देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमितों की संख्या और मौत के आंकड़ों में लगातार तेजी आ रही है. इस बीच बेटी की संवेदनहीनता देखने को मिली जहां पिता अपनी संतान को बचाने के लिए किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार रहता है लेकिन वही संतान बड़ा होने के बाद मां बाप से मुंह फेर लेता है कुछ ऐसा ही दिखा नालंदा जिले के स्थानीय बाजार के थाना मोड़ के पास। जी हां रविवार की शाम चलते-चलते एक बुजुर्ग की मौत हो गयी। स्थानीय लोगों के साथ पुलिस का भी यही कहना है कि बुजुर्ग अपनी बेटी के साथ आ रहे थे। लेकिन वह शव को छोड़कर भाग गयी। स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी है। समाचार लिखे जाने तक शव बाजार में ही पड़ा था।
बता दें कि मृतक की पहचान पटना जिला के बख्तियारपुर थाना क्षेत्र स्थित मिसी गांव निवासी देवीलाल रविदास के रूप में की गयी है। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो बुजुर्ग बख्तियारपुर की ओर से आने वाली बस से उतरे थे। उनके साथ उनकी बेटी भी थी। बस से उतरने के बाद कुछ कदम चलते ही बुजुर्ग लड़खड़ाकर गिर गए। पिता के जमीन पर गिरते ही कलयुगी बेटी को शंका हुई कि शायद पिता कोरोना संक्रमित है। बेटी मौके से ऐसे भगी जैसे पिता से कोई रिश्ता नाता ही ना हो।
यह देखकर उनकी बेटी उसी बस पर सवार होकर चली गयी। लोगों ने पुलिस को सूचना दी। काफी देर बाद भी पुलिस वहां नहीं पहुंची थी। स्थानीय लोगों ने भी कोरोना के भय से हाथ नहीं लगाया। थानाध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि बुजुर्ग अपनी पुत्री के साथ आ रहे थे। इसी दौरान उनकी मौत हो गयी। परिजन के साथ जिला प्रशासन को भी घटना की सूचना दी गयी है। बेटी के पिता के प्रति इस व्यवहार को जिसने भी देखा और सुना तो जमकर खरी-खोटी सुनाई।