Singrauli News सिंगरौली। इसे रसूख कहा जाए या जुगाड़ या कुछ और। सरई थाने में कई वर्षों से एक आरक्षक एक दो महीने में घूम फिर के अपनी पोस्टिंग करा लेता हैं, जबकि नियम कहता है कि तीन साल से अधिक कोई भी सिपाही, एसआई,टीआई या फिर कोई भी पुलिस कर्मी एक ही थाने पर नहीं रह सकता है। आइजी ने भी ऐसे सिपाहियों की पहचान कर उन्हें स्थानांतरित करने के निर्देश एसपी को दिए थे। इसके बावजूद खद्दरधारियों के कृपा पात्र होने के चलते ऐसे सिपाहियों को अधिकारी हटाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं।
गौरतलब है कि की वर्षों से आरक्षक ओम प्रकाश शर्मा सरई थाना पर डेरा जमाए हुए हैं। कई बार तबादला होने के बाद भी यह एक दो महीने में सरई थाना में अपनी तैनाती करा लें रहा है। विभागीय सूत्रों की मानें तो सिपाही ओमप्रकाश का कई बार तबादला हो चुका है। लेकिन जुगाड़ से तबादला रुकवा लिया जाता है। हाल ही में रीवा जोन के आइजी महेंद्र सिकरवार ने ऐसे सिपाहियों को तत्काल थाने से हटाने के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद भी सिपाही डटे हुए हैं। Singrauli News
सरई से नही हो रहा मोह भंग
पुलिस अधीक्षक द्वारा जिले के थाना चौकियों में पुलिस कर्मियों का स्थानांतरण तो किया था लेकिन कुछ दिनों में ही पुलिस कर्मी रसूख या जुगाड़ से अपने पसंदीदा स्थान पर पोस्टिंग करा लिए । जिससे चर्चा है की एसपी के आदेश पर आरक्षक भारी है। इन दिनों सरई थाने में पदस्थ आरक्षक की चर्चा जोरों पर है सूत्र बताते है की आरक्षक को सरई में ही रहना पसंद हैं।
पूर्व में भी तिनगुड़ी चौकी के लिए आदेश हुआ था लेकिन आरक्षक सरई थाना में काम किया। तीन चार साल बाद बड़ी मुश्किल से आरक्षक का तबादला कोतवाली हुआ लेकिन अपनी पकड़ से चितरंगी पोस्टिंग करा ली। हालांकि महीने भर में अधिकारी और सफेदपोश से सेटिंग फिर सरई थाने का आदेश करा लिया। वहीं एसपी निवेदिता गुप्ता ने उसका तबादला कसर चौकी के लिए किया लेकिन वह एसपी के आदेश को ठेका दिखाते हुए अपनी गुणा गणित कर सरई थाने में पदस्थ हैं। Singrauli News