चीन में पिछले दिनों बिजली के संकट की खबरें दुनिया भर में सुर्खियां बटोर रही थी। अब आने वाले दिनों में भारत में भी बिजली संकट की स्थिति बन सकती है इसकी वजह है कि भारत में कुछ हफ्तों का ही कोयले का स्टॉक बचा हुआ है ऊर्जा मंत्रालय के मुताबिक कोयले पर आधारित बिजली उत्पादन केंद्रों में कोयले का स्टॉक काफी कम हो चुका है । इस वजह से बहुत से पावर प्लांट में उत्पादन ठप पड़ने की आशंका है, जबकि बहुत से पावर प्लांट में उत्पादन ठप हो सकता है। कोयले की संकट की वजह चीन को बताया जा रहा है
सरकार के निशाने पर देश की सबसे बड़ी कोयला खनन कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड सरकार के निशाने में है केंद्र की मोदी सरकार बार-बार कोल इंडिया को चेतावनी दे रही है कि बिजली बनाने वाले संयंत्र में कोयले की आपूर्ति सुनिश्चित करें जिससे बिजली बनाने बाली कंपनियों में कोयले की किल्लत की वजह से बिजली के उत्पादन पर असर ना पड़े. कोयला सचिव अनिल जैन ने कंपनी के चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल को 27 सितंबर को एक पत्र लिखा मैं आपको याद दिलाना चाहता हूं कि कोयला मंत्रालय ने कोल इंडिया लिमिटेड के अधिकारियों को बार-बार इस मसले पर ध्यान दिलाने की कोशिश की है कि पावर प्लांट में कोयले का स्टॉक लगातार घट रहा है कई चेतावनी के बाद भी अब तक स्थिति में कोई सुधार नहीं आया है। उन्होंने कहा कि मंत्री लेवल की कई बैठकों के बाद भी पावर प्लांट में कोयले की समस्या दूर करने को लेकर कई सुझाव दिए गए हैं लेकिन अब तक इन सुझावों में कोई अमल नहीं किया गया है।
सौभाग्य योजना से बड़ी खबर
कहा यह भी जा रहा है कि सौभाग्य योजना अंतर्गत 2.8 करोड़ नए घरों में इलेक्ट्रिसिटी पहुंची है और यह सभी नए उपभोक्ता पंखा कूलर टीवी जैसे उपकरण खरीद रहे हैं। जिसके चलते बिजली की खपत बढ़ी है वहीं दूसरी तरफ कोयला खदान वाले क्षेत्रों में अगस्त और सितंबर महीनों में बारिश लगातार हो रही थी जिसकी वजह से इस दौरान कोयला खदानों से कम कोयला निकाला गया हालांकि कोयला मंत्रालय ने बताया है कि अब दोबारा कोयला आपूर्ति में तेजी लौट आई है 4 अक्टूबर 2021 को 263 रहे आपूर्ति के लिए भेजे गए हैं इनकी संख्या 3 अक्टूबर 2021 को भेजे गए कुल 15 अधिक है।
भारत का 20 लाख टन कोयला चीन में फसा !
भारत में कोयले की आपूर्ति ऑस्ट्रेलिया से की जाती है ऑस्ट्रेलिया से कोयले का आयात पर कमी आई है इसके पीछे चीन को जिम्मेदार ठहराया गया है ऑस्ट्रेलिया से भारत आ रहा करीब 20 लाख टन कोयला चीन के बंदरगाह में महीनों से पड़ा है। इसके पीछे अंतरराष्ट्रीय राजनीति को अहम वजह बताई जा रही है । बताया जा रहा है कि पिछले कुछ दिनों से अमेरिका की वजह से ऑस्ट्रेलिया के संबंध चीन से खराब हुए हैं अब चीन को मौका मिला तो वह ऑस्ट्रेलिया से भारत और कोयला को रोककर ऑस्ट्रेलिया की अर्थव्यवस्था परचून करना चाहता है लेकिन चीन और ऑस्ट्रेलिया के संबंधों के वजह से भारत सीधे तौर पर प्रभावित हो रहा है।