांच करने कहा गया है और सहायता के लिए फेशियल रिकग्निशन सिस्टम (एफआरएस) के इस्तेमाल को कहा है.यह फैसला तब लिया गया है जब कई भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया था कि जहांगीरपुरी में हिंसा अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों के कारण शुरू हुई.
मामूली बातचीत के दौरान हुआ विवाद
यात्रा के दौरान वहां मौजूद लोगों ने बताया कि पहले किसी बात पर मामूली कहासुनी हुई. ये मामूली कहासुनी इतनी बढ़ गई कि बवाल हो गया और हिंसा फैल गई. दोनों तरफ से पत्थबाजी शुरू हो गई. सार्वजनिक संपत्ति के साथ तोड़ फोड़ की गई. गाड़ियों में आग लगाई गई.सूत्रों के मुताबिक CRPF की पांच कंपनियों की अतिरिक्त तैनाती की गई है. RAF की दो कंपनियां कल ही मौके पर भेज दी गई थीं.
इस पूरे मामले में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी प्रतिक्रिया दी. केजरीवाल ने हिंसा की निंदा की है और सभी से शांति बनाने की अपील की है.
दिल्ली के जहांगीर पुरी में शोभायात्रा में पथराव की घटना बेहद निंदनीय है। जो भी दोषी हों उन पर सख़्त कार्रवाई होनी चाहिए। सभी लोगों से अपील- एक दूसरे का हाथ पकड़कर शांति बनाए रखें।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) April 16, 2022
‘कुछ लोग सोशल मीडिया के जरिए शांति भंग करने की कोशिश कर रहे’
दिल्ली के पुलिस कमिश्नर ने कहा कि कुछ लोग सोशल मीडिया के जरिए शांति भंग करने की कोशिश कर रहे हैं। हम सोशल मीडिया पर कड़ी नजर रख रहे हैं और गलत और भ्रामक जानकारी फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उन्होंने अपील भी किया है की जनता अफवाहों पर ध्यान न दें। राकेश अस्थाना ने कहा कि अमन कमिटी के साथ मिलकर संवेदनशीन इलाकों में शांति रखने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने साफ कर दिया कि किसी भी वर्ग, पंथ, समुदाय और धर्म के लोग अगर दोषी पाए गए उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
CCTV फुटेज और सोसल मीडिया की हो रही जांच
घटना की जांच के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस घटना के सीसीटीवी फुटेज और सोशल मीडिया के जरिए असामाजिक के द्वारा किए गए स्थितियों का विश्लेषण कर रही है। अस्थाना ने कहा, “सीसीटीवी फुटेज और डिजिटल मीडिया की जांच की जा रहा है। फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला की टीमों ने आज अपराध स्थल का दौरा किया है।” सभी तरह के सूचनाओं को इकट्ठा किया जा रहा है
वहीं, अपराध शाखा के विशेष पुलिस आयुक्त रवींद्र यादव ने कहा कि दिल्ली पुलिस अपराध शाखा और जिला पुलिस संयुक्त रूप से घटना की जांच कर रही है। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए हिंसा प्रभावित इलाके में भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
इनकी हुई गिरफ्तारी
डीसीपी रंगनानी ने कहा कि जहांगीरपुरी निवासी सलीम (36) को भी गिरफ्तार किए जाने के बाद गिरफ्तार किए गए लोगों की संख्या बढ़कर 22 हो गई. उन्होंने कहा कि सलीम उर्फ चिकना पहले भी लूट और हत्या के प्रयास के मामले में संलिप्त पाया गया है, जो जहांगीरपुरी थाने में दर्ज है.
गिरफ्तार किए गए 18 अन्य लोगों की पहचान जाहिद (20), शाहजाद (33), मुख्तयार अली (28), मोहम्मद अली (18), आमिर (19), अक्सर (26), नूर आलम (28), जाकिर (22), अकरम (22), इम्तियाज (29), मोहम्मद अली (27), अहीर (35), शेख सौरभ (42), सूरज (21), नीरज (19), सुकेन (45), सुरेश (43), सुजीत सरकार (38) के तौर पर की गई है और ये सभी जहांगीरपुरी के रहने वाले हैं.