शहडोल जिले में कोरोना की स्थिति बेकाबू होती जा रही है लापरवाही और अनदेखी के चलते जांच और इलाज के लिए मरीज भटक रहे हैं। स्थिति यह है कि शनिवार की देर रात तकरीबन 11:30 बजे छह और लोगों ने अपना दम तोड़ दिया है।शनिवार की रात मेडिकल कॉलेज के आईसीयू में ऑक्सीजन वाले बेडों में ऑक्सीजन की सप्लाई अचानक खत्म होने से अस्पताल के अंदर अफरा-तफरी मच गई।
मौत का तांडव जारी है: सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक तकरीबन 10 से 11 मरीज बुरी तरह तड़प रहे हैं जिन की स्थिति काफी गंभीर है। जानकारी के मुताबिक शनिवार की रात 11:30 बजे के आसपास से संक्रमित होने दम तोड़ दिया परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है लेकिन विडंबना यह है कि इनको अपने परिजन का अंतिम संस्कार तक करने की इजाजत नहीं है और ना ही इनका चेहरा लोग देख पा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि शनिवार को सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक 10 लोगों ने कोरोना के चलते अपना दम तोड़ दिया था वही रात 11:30 बजे तक 6 लोगों की मौत हो गई थी।
रेफर होने के बाद रास्ते में ही दम तोड़ रहे हैं। ऑक्सीजन का स्तर घटते ही यह स्थिति बन रही है । मेडिकल कॉलेज प्रबंधन पर मृतकों के परिजन आरोप लगा रहे हैं कि जांच और इलाज देर से शुरू होता है जिसके कारण यह स्थिति बन रही है।
मरीज भर्ती मरीजों और उसके परिजनों के द्वारा जो खबरें मिल रहीं हैं उनके अनुसार बीती रात करीब 12 बजे के बाद ऑक्सीजन सप्लाई LOM बंद हो गई। अस्पताल प्रबंधन ने ऑक्सीजन की कमी होना बताया और यह भी बता बात सामने आई कि ऑक्सीजन सिलेंडर ला रही गाड़ी दमोह के आसपास कहीं रास्ते में फस गई है, जिस कारण ऑक्सीजन यहां पर समय पर नहीं पहुंच पाई। कोरोना संक्रमित मरीज मेडिकल कॉलेज में बड़ी संख्या में भर्ती थे, जिन्हें आईसीयू सहित अन्य बिस्तरों पर ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ रखा गया था। ऑक्सीजन की सप्लाई बंद होने से कई लोगों की सांसे अटक गई है।