Azamgarh Bypoll Result 2022: कांटे के मुकाबले में निरहुआ ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव को हराया.
Azamgarh Bypoll Result 2022 : 26 जून .आजमगढ़ उपचुनाव में भाजपा के उम्मीदवार दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ ने सपा उम्मीदवार धर्मेंद्र यादव को मात दे दी है. कांटे के मुकाबले में निरहुआ ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव को हराया। बसपा के गुड्डू जमाली उपचुनाव में तीसरे स्थान पर रहे. 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार तब अखिलेश यादव के सामने इस सीट से हार गए थे. ऐसे में उपचुनाव में भाजपा की इस जीत ने सपा को बड़ा झटका दिया है. भाजपा को आजमगढ़ में 13 सालों के बाद जीत मिली है.Azamgarh
आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव की मतगणना समाप्त होने के साथ ही भाजपा ने जहां इतिहास रचा वहीं समाजवादी पार्टी का अभेद्य माने जाने वाले पूर्वांचल के किले को भेद दिया है. आजमगढ़ लोकसभा के तीसरे उपचुनाव में भाजपा ने विजय पताका पहरा दिया जबकि पिछले दो उपचुनाव में अप्रत्याशित रूप से कांग्रेस और बसपा ने जीत हासिल की थी.Azamgarh
यह भी पढ़ें -Mastram वेब सीरीज में एक्ट्रेस ने बोल्डनेस का लगाया तड़का अब ये लुक वायरल !
आजमगढ़ लोकसभा में पहला उपचुनाव आपातकाल के बाद वर्ष 1977 में हुए। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी हार मिली थी. जनता पार्टी के राम नरेश यादव ने जीत हासिल की थी। चुनाव के कुछ दिन बाद ही राम नरेश यादव उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बन गये. इसके बाद उन्होंने आजमगढ़ संसदीय सीट से त्यागपत्र दे दिया था. वर्ष 1978 में उपचुनाव हुआ. उस समय इंदिरा के सबसे करीबी पूर्व केंद्रीय मंत्री चंद्रजीत यादव पार्टी साथ छोड़कर कांग्रेस एस में चले गए थे.Azamgarh
कांग्रेस की हालत पूरे देश में खराब थी, लेकिन एकाएक इंदिरा गांधी ने बड़ा फैसला किया और मोहसिना किदवई को मैदान में उतार दिया। उस समय कांग्रेस का पूरे देश में विरोध था. इसलिए कोई उम्मीद नहीं कर रहा था कि बाराबंकी से आकर मोहसिना चंद्रजीत यादव और रामवचन यादव जैसे राजनीति के मंझे हुए खिलाड़ियों को टक्कर दे सकती हैं लेकिन खुद इंदिरा गांधी ने मोर्चा संभाला और वे मैदान में उतरीं और मोहसिना के लिए वोट मांगे.Azamgarh
परिणाम रहा कि हारी हुई बाजी पलट गयी। मोहसिना किदवई 1.30 लाख मत हासिल कर सांसद चुनी गयी जबकि जनता पार्टी के रामवचन यादव को मात्र 95 हजार वोट मिले जबकि कांग्रेस एस के पूर्व केंद्रीय मंत्री चंद्रजीत यादव को मात्र 17 हजार वोट से संतोष करना पड़ा था.Azamgarh
इसके अलावा आजमगढ़ लोकसभा सीट पर दूसरी बार उपचुनाव 2008 में हुआ था. सांसद रमाकांत यादव की सदस्यता समाप्त होने के कारण यह सीट खाली हुई थी। समाजवादी पार्टी ने उपचुनाव में यहां से बलराम यादव को मैदान में उतारा,जिससे नाराज रमाकांत यादव ने बीजेपी का दामन थामा और टिकट लेकर मैदान में उतरे. वहीं बसपा से अकबर अहमद डंपी चुनावी मैदान में उतरे.Azamgarh
यह भी पढ़ें – Shilpa Shetty ने इंटरनेशनल योगा डे पर फैंस को दिया सूर्य नमस्कार चैलेंज
वर्ष 2008 के उपचुनाव में अकबर अहमद डंपी ने भाजपा के रमांकात यादव को पटखनी देकर आजमगढ़ सीट पर कब्जा कर लिया. बसपा के अकबर अहमद डंपी को करीब 2.27 लाख तो भाजपा के रमाकांत यादव को करीब 1.73 लाख वोट मिले थे. वहीं सपा के बलराम यादव 1.56 लाख मत पाकर संतोष करना पड़ा.वहीं इस बार त्रिकोणीय मुकाबले में भाजपा के दिनेश लाल यादव ने उस समय जीत दर्ज की है,जबकि आजमगढ़ की दस विधानसभा सीट पर सपा का कब्जा है.Azamgarh