सीधी –मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की मंशानुसार अन्य प्रदेशों में फंसे श्रमिकों की वापसी का सिलसिला जारी है। शासन के निर्देशानुसार जिला प्रशासन की सक्रियता से सीधी जिले के अब तक 4 हजार 7 सौ से अधिक श्रमिक वापस आ चुके हैं तथा यह प्रक्रिया निरंतर चल रही है।
जिला प्रशासन द्वारा भोज्य पदार्थों की व्यवस्था और स्वास्थ्य परीक्षण के बाद श्रमिकों को वाहनों के माध्यम से उनके गंतव्य स्थलों तक पहुँचाया जा रहा है। जिला प्रशासन द्वारा सतत रूप से कार्य करते हुए श्रमिकों को राहत प्रदान किया जा रहा है। स्वास्थ्य परीक्षण में पूर्णरुपेण स्वस्थ पाए जाने पर श्रमिकों को 14 दिवस के लिए होम क्वारेंटाईन किया जा रहा है, जबकि कोरोना संक्रमण की संभावना होने पर उन्हें संस्थागत क्वारेंटाईन सेंटरों में रखा जा रहा है।
कई राज्यों से प्रवासी मजदूर पहुचे सीधी सीधी जिले के मनोज कुमार साकेत, नरेश कुमार यादव और शिवेंद्र कुमार द्विवेदी हैदराबाद में श्रमिक के रूप कार्य करते थे। वो लाक डाउन कारण वहीं फँस गए थे और काम नहीं होने के कारण परेशान होने लगे थे। घर लौटने का कोई साधन नहीं था और पास रखी खाद्य सामग्री भी समाप्त हो रही थी। शासन की पहल पर हैदराबाद ट्रेन चलने से उनकी राह आसान हुयी। उनका कहना है कि लॉकडाउन जैसी विषम परिस्थिति में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने जो व्यवस्थाएँ की हैं, ऐसी व्यवस्था हम टिकिट लेकर आते, तो भी नहीं हो पाती। अब वे अपने प्रदेश वापस लौट कर घर पहुँचने की खुशी का इजहार करते हुए कहते हैं कि मुख्यमंत्री श्री चैहान के हम हमेशा ऋणी रहेंगे। संकट की इस घड़ी में भी मुख्यमंत्री श्री चैहान ने हमारा ध्यान रखा। हमें अपने मुख्यमंत्री पर गर्व है।
जिला परिवहन अधिकारी कृतिका मोहटा ने बताया कि मध्यप्रदेश का झाबुआ जिला गुजरात राज्य की सीमा से लगता है। वहाँ से कुल 820 व्यक्तियों को 15 बसों के द्वारा सीधी जिले में लाया गया है। इसके अतिरिक्त झाबुआ जिलें से लगभग 40 बसें सीधी हेतु भेजी गई जिसमें लगभग 2000 श्रमिक गुजरात से सीधी आये। इस प्रकार गुजरात से सीधी आयें व्यक्तियों की संख्या 2820 है। इसी प्रकार राजस्थान राज्य से लगे नीमच जिले से 60 व्यक्तियों को 1 बस के द्वारा सीधी जिले में लाया गया है। महाराष्ट्र से लगे बड़वानी जिले से कुल 555 व्यक्तियों को 11 बसों द्वारा सीधी जिले में लाया गया है। हैदराबाद (तेलंगाना) से ट्रेन द्वारा 191 व्यक्ति कटनी पहुँचें जिन्हे 5 बसों द्वारा सीधी लाया गया है। पनवेल (महाराष्ट्र) से ट्रेन द्वारा 128 व्यक्ति रीवा पहुँचे जिन्हे 4 बसों द्वारा सीधी लाया गया है। कोछीकोण (केरला) से ट्रेन द्वारा 60 व्यक्ति विदिशा पहुंचे जिन्हे 2 बसों द्वारा सीधी लाया गया है। अकोला (महाराष्ट्र) से ट्रेन द्वारा 79 व्यक्ति जबलपुर पहुॅचें, जिन्हे 2 बसों लाया गया है। पूने उरली (महाराष्ट्र) से ट्रेन द्वारा 59 व्यक्ति रीवा पहुंचे जिन्हे 2 बसों द्वारा सीधी लाया गया है। केरला से ट्रेन द्वारा 260 व्यक्ति विदिशा पहुँचे जिन्हे 08 बसों द्वारा सीधी लाया गया है। कोल्हापुर (महाराष्ट्र) से ट्रेन द्वारा 117 व्यक्ति जबलपुर पहुँचे जिन्हे 03 बसों द्वारा सीधी लाया गया है। पूने (महाराष्ट्र) से ट्रेन द्वारा 80 व्यक्ति जबलपुर पहुंचे जिन्हे 03 बसों द्वारा सीधी लाया गया है। थाने (महाराष्ट्र) से ट्रेन द्वारा 230 व्यक्ति रीवा पहुंचे जिन्हे 08 बसों द्वारा सीधी लाया गया है। राजकोट (गुजरात) से ट्रेन द्वारा 63 व्यक्ति सतना पहुँचे जिन्हे 02 बसों द्वारा सीधी लाया गया है। इस प्रकार 85 बसों के माध्यम से 4 हजार 702 व्यक्ति जिले में वापस आ चुके हैं और यह प्रक्रिया सतत रूप से जारी है।
1 Comment
Do you have a spam problem on this site; I also am a blogger, and I was curious about your situation; many of us have developed some nice procedures and we are looking to exchange solutions with other folks, be sure to shoot me an e-mail if interested.