Singrauli political news:कल है रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सीएम शिवराज सिंह सिंगरौली जिले को मेडिकल कॉलेज, माइनिंग कॉलेज, उद्योग कालेज, सीएम राइजिंग स्कूल, बरगवां में रेलवे ओवरब्रिज की सौगात दी. तो वही एनसीएल ग्राउंड में भले ही आम आदमी पार्टी की महापौर रानी अग्रवाल मंच में नहीं दिखी लेकिन वह रक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री से मिली तो राजनीतिक गलियारे में महापौर की भाजपा में जाने की अटकलें तेज हो गई.
Singrauli political news : सिंगरौली : बीते कल देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सिंगरौली से प्रदेश भर के करीब 25500 गरीबों को जमीन का मालिक बनाया तो वहीं 7 लाख किसानों को करीब 140 करोड रुपए का प्रोत्साहन राशि देने के साथ-साथ जिले को भी कई सौगाते दी. मंच से रक्षा मंत्री और सीएम दोनों ने राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा पर जमकर निशाना साधा लेकिन उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल और आम आदमी पार्टी का नाम तक नहीं लिया.
बता दें कि जब सीएम शिवराज सिंह और रक्षा मंत्री सभा को संबोधित कर रहे थे उस दौरान आप पार्टी के जिला पंचायत सदस्य संदीप शाह अपने कई कार्यकर्ताओं के साथ सीएम शिवराज सिंह चौहान और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपने के लिए पहुंचे तो जिला प्रशासन के हाथ पैर फूल गए. इस कार्यक्रम की व्यवस्था में लगे पुलिसकर्मियों ने जिला पंचायत सदस्य और आप कार्यकर्ताओं को गाड़ी में घुसकर करीब 6 घंटे तक थाने में बैठा रखा.अब हैरानी इस बात की हो रही है कि जहां एक तरफ आप पार्टी पदाधिकारी को जेल में बंद किया जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ आप पार्टी की महापौर रानी अग्रवाल सद्भाव दिखाते हुए रक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री को गुलदस्ता सबसे नजर आ रही है ऐसे में अब राजनीतिक गलियारे में अटकलें तेज हो गई हैं कि आप की महापौर विधानसभा चुनाव के पहले भाजपा में जा सकती हैं. Singrauli political news
महापौर को नहीं मिला था आमंत्रण
दावा किया जा रहा है कि रक्षा मंत्री और सीएम शिवराज सिंह के कार्यक्रम में महापौर रानी अग्रवाल को आमंत्रण नहीं दिया गया था.बावजूद इसके उनका हेलीपैड में रक्षा मंत्री और सीएम शिवराज सिंह को गुलदस्ता देना कई मायने निकाले जा रहे हैं. हालांकि कहा यह भी जा रहा है कि वह सद्भाव दिखाते हुए शहर के प्रथम नागरिक होने का कर्तव्य निभा रहे हैं और रक्षा मंत्री और सीएम का स्वागत किया है. लेकिन जब इस मामले को लेकर महापौर से संपर्क करने की कोशिश कई बार की गई तो उन्होंने फोन नहीं उठाया. Singrauli political news
रानी का पार्टी में ही हो रहा विरोध
रानी अग्रवाल जब आम आदमी पार्टी से महापौर के चुनाव लड़ने का ऐलान किया तो पार्टी में घमासान मच गया. पार्टी के कई पदाधिकारियों ने महापौर के ऊपर सत्ता का लालच होने का आरोप लगाया और कहा कि पहले महापौर चुनाव नहीं लड़ने के लिए कहा था और अब जब चुनाव के उम्मीदवारी का समय आया तो वह चुनाव लड़ने लगी. कमोबेश स्थिति अभी भी है कि जब पार्टी के जिला पंचायत सदस्य सहित कई पदाधिकारियों को पुलिस जेल में ठूंस रही है ऐसे समय में महापौर सद्भाव दिखा रही हैं. उन्हें तो पार्टी के पदाधिकारियों के साथ जेल में होना चाहिए. लेकिन अब महापौर की सियासी चालें किसी को समझ में नहीं आ रही.
सरपंच से महापौर बनने तक का दिलचस्प रहा सफर
देश में आम आदमी पार्टी की सिंगरौली जिले में पहली महापौर जीती है. सरपंच से लेकर महापौर बनने तक रानी अग्रवाल का सफर काफी दिलचस्प रहा है हालांकि रानी अग्रवाल भाजपा से निकली है भाजपा में जब उन्हें अपना भविष्य नहीं दिखा तो उन्होंने आम आदमी पार्टी की सदस्यता लेकर सत्ता हासिल करने का सपने संजोए. अब वह भले ही महापौर बन गई हैं लेकिन वह अभी भी विधानसभा में पहुंचने के लिए अपनी सियासी चालें चल रही हैं.
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ( Mallikarjun Kharge ) ने भाजपा पर आरोप लगाए हैं कि भाजपा रात के अंधेरे में सियासी शतरंज की विसात पर चाले चलकर सुबह होते होते बाजी पलट देते हैं. कहने का मतलब की साम,दाम, दंड, भेद के सहारे बीजेपी सत्ता हासिल कर लेती है. ऐसे में सिंगरौली जिले की महापौर रानी अग्रवाल का रक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री से मुलाकात करना सामान्य तो नहीं कहा जा सकता. तो वहीं अब राजनीतिक गलियारे में चर्चाएं हो रही हैं कि आम आदमी पार्टी की महापौर रानी अग्रवाल भले ही आप में हैं लेकिन उन्हें आज भी भाजपा पसंद है और राजनीतिक भविष्य की तलाश में वह अभी भी शतरंज की अपनी सियासी चले चाले चल रही है. Singrauli political news