Ajay Singh showed his status to former minister Kamleshwar Patel : आम जनमानस में चर्चा रही हैं की पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल Ajay Singh का विंध्य क्षेत्र में राजनीतिक प्रभाव कम हुआ हैं लेकिन सीधी- सिंगरौली जिले में जिला कांग्रेस अध्यक्ष अपने खेमे का बनाकर उन्होंने सिद्ध कर दिया है कि विंध्य क्षेत्र में अभी भी अपने पिता स्वर्गीय दाऊ साहब कुंवर अर्जुन सिंह द्वारा स्थापित वर्चस्व को कायम रखा है.
Ajay Singh showed his status to former minister Kamleshwar Patel : बता दें कि पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल जिनके पिता विन्ध्य क्षेत्र के सीधी जिले के सिहावल विधानसभा क्षेत्र से लगातार सात बार जीतकर विधायक बनने का एक रिकॉर्ड बनाया था और दिग्विजय सिंह सरकार में कैबिनेट मंत्री व आवास एवं पर्यावरण राज्य शिक्षा मंत्री भी रहे। उनके पुत्र पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल को भले ही जातिगत समीकरण में महारत हासिल हैं लेकिन कांग्रेस पार्टी में उनका वर्चस्व राहुल की तुलना में ना के बराबर तो नहीं किन्तु बराबर भी नहीं है.
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माना जा रहा था कि 2018 विधानसभा और 2019 लोकसभा चुनाव में पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल Ajay Singh की हार हो गई थी इस हार के कारण उनका कद ना केवल जिले में कम हुआ बल्कि प्रदेश कांग्रेस में भी इसका प्रभाव पड़ा। वहीं विधायक कमलेश्वर पटेल का कांग्रेस सरकार में मंत्री पद मिलने के बाद उनका कद बढ़ा लेकिन अब जब सरकार चली गई और सीधी सिंगरौली जिले में जिला अध्यक्षों की नियुक्ति को लेकर राजनीतिक रस्साकशी शुरू हुई तो विन्ध्य की राजनीति के चाणक्य पुत्र अजय सिंह राहुल भारी पड़े। नतीजा यह हुआ कि अजय सिंह राहुल Ajay Singh सीधी एवं सिंगरौली दोनों जिलों में अपने खेमे का जिला अध्यक्ष बनाकर अपना वर्चस्व साबित कर दिया है। जबकि श्री पटेल पार्टी स्तर पर राहुल की बराबरी का दावा करते थे.
दरअसल सिंगरौली जिले के जिला अध्यक्ष रहे पूर्व सांसद तिलक राज सिंह के निधन के बाद जिला अध्यक्ष का पद रिक्त हो गया था ऐसे में जिले के कई दावेदार नेता अध्यक्ष बनने के लिए सिंगरौली से भोपाल एक किए हुए थे. ऐसे में गली चौराहे में चर्चा यह चर्चा का विषय था कि अब कांग्रेस जिलाध्यक्ष किस गुट से बनेगा, और जब जिला कांग्रेस के अध्यक्षों की नियुक्ति हुई और उसमें सीधी से ज्ञान सिंह एवं सिंगरौली जिला से ज्ञानेंद्र प्रसाद द्विवेदी का नाम सामने आया तो उससे यह स्पष्ट हो गया कि दोनों कांग्रेस जिलाध्यक्ष अजय सिंह राहुल के गुट के हैं क्योंकि जानकार बताते है कि दोनों नव नियुक्त जिलाध्यक्ष हर चुनावी मौके पर अजय सिंह राहुल Ajay Singh की छत्र छाया में रहते हुए श्री पटेल की मुखालफत करते रहे हैं.
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एक सभा के दौरान नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने आत्म विश्वास से लवरेज रहते हुए ठीक ही कहा था की हमारी सरकार बने या ना बने लेकिन हमारा काम नही रुकेगा.और उनकी ये बाते सौ फीसदी सही सावित हुई.जिससे आम जन मानस में यह चर्चा जोरो पर हैं कि कांग्रेस हाई कमान पर अजय सिंह राहुल की पकड़ एवं पंहुच आज भी बरकरार है.