कल पेश हुए आम बजट पर प्रतिक्रियाएं
सीधी– वित्त मंत्री भारत सरकार निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए कल आम बजट पर सीधी जिले भर में प्रतिक्रियाएं हुई हैं। सत्ताधारी दल के नेताओं ने जहां इस आम बजट को सराहनीय बताया है वहीं विपक्ष के नेताओं ने इस बजट का जोरदार विरोध करते हुए इसे जन विरोधी करार दिया है।
सत्ताधारी दल के नेताओं की प्रतिक्रियाएं
सर्वे भवंतु सुखिन: का बजट: रीति
सीधी लोकसभा संसदीय क्षेत्र की सांसद श्रीमती रीती पाठक ने बजट सत्र में प्रत्यक्ष तौर से शामिल होने के पश्चात बजट को सर्वस्पर्शी और सर्व समावेशी करार दिया। उन्होंने कहा कि बजट में सभी के कल्याण की कामना करते हुए हर एक को कुछ ना कुछ दिया गया है। कोई भी व्यक्ति चाहे वह किसान हो, मजदूर हो, छात्र हो, सैनिक हो, आम गरीब व्यक्ति सबके लिए बजट में योजनाएं और हित की चिंता की गई है। सांसद श्रीमती रीति पाठक ने कहा कि बजट किसान हितैषी और किसानों की आय को दुगना करने वाला है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को शानदार और ऐतिहासिक बजट पेश करने के लिए धन्यवाद दिया है ।
आम बजट आत्मनिर्भर भारत की ओर बढ़ते कदम: शरदेन्दु
भाजपा के प्रदेश महामंत्री और चुरहट विधायक शरदेन्दु तिवारी ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि इस बार के बजट में स्वास्थ्य और पर्यावरण पर विशेष ध्यान दिया गया। यह बजट आत्मनिर्भर भारत की ओर बढ़ते कदम है। प्रदेश महामंत्री श्री तिवारी ने बताया कि बजट में शिक्षा,स्वास्थ्य,स्वालम्बन के लिए अनेक जन कल्याणकारी योजनाओं को समाहित किया गया है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए आईटीआर में छूट देकर सरकार ने अपनी संवेदनशीलता का परिचय दिया है। सारांशतःयह बजट स्वस्थ्य -सशक्त और आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने में सहायक सिद्ध होगा।
किसान हितैषी और मूलभूत ढांचे के लिए समर्पित बजट: इंद्र शरण
भाजपा जिलाध्यक्ष इन्द्र शरण सिंह चौहान ने केंद्रीय बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह बजट किसान हितैषी और मूलभूत ढांचे के लिए समर्पित बजट है। इसमें किसानों के कल्याण के लिए अनेकों योजनाएं जैसे सिंचाई, बीमा, एमएसपी किसान की लागत का डेढ़ गुना, खाद, बीज पर सब्सिडी सहित सड़क पर विशेष ध्यान देते हुए सभी के कल्याण की चिंता की गई है।
रोजगारोन्मुखी, युवाओं के हितों को साकार करने वाला बजट: शिव बहादुर
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और सिहावल विधानसभा के भाजपा प्रत्यासी रहे शिव बहादुर सिंह चंदेल ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि रोजगारोन्मुखी और युवाओं का खास ध्यान बजट में रखा गया है। बजट में आत्म निर्भर भारत के अंतर्गत नए ने लघु और बड़े उद्योग पर ध्यान केंद्रित किया गया है। जिससे हमारे युवाओं को जहां एक ओर रोजगार मिलेगा वहीं दूसरी ओर आत्म निर्भर होकर स्वयं का उद्योग धंधा स्थापित कर सकेंगे। स्वास्थ्य और कल्याण, भौतिक, वित्तीय पूंजी, अवसंरचना, भारत के लिए समावेशी विकास, नवाचार, अनुसंधान और विकास को प्राथमिकता मिलेगी ।
सबका साथ, सबका विकाश और सबका विश्वास के मंत्र से प्रेरित है बजट: डाॅ.राजेश
भाजपा सीधी पूर्व जिलाध्यक्ष डाॅ.राजेश मिश्र ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कोरोना महामारी में इस वर्ष बजट बनाना निश्चित रूप से एक जटिल काम था किन्तु वित्तमंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने सर्वांगीण कल्याण को ध्यान में रखते हुए बजट पेश किया है। श्री मिश्र ने कहा कि यह बजट चिकित्सा के क्षेत्र क्रातिंकारी परिवर्तन लाने के लिए अर्थात पहली बार स्वास्थ्य के क्षेत्र में 137 प्रतिशत की बृद्धि एवं किसानों के हित में आपरेशन ग्रीन योजना के साथ किसानों की आय को दुगुना करने के लिए प्रतिबद्धता, सूक्ष्म सिचाई को बढ़ावा देने के साथ साथ उन्हे आधारभूत सुविधाएं प्रदान करने के लिए विशेष प्रावधान, गरीबी, मध्यम वर्ग को मजबूती प्रदान करने के लिए तथा आर्थिक गति को तेज करने वाला है। यह बजट यथार्थ का एहसास और विकाश का विश्वास है। ये डिजिटल इंडिया का पहला डिजिटल बजट है।
लोक कल्याणकारी है बजट:सुनीता रानी
भाजपा महिला स्व सहायता समूह की जिला प्रभारी सुनीता रानी वर्मा ने अपने बजट प्रतिक्रिया में कहा कि देश का आम बजट लोक कल्याणकारी, सर्वसमावेशी तथा ‘आत्मनिर्भर भारत’ के संकल्प के अनुरूप है।इस बजट में सभी वर्गों का विशेष ख्याल रखा गया है।यह हमारी अर्थव्यवस्था को बल प्रदान करेगा और भारत के सभी नागरिकों को आर्थिक रूप से सशक्त करने का कार्य करेगा।
आकांक्षाओं की पूर्ति वाला समावेशी बजट: पूनम भाजपा महिला मोर्चा की जिला उपाध्यक्ष पूनम सोनी ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि देश की आशाओं और आकांक्षाओं की पूर्ति वाला समावेशी बजट स्वागत योग्य है। इस बजट से आत्मनिर्भर भारत का संकल्प पूरा होगा। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमन को सादर आभार।
सर्वसमावेशी बजट है: तुषार
भाजपा युवा मोर्चा के नेता तुषार द्विवेदी ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि संसद में पेश आम बजट प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करते हुए देश को संपूर्ण विकास की ओर अग्रसर करने वाला बजट है। इस बजट में स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत बनाने के साथ कृषि और गांव- गरीब के लिए काफी कदम उठाए गए हैं। आम बजट में आत्मनिर्भर भारत के प्रयासों के साथ गांव- गरीब और किसान का ख्याल रखने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन का आभार।
विपक्ष की बजट पर तीखी प्रक्रिया
कल देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा संसद में पेश किए गए आम बजट पर विपक्षी दल के नेताओं ने केंद्र सरकार पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए जोरदार हमला बोला है। साथ ही कहा कि सरकार गरीबों और आम आदमियों के लिए सिर्फ झुनझुना पकड़ा है।
अब भारत के मानव संसाधन को दांव पर लगा दिया: कमलेश्वर
पूर्व पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल ने केन्द्रीय बजट पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि नारेबाजी और जुमलेबाजी से अर्थव्यवस्था में बदलाव नहीं हो सकता। केन्द्रीय बजट में आत्मनिर्भरता का जो जुमला भ्रम फैलाने के लिये इस्तेमाल किया गया है वह बजट में नदारत है। उन्होने कहा कि देश के महत्वपूर्ण संसाधनों को बेचते बेचते अब मोदी सरकार ने कीमती मानव संसाधन की भी बोली लगा दी है। उन्होने कहा कि बीमा क्षेत्र में विदेशी पूंजी निवेश को बढाकर अब सरकार ने विदेशी बीमा कंपनियों के हाथों भारत के मानव संसाधन को सौंप देने की ठान ली है। सीधा-सीधा यह कहना है कि विदेशी बीमा कंपनियां आयें और भारतीयों का बीमा करें और खूब लाभ कमायें। पटेल ने कहा कि भारतीय नागरिकों के लिये बंदिशें लगाने को आतुर सरकार अब विदेशी पूंजी को बुला रही है। अब हर नागरिक को पूछना चाहिए कि कहां गया राष्ट्रवाद। देश की भक्ति करने की बात करते करते अब देश को गुलाम बनाने की चालें चलने लगे। कमलेश्वर पटेल ने कहा कि अर्थव्यवस्था को बर्बादी के मुआने पर लेकर आ गई मोदी सरकार ने देश के करोडों युवाओं को सपनों और उनकी मेहनत को मिटटी में मिला दिया। मंहगाई और बेरोजगारी का इल्जाम कोविड19 के सर पर मढ दिया। जनता के पास सब हिसाब मौजूद है। बजट से पहले ही पेट्रोल डीजल के दाम बढा दिये और बजट से पहले भी कई बार ऐसी कार्रवाइयां कर दी जिससे पूरा बैंकिंग सेक्टर पूरा उदयोग सेक्टर तबाही की हालत में है। उन्होने कहा कि यह बजट भी दृष्टिहीनता का शिकार है।
केंद्रीय बजट निराशाजनक: आनन्द
सीधी जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष आनंद सिंह चौहान ने संसद में पेश मोदी सरकार के बजट को निराशाजनक एवं निजी करण को बढ़ावा देने वाला बताया है। उन्होंने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत किए गए केंद्रीय बजट में सरकारी संपत्ति को बेचकर खर्चा चलाने की प्रवृत्ति को अत्यंत निराशाजनक और सरकारी संपत्ति को चंद उद्योगपतियों के हाथ में सौंप देने के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। श्री सिंह ने कहा है कि भारत पैट्रोलियम आईडीबीआई बैंक और एलआईसी को बेचने की साजिश की जा रही है। बजट में किसानों बेरोजगारों और युवा वर्ग की आशाओं पर पानी फेरने का काम किया गया है। ना ही किसानों के कर्ज माफी की कोई बात की गई और ना ही मनरेगा के तहत रोजगार उपलब्ध कराए जाने का कोई प्रावधान किया गया है। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा है कि संभव है कि आगे आने वाले समय में संसद भवन और विधान सभा को निजी हाथों में सौंप कर सांसद और विधायक तनख्वाह लेने का काम मोदी राज में करेंगे। डीजल पर ₹4 और पेट्रोल पर 2.5 रुपए का कृषि सेस लगाकर महंगाई बढ़ाने का काम किया गया है कुल मिलाकर केंद्रीय बजट निजी करण को बढ़ावा देने वाला और चंद उद्योगपतियों के हाथ में देश की उद्योग व्यवस्था सौपना अत्यंत निंदनीय है।
देश को बेचने का दस्तावेज है आम बजट: दीपू
केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा पेश किए गए आज देश के आम बजट को कांग्रेस पार्टी ने देश को बेचने एवं बर्बाद करने वाला दस्तावेज करार दिया है। जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता प्रदीप सिंह दीपू ने बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि मोदी सरकार द्वारा पेश किया गया आम बजट पूरी तरह से निराशाजनक एवं आमजन विरोधी है। पेश किया गया बजट मोदी सरकार के चंद उद्योगपति मित्रों को फायदा पहुंचाने वाला है। इस बजट का गरीब किसान एवं देश के विकास से कोई वास्ता नहीं है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि मोदी सरकार रेल,रेलवे स्टेशन,एयरपोर्ट,लाल किला, बीएसएनल, एलआईसी पहले ही बेच चुकी है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का आम बजट देश का बजट नहीं है बल्कि अब बैंक,बंदरगाह,बिजली लाइनें,राष्ट्रीय सड़के, स्टेडियम,तेल की पाइप लाइन से लेकर वेयरहाउस बेचने का भाजपाई निश्चय है। बजट में किसानों को लागत की डेढ़ गुना एमएसपी देने एवं किसानों की कर्ज माफी का कोई जिक्र ना करके मोदी सरकार का किसान विरोधी एवं उद्योगपति हितेषी चेहरा बेनकाब हुआ है। इस बजट से समाज का हर वर्ग निराश एवं हताश हुआ है। सबको छला गया है। ये बजट देश का बजट नहीं है बल्कि देश को बेचने एवं बर्बाद करने का भाजपाई दस्तावेज है।
सपनों के भारत का पंख तोड़ने वाला बजट: रोहित
जिला कांग्रेस कमेटी उपभोक्ता संरक्षण के जिलाध्यक्ष एड. रोहित मिश्रा ने पेश बजट को काफी निराशाजनक बताया। नौकरीपेशा के लिए बजट सबसे खराब रहा, काफी समय से इस बजट से उम्मीद की जा रही थी कि इसमें धारा 80सी के तहत छूट की सीमा बढ़ सकती है और साथ ही 2.5 लाख रुपये तक की कमाई पर मिलने वाली छूट के भी बढ़ने की उम्मीद थी। ये उम्मीद इसलिए भी की जा रही थी, क्योंकि पिछले करीब 7 सालों से इसमें कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। आखिरी बार जुलाई 2014 में ये टैक्स छूट की सीमा 2 लाख से बढ़ाकर 2.5 लाख की गई थी और धारा 80सी के तहत निवेश पर टैक्स छूट की सीमा 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 1.5 लाख रुपये की गई थी। आम आदमी के लिए कुछ नहीं देखा जाए तो ये बजट आम आदमी का था ही नहीं। उल्टा तमाम चीजों पर कस्टम ड्यूटी और सरचार्ज लगने की वजह से मोबाइल समेत बहुत सारी चीजें महंगी भी हो रही हैं। आम आदमी के लिए ये बजट निराशाजनक रहा।
उद्योगपति दोस्तों का एवं निजी करण का बजट: उमेश
टोंको-रोंको-ठोंको क्रांतिकारी मोर्चा के संयोजक उमेश तिवारी ने केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तुत किए गए 34 लाख करोड़ रुपये के बजट में अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा जो बजट पेश किया गया है उसने साबित किया है कि मोदी सरकार को आम भारतीयों की चिंता कतई नहीं है, मोदी सरकार मात्र 5 उद्योगपतियों की सरकार है। पेश किए गए बजट में गैस पाइपलाइन, नई रेलवे लाइन, सड़क, एयरपोर्ट, स्वास्थ्य सेवा, स्टील कारखाने को बेचने को कहा गया है। सब कुछ बेच कर पौने दो लाख करोड़ रुपए प्राप्त करना जनोन्मुखी सरकार का काम नहीं हो सकता। घर की संपत्ति बेचकर बढ़िया गाड़ी खरीद कर मौज करने को विकास नहीं कहा जा सकता है। उमेश तिवारी ने कहा कि केंद्र सरकार का बजट किसानों को निराश किया है। सरकार ने फिर से एक बार झूठ बोला है कि देश में लागत से डेढ़ गुना दाम पर खरीद की जा रही है। जबकि गेहूं और धान भी पूरे देश मे समर्थन मूल्य पर नहीं खरीदा जा रहा है। 23 कृषि उत्पादों की समर्थन मूल्य पर खरीद दूर की बात है।उमेश तिवारी ने कहा कि सरकार ने बीमा क्षेत्र में 74% विदेशी विनिवेश बढ़ाकर देश की बीमा कंपनियों को नष्ट करने की घोषणा कर दी है। विनिवेश के नाम पर सब कुछ बेच देने के विचार को सरकार ने अमली जामा पहना दिया है। सब कुछ बेच दूंगा ,मोदी सरकार का नया नारा आज के बजट ने स्थापित कर दिया है। देश में बजट भाषण में कॅरोना काल में देश के लिए काम करने का श्रेय किसानों की जगह उद्योगपतियों को देकर उद्यगपति भक्ति का सबूत दिया गया है।
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