Mahogany Farming: भारत में महोगनी Mahogany की खेती का चलन बेहद तेजी से बढ़ा है. महोगनी के वृक्षों को उस जगह पर उगाया जाता है, जहा तेज हवाएं कम चलती है, क्योकि इसके पेड़ 40 से 200 फ़ीट की लम्बाई तक लम्बे होते है . किन्तु भारत में यह पेड़ केवल 60 फीट की लम्बाई तक ही होते है . इन पेड़ो की जड़े कम गहरी होती है।औषधीय गुणों से भरपूर होने की वजह से बाजार में इसकी लकड़ियों की कीमतों में तेजी से इजाफा हो रहा है. उत्तर भारत के अलावा अब इसकी खेती दक्षिण के राज्यों में भी होने लगी है.
Mahogani Cultivation: परंपरागत खेती में लगातार कम होते मुनाफे की वजह से अब किसान नई तरह की फसलों की खेती की तरफ रुख कर रहे हैं. केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा भी किसानों को अपने-अपने स्तर पर मदद पहुंचाई जा रही है. कहीं सेमिनार तो कहीं योजनाओं के माध्यम से किसानों के बीच जागरूकता फैलाने का काम किया जा रहा है. इन सबके बीच सरकार किसानों को मुनाफेदार पेड़ों की खेती के लिए भी प्रोत्साहित कर रही है.
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कृषि के साथ बागवानी के जरिये किसान अपनी आय को दोगुनी कर सकते हैं. बागवानी में किसान फल या इमारती लकड़ी वाले पौधे लगा सकते हैं. इसके साथ ही इन पौधों के बीच में किसान खेती भी कर सकते हैं. जिससे उनकी आय भी दोगुनी हो जाएगी. महोगनी Mahogany एक ऐसा ही पेड़ हैं जिसे लगाकर किसान करोड़पति बन सकते हैं. क्योंकि अगर एक एकड़ जमीन में महोगनी पेड़ के अगर 120 पेड़ लगाये जाए तो महज 12 साल में किसान करोड़पति बन जाएगा.
सभी भी प्रकार की मिट्टी में की जा सकती है खेती
महोगनी Mahogany के पेड़ की खासियत है कि इसे हिमपात क्षेत्र को छोड़कर किसी भी तापमान में उगाया जा सकता है. साथ ही किसी भी प्रकार मिट्टी में इसकी खेती की जा सकती है. हालांकि, दोमट मिट्टी यह पेड़ ज्यादा अच्छे से विकास करता है. इसकी लंबाई 40 से 200 फीट तक भी हो सकती है.
ज्यादा निगरानी की जरूरत नहीं
इसकी Mahogany लकड़ियां के इस्तेमाल चौकड़ा, फर्नीचर, और लकड़ी के अन्य नाव निर्माण के लिए होता है जो काफी बेशकीमती माना जाता है। अन्य पौधों के मुकाबले इस पौधे को देखभाल की आवश्यकता बेहद कम पड़ती हैं. साथ ही इसे पानी की भी बेहद कम जरूरत होती है. गर्मियों के हर सप्ताह में दो बार पानी देना चाहिए. लेकिन बाद में इसको इतने पानी जरुरत नहीं पड़ती है. बता दें कि इसे वसंत या बरसात के मौसम में पानी की आवश्यकता नहीं होती है.
औषधीय गुणों से भरपूर
बता दें महोगनी Mahogany का पेड़ औषधीय गुणों से भरपूर होता है. इसके पत्तों को पत्तों को खाद के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है. इसके पत्तों का उपयोग मुख्य रूप से कैंसर, ब्लडप्रेशर, अस्थमा, सर्दी और मधुमेह सहित कई प्रकार के रोगों में होता है. इसका पौधा पांच वर्षों में एक बार बीज देता है. कैंसर, ब्लड प्रेशर, अस्थमा, सर्दी और मधुमेह सहित कई प्रकार के रोगों के खिलाफ भी ये प्रभावी है. इसके अलावा यह पेड़ जिन जगहों पर लगाया जाता है, वहां मच्छरों की संख्या कम हो जाती है. इसके पत्तों और छाल का उपयोग मच्छर मारने वाली दवाओं में भी उपयोग किया जाता है. साथ ही इसका उपयोग इसकी सुंदरता, स्थायित्व, रंग, प्राकृतिक चमक, फर्नीचर, संगीत वाद्ययंत्र और जहाज के पुर्जों के लिए किया जाता है.
कैसा होता है महोगनी का पेड़
महोगनी Mahogany की लकड़ी मजबूत और काफी लंबे समय तक उपयोग में लाई जाने वाली लकड़ी होती है. यह लकड़ी लाल और भूरे रंग की होती है. इस पर पानी के नुकसान का कोई असर नहीं होता है. अगर वैज्ञानिकों के तर्कों की बात करें तो यह पेड़ 50 डिग्री सेल्सियस तक ही तापमान को सहने की क्षमता को बदार्शत कर सकता है और जल न भी हो तब भी यह लगातार बढ़ता ही जाता है.
1 एकड़ सबसे ज्यादा लगते हैं पेड़
अगर एक एकड़ जमीन में महोगनी Mahogany के 100 से ज्यादा पेड़ लगाते हैं तो आप महज 12 साल में करोड़पति बन सकते हैं. एक बीघा में इसे लगाने की लागत 40-50 हजार रुपये रुपये आती है. महोगनी का एक पेड़ 20 से 30 हज़ार का बिकता है. ऐसे में आप अपने खेत में बड़े स्तर पर इसकी खेती कर 1 करोड़ रुपये कमा सकते हैं