IOC : नई दिल्ली-प्लास्टिक की बोतल के कचरे से पॉलिएस्टर फैब्रिक का उत्पादन शुरू हो गया है इस कपड़े से यूनिफ फार्म बनाई जाती है। जिसे देश की महारत्न कंपनी इंडियन ऑयल के पेट्रोल पंपों पर काम करने वाले और इंडेन गैस वितरकों को एलपीजी सिलेंडर की आपूर्ति करने वाले कर्मचारियों द्वारा पहना जाएगा.
IOC : केंद्र सरकार की महारत्न कंपनी इंडियन ऑयल के चेयरमैन एसएम वैद्य ने अभियान की शुरुआत की। कंपनी ने इस विशेष रूप से डिजाइन की गई टिकाऊ और हरे रंग की वर्दी को अनबॉटलेड टुवड्र्स ए ग्रीन फ्यूचर नामक एक कार्यक्रम में लॉन्च किया। इसे कंपनी के करीब तीन लाख यूल स्टेशन अटेंडेंट और इंडेन एलपीजी गैस डिलीवरी वर्कर्स के लिए डिजाइन किया गया है। इंडियनऑयल से प्राप्त जानकारी के अनुसार इन यूनिफ फार्म के लिए ड्रेस मटेरियल इस्तेमाल की गई और बेकार हो चुकी पीईटी बोतलों से तैयार की जाती है.
इन बोतलों को पुनर्नवीनीकरण पॉलिएस्टर प्राप्त करने के लिए संसाधित किया गया था। यह कपड़ा उसी पॉलिएस्टर धागे से बुना गया था। अब इस कपड़े से लगभग 3 लाख यूल स्टेशन अटेंडेंट और इंडियन ऑयल पेट्रोल पंप और इंडेन गैस स्टेशनों पर इंडेन एलपीजी गैस डिलीवरी स्टाफ के लिए वर्दी बनाई जाती है। आईओसी के अध्यक्ष वैद्य ने कहा कि इस पहल के जरिए करीब 405 टन पीईटी बोतलों को रिसाइकिल किया जाएगा.
यह सालाना 20 मिलियन से अधिक बोतलों को फि र से भरने के बराबर है.बेकार पड़े प्लास्टिक का उपयोग होने से जहां पर्यावरण प्रदुषण को कम किया जा सकता है वही आईओसी कंपनी का खर्च भी कम हो जायेगा IOC यह भी पढ़े — ‘Netaji’ मुलायम सिंह यादव के लिए पूरे गांव ने रखा था उपवास ,ग्रामीण 1 वक्त खाने लगे थे खाना