Singrauli News : सिंगरौली।भाजपा सिंगरौली जिलाध्यक्ष पद को लेकर काफी कस्मकश दिखाई दे रहा है। जिलाध्यक्ष की दौड़ में कई नामचीन चेहरे सामने आ रहे हैं जो सिंगरौली जिलाध्यक्ष बनने के लिए भोपाल व दिल्ली में डेरा डाल दिया है। वहीं जिला अध्यक्षों के नामों पर रायशुमारी लगभग पूरी होने को है। दिल्ली में भी संगठन पर्व को लेकर आज रविवार से दो दिवसीय बैठकों का दौर शुरू हो गया है। संगठन के पास एक दर्जन से ऊपर नाम की सूची पहुंच गई है कई तो दाग है और कई बेदाग। अब यह देखना है कि किसका पड़ला भारी पड़ता है।
गौरतलब हो कि मध्य प्रदेश में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के साथ ही जिलाध्यक्ष पद का भी चुनाव होना है।ऐसे में जिला अध्यक्ष पद के लिए की जा रही इस जोर आजमाइश के लिए आखिर कौन से वह नाम है जो पहले से ज्यादा अब सक्रिय नजर आ रहे है सिंगरौली प्रदेश के लिए एक खास स्थान है। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी सिंगरौली में जिला अध्यक्ष बनाने की बड़ी चुनौती है क्योंकि राजनीतिक गलियारों में हो रही चर्चाओं की माने तो भोपाल में हाल ही में हुई बैठक में बूथ समितियां की गठन से लेकर और मंडल स्तर पर होने वाले चुनाव व जिलाध्यक्ष तय करने की प्रक्रिया पर चर्चा की गई थी। बूथ समिति अध्यक्ष और मंडल अध्यक्षों के चुनाव के बाद जिलाध्यक्षों के निर्वाचन पर सबकी नजर है। इस पर संभावना जताई जा रहा है कि अगले तीन से चार दिनों में जिला अध्यक्षों की नियुक्तियां हो जाएगी। इसके लिए प्रभारी अपनी जिम्मेदारी और संगठन द्वारा तय की गई भूमिका के मुताबिक जिलाध्यक्षों के चयन में सक्रिय हैं। Singrauli News
सूत्रों की बातों पर गौर करें तो जिलाध्यक्ष के लिए सांसद और विधायक के अलावा मंडल अध्यक्ष नगरीय निकाय प्रतिनिधियों से भी जिलाध्यक्ष के लिए सहमत मांगी गई थी। सभी की सहमत के बाद भोपाल संगठन के पास एक दर्जन नाम पहुंचे हुए हैं। बताया जाता है कि जिलाध्यक्ष के लिए दिल्ली से चयन होगा। राजनीति से जुड़े लोग बताते हैं कि जिलाध्यक्ष की रेस में निवर्तमान जिलाध्यक्ष राम सुमिरन गुप्ता के अलावा संतोष वर्मा, सुरेंद्र बैस, प्यारेलाल चतुर्वेदी, विनोद चौबे खड़ौरा, ध्रुव सिंह, अरविंद दुबे, राजेश तिवारी रज्जू, पूनम गुप्ता सहित कई नाम संगठन के पास पहुंचे हुए हैं। अब यह देखना है कि हाई कमान किस नाम पर निर्णय लेता है। Singrauli News
लोस चुनाव में भितरघात करने वाले आगे
भाजपा से जुड़े लोगों की बातों पर गौर करें तो लोकसभा चुनाव में सुरेंद्र बैस काफी नाराज चल रहे थे। बताया जाता है कि लोकसभा चुनाव में उनके खास को टिकट नहीं मिला था। जिसके चलते जिलाध्यक्ष को त्यागपत्र भी दिया था ऐसा सूत्र बताते हैं। इधर खुद जिलाध्यक्ष के लिए दावेदारी कर रहे हैं। कई ऐसे नाम है जो चुनाव के समय भाजपा में भितर घात कर रहे थे।फिर भी उन्हीं के इशारे पर कहीं न कहीं संगठन राह चलते हुए दिखाई दे रहा है। Singrauli News
लंबे समय से काम कर रहे कार्यकर्ताओं को मिलेगा मौका
जिलाध्यक्ष के चयन में पार्टी उन संगठन क्षमता वाले कार्यकर्ताओं को आगे लाना चाहती है, जो लंबे समय से संगठन का कार्य कर रहे हैं। खासतौर से जिन कार्यकर्ताओं का राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पृष्ठभूमि रही है, ऐसे कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहित किया जाएगा। इसमें कुछ ऐसे कार्यकर्ता भी समायोजित किए जा सकते हैं, जिन्हें लोकसभा या विधानसभा चुनाव में टिकट से वंचित किया गया था और आगे उन्हें उपकृत करने का आश्वासन दिया गया था। Singrauli News
बैठक में किस पर बनेगी सहमति
भाजपा की नई रणनीति के मुताबिक अब तक जो तय हुआ है उसके हिसाब से कोई भी जिलाध्यक्ष 60 साल से ज्यादा उम्र का नहीं होगा। वहीं लगभग 25 फीसदी जिलाध्यक्ष के पदों पर महिलाएं नजर आ सकती हैं। या फिर पूर्व जिला अध्यक्ष का कार्यकाल भी काफी कम रहा ऐसे में उन्हें दूसरी बार रिपीट किये जाने की भी चर्चा तेज है। हालांकि अब यह देखना है कि पार्टी किसे मौका देगी।