किसी ने ठीक कहा है की शादी जैसे नाजुक रिश्ते को चलाने के लिए पति-पत्नी का न सिर्फ साथ रहना बल्कि उनका एक-दूसरे से संतुष्ट रहना भी बहुत जरूरी है। हालाँकि, मुझे अपनी शादी में दोनों में से कुछ नहीं मिला। मैं अपनी शादी से बिल्कुल भी खुश नहीं थी । ऐसा इसलिए है क्योंकि मेरे पति का व्यवहार मेरे प्रति बहुत उदासीन उसने मुझे ऐसा कभी महसूस नहीं कराया जैसा मुझे चाहिए था वह न केवल अपने काम में बहुत व्यस्त थे बल्कि हमारे रिश्ते के लिए भी उनके पास समय नहीं था। मुझे स्पष्ट रूप से याद है कि उसने शादी के बाद से मुझे कभी छुआ तक नहीं था। उसे मुझसे प्यार करने में सबसे कम दिलचस्पी थी। ऐसा लगता था मानो उन पर बोझ हूं
ऐसा नहीं है कि मैंने उनसे पूछने की कोशिश नहीं की, वे हमेशा इधर उधर का बहाना लेकर टालमटोल कर देते थे हमारे रिश्ते को हमने कई मौका दिया लेकिन वे दूरियां बनाते ही चले गए और इस तरह हमारा रिश्ता बनने से नाकामयाब रहा और इस घटना ने मुझे बहुत ही निराश किया । हमारी शादी बाहर से तो बहुत ही समझदार और सुलझी हुई लगती थी लेकिन यह मेरे लिए एक फांसी के फंदे जैसा था जो बोझ बनता जा रहा । आए दिन घुट घुट के जीना पड़ता था । मैं अपने अंदर की भावनाओं को बाहर निकालना चाहती थी मैं अपने पति को खूब प्यार करना चाहती थी अपनी बातें शेयर करना चाहती थी कुछ टाइम देना चाहती थी लेकिन मेरे पति जल्दी जाकर हमेशा सो जाया करते थे। एक दिन मैंने उनके साथ प्रेम विवाह का तालमेल बिठाना शुरू किया। सभी तस्वीरें सांकेतिक हैं, हम यूजर्स द्वारा साझा की गई कहानियों में उनकी पहचान गुप्त रखते हैं।
एक दिन मैंने अपने कॉलेज के फ्रेंड को घर पर बुलाया
मैंने अपनी शादी से सारी उम्मीदें छोड़ दी थी और तभी कुछ दिनों बाद मेरे कॉलेज का फ्रेंड हम हमारे घर के बगल में ही रहने के लिए रूम लिया था वह देखने में बहुत ही हैंडसम था कॉलेज के टाइम पर वह मुझे लाइक भी करता था और मैं भी उसे लाइक करती थी उसकी पर्सनालिटी काफी अच्छी थी उसके पास एक मर्दाना स्पर्श था। जिसने मुझे उसके बारे में ऐसा सोचने पर मजबूर कर दिया था।हालाँकि, मैं इस बात से अच्छी तरह वाकिफ थी कि उसके लिए मेरी सोच काफी गलत थी, लेकिन मैं इसका विरोध नहीं कर सकी उसके प्रति मेरा आकर्षण बढ़ता जा रहा था।
हमारी नज़रें आपस में टकराने लगी
वह बार-बार एक दूसरे को देखते हैं उनकी नजरें आपस में मिलती और वह एक दूसरे से दूर नहीं रहना पसंद करते बल्कि और करीब जाते यही टकराव उन लोगों को काफी करीब ले आया। लड़का भी उसकी परेशानी को समझने लगा कभी-कभी बहुत उदास बैठी रहती वह देखता उसको अच्छा नहीं लगता था। जब उसकी तरफ लड़की देखती थी तो उसे अच्छा महसूस करती थी । उससे यह बात समझ आ रहा था तभी एक दिन उसका पति बाहर गया और उसने अपने फ्रेंड को घर पर बुलाया उसे अपनी सारी बातें बताई और उसको बहुत हल्का महसूस हुआ फिर उन दोनों में वह हुआ जो गलत तो था लेकिन लड़की को बहुत खुश किया इस तरह एक दूसरे से रोज रोज मिलने लगे उनका का संबंध मजबूत होता गया।हमने केवल एक-दूसरे से प्यार किया। हमने इस दौरान कुछ भी नहीं सोचा। हम दोनों ही बस इस पल में रहना चाहते थे।
हम दोनों को एक दूसरे में मिली खुशी
अक्सर जब पति घर से बाहर निकलता वह अपने फ्रेंड को घर बुला लेती वह एक-दूसरे से प्यार करने के मौके तलाशते थे। हम दोनों के लिए यह बहुत अच्छा समय था। मैं अंत में स्वतंत्र महसूस करने लगी थी ऐसा इसलिए है क्योंकि एक महिला के रूप में मेरी भी कुछ इच्छाएं थीं, जो आखिरकार पूरी होने लगी थीं। मैं अपने पति को कभी धोखा नहीं देना चाहती थी, लेकिन उन्होंने कभी मेरा सम्मान नहीं किया। मैं उससे बहुत प्यार करती थी लेकिन उसके लिए इस रिश्ते को नाम दिया गया था, जिसे वह चाहकर भी खत्म नहीं कर सकता था।
एक दिन वह अपनी फैमिली के साथ लंदन लौट गया । मैंने उसे रोका भी नहीं। ऐसा इसलिए है क्योंकि हममें से कोई भी अपने साथी के खिलाफ जाने को तैयार नहीं था। हम अपना पूरा जीवन एक साथ रह कर बर्बाद नहीं कर सकते थे । इसलिए, हमने अपने रिश्ते को हमेशा के लिए गुप्त रखने का फैसला किया, जिसका मुझे कोई पछतावा नहीं है।
अगर आपके पास भी रिश्तों से जुड़ी कोई कहानी है, जिसे आप सभी से शेयर करना चाहते हैं तो editor.vindhyanews20@gmail.com पर भेज सकते हैं। आपका नाम गुप्त रखा जाएगा। अगर इस महिला के लिए कोई सलाह है तो आप भी दे सकते हैं।