एक आईएएस अफसर ने कर्मचारियों का भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए शानदार तरकीब निकाला. वह भेष बदलते हुए किसान बनकर खाद लेने सरकारी खाद दुकान पहुंच गए और किसानों के साथ हो रही धोखाधड़ी को रंगे हाथों पकड़ लिए.
अफसर का नाम जी सूर्या परवीन चंद है और वह विजयवाड़ा में सब कलेक्टर हैं. उन्होंने कैकालुरु और मुदिनेपल्ली मंडल की खाद की दुकान पर खाद लेते दिख रहे है । दरअसल कलेक्टर को खाद की कालाबाजारी की सूचना मिली थी जिसकी तस्दीक करने वह खुद किसान बनकर दुकान में पहुंच गए। कलेक्टर खाद की दुकानों पर किसानों के साथ हो रही धोखाधड़ी की पड़ताल करने पहुंचे । उन्होंने किसान का भेष बदल गए Kaikaluru और Mudinepalli मंडल की खाद की दुकानों पर खाद लेने के लिए।
एमआरपी से ज्यादा दाम पर बेच रहे थे खाद
जांच के दौरान कलेक्टर ने पाया कि कई दुकानदार Diammonium phosphate (DAP) और यूरिया एमआरपी से ज्यादा दाम में किसानों को बेच रहे थे। हैरानी इस बात की यहां सेल्समैन खाद का कोई बिल भी नहीं दे रहे थे और तो और उन्होंने खाद के गोदाम के गोदाम भर रखे थे। यानी कि उन्होंने जमाखोरी भी कर रखी थी। जांच के दौरान दो दुकानों में हेराफेरी की पुष्टि हुई जहां कलेक्टर ने दोनों दुकानों को सीज कर दिया जो यूरिया 266.50 का है लेकिन दुकानदार 280 का बेच रहे थे। इतना ही नहीं, वो ग्राहकों की आधार डिटेल भी नहीं ले रहे थे।
ऐसे गए दुकानों पर
IAS officer G Surya Praveen Chand concealed his identity and visited fertilizer shops as a buyer. The Vijayawada sub collector detected wrong doings by shop owners and got them booked. #AndhraPradesh pic.twitter.com/SkGscN4Hht
— Ch Sushil Rao (@sushilrTOI) August 7, 2021
@sushilrTOI ने यह फोटो शेयर कर ट्वीट किया है। इसमें आप देख सकते हैं कि जो शख्स खाद लेता दिख रहा है वो आईएएस अधिकारी परवीन चंद हैं। इलाके के एक दुकानदार ने उन्हें किसान के साथ होती इस धोखाधड़ी को लेकर शिकायत दर्ज करवाई थी। जिसके बाद उन्होंने खुद जांच करने के लिए शुक्रवार को यह कदम उठाया।