Success Story: कहा जाता है कि जब आप कड़ी मेहनत करते हैं तो सफलता आपके कदम चूमती है. बस आपके हौसले की जरूरत है. एक बार ऐसा करने से आपको अवश्य ही सफलता मिलेगी. एक व्यक्ति की सफलता आने वाली पीढ़ियों की दिशा और स्थिति दोनों को निर्धारित करती है.Success Story
Success Story : कहा जाता है कि जब आप कड़ी मेहनत करते हैं तो सफलता आपके कदम चूमती है. बस आपके हौसले की जरूरत है. एक बार ऐसा करने से आपको अवश्य ही सफलता मिलेगी. एक व्यक्ति की सफलता आने वाली पीढ़ियों की दिशा और स्थिति दोनों को निर्धारित करती है. हम आपको एक ऐसे व्यक्ति की सफलता की कहानी बताएंगे जो गरीबी में पैदा हुआ था, लेकिन उसने आने वाली पीढ़ियों के लिए सफलता की मिसाल लिखी और अरबों के साम्राज्य का निर्माण किया.Success Story
अरबों का साम्राज्य कड़ी मेहनत से बना था
हम जिस व्यक्ति के बारे में बात कर रहे हैं वह रघुनंदन श्रीनिवास कामथ (आरएस कामथ) है, कर्नाटक में जन्मे कामत का जन्म एक गरीब परिवार में हुआ था, इसके बावजूद उसने हिम्मत नहीं हारी और अपनी मेहनत और लगन के दम पर अरबों का साम्राज्य खड़ा किया. उनके पिता फल और लकड़ी बेचकर बच्चों का भरण-पोषण करते थे. कामत जब बड़े हुए तो परिवार की जिम्मेदारियां उठाने के लिए अपने भाइयों के साथ मुंबई आ गए.Success Story
ढाबे पर भी किया काम
कामत के भाई जो यहां गोकुल नाम का एक ढाबा चला रहे थे, उन्होंने भी उसे वहां किराए पर लिया. ग्राहकों को ढाबे पर आइसक्रीम खरीदते देख कामत को एक दिन कुछ अलग करने का आइडिया आया. धीरे-धीरे वह इसके बारे में सोचने लगा. इसी बीच 1983 में उन्होंने शादी कर ली. जब वह परिपक्व हुआ, तो उसने आइसक्रीम का व्यवसाय शुरू करने का फैसला किया.Success Story
आइसक्रीम का एक बहुत ही प्राकृतिक स्वाद
इसके बाद उन्होंने 14 फरवरी 1984 को जुहू में नेचुरल्स आइसक्रीम मुंबई नाम से एक आउटलेट शुरू किया. उनकी आइसक्रीम की खासियत यह थी कि इसका स्वाद बहुत ही स्वाभाविक था लेकिन उनके आइसक्रीम पार्लर में ज्यादा लोग नहीं आए. इस बात को लेकर वह काफी चिंतित रहता था और लगातार कारोबार बढ़ाने के बारे में सोचता रहता था.Success Story
मसालेदार पाव भाजी के साथ आइसक्रीम
कामत ने व्यवसाय बढ़ाने और अधिक लोगों तक पहुंचने के लिए आइसक्रीम के साथ मसालेदार पाव भाजी बनाना शुरू किया. अब पावभाजी खाने आने वाले लोग कामत की ठंडी और मीठी आइसक्रीम खाते हैं. इससे धीरे-धीरे उसकी आइसक्रीम को उसकी असली पहचान मिली.इस व्यापार से न केवल अपने परिवार का भरण पोषण किया बल्कि दुनिया भर में अपनी पहचान बनाई.Success Story
इन स्वादों के साथ शुरुआत
शुरुआत में कामत ने फल, दूध और चीनी से आम, चॉकलेट, सीताफल, काजू और स्ट्रॉबेरी के स्वाद वाली आइसक्रीम बनाई. उनकी आइसक्रीम में कोई मिलावट नहीं थी, जिससे धीरे-धीरे लोगों का उन पर विश्वास बढ़ता गया. बाद में उन्होंने यहां पाव भाजी बेचना बंद कर दिया और नेचुरल आइसक्रीम पार्लर में काम करना जारी रखा.Success Story
300 करोड़ से ऊपर पहुंचा कारोबार
कामत की कंपनी नेचुरल आइसक्रीम ने आज पूरे देश में एक पहचान बना ली है. कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक आज देशभर में उनके 135 आउटलेट हैं। 5 फ्लेवर के साथ शुरू हुई यह आइसक्रीम कंपनी अब 20 फ्लेवर की आइसक्रीम लोगों तक पहुंचा रही है. इसे हमें यह सीख मिलती है कि.एक सच्ची निष्ठा के साथ शुरू किया गया व्यापार ऊंचाइयों तक जरूर ले जाएगा. Success Story