Singrauli Chunav 2022: सरई नगर परिषद चुनाव में टिकट वितरण से भाजपा पार्टी के नेताओं में रार बढ़ गई थी। अपने सिपहसालारो को टिकट नहीं मिलने से नाराज पार्टी के वरिष्ठ नेता दूसरे दलों और निर्दलीय से ताल ठोक कर भाजपा की घेराबंदी में जुट गए थे नतीजा सरई नगर परिषद में भाजपा मात्र 2 दो पार्षद ही जीता पाए. सरई में सांसद रीति पाठक ने भी प्रचार प्रसार तो खूब किया लेकिन पार्षद नहीं जीता पाई।
Singrauli Chunav 2022: सिंगरौली — विधानसभा चुनावों में भले ही भाजपा ले जिले की तीनों विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की है लेकिन इस साल हुए महापौर चुनाव में भाजपा की हार से भी भाजपा ने कोई सबक नहीं लिया नतीजा सरई और बरगवां नगर परिषद चुनाव में भाजपा मात्र अपने 8 पार्षदों को ही जीता पाए. सरई नगर परिषद के नतीजों ने भाजपा की जड़ें हिला दी है यहां सिर्फ दो पार्षद ही चुनाव जीत कर आए. हालांकि सरई नगर परिषद चुनाव में टिकट वितरण से भाजपा पार्टी के नेताओं में रार बढ़ गई थी.
बता दें कि सरई नगर परिषद चुनाव में बीजेपी की हार की मुख्य वजह भाजपा में भितरघात रहा है यह भाजपा के ही पदाधिकारी भाजपा को हराने में लगे हुए थे दरअसल सरई नगर परिषद चुनाव में टिकट वितरण से भाजपा पार्टी के नेताओं में रार बढ़ गई थी. राजनीतिक जानकार बताते हैं कि प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रमापति जयसवाल के सिपहसालारओं को टिकट नहीं मिलने से नाराज हो गए उन्होंने दूसरे दलों और निर्दलीय से ताल ठोक कर भाजपा की घेराबंदी में जुट गए थे. नतीजा सरई नगर परिषद में भाजपा मात्र 2 दो पार्षद ही जीता पाए।
प्रदेश कार्यसमिति सदस्य बने पार्षद,उपाध्यक्ष की करें तैयारी
विश्वस्त सूत्रों की माने तो प्रदेश कार्यसमिति रमापति ना केवल उपाध्यक्ष बनने का सपना सजो लिया था बल्कि अपने मुताबिक अध्यक्ष पद किसे बनाना उसकी भी तैयारी कर ली थी. यही वजह है कि वार्ड क्रमांक 2 से भाजपा प्रत्याशी जीतने के बाद कहीं अपनी दावेदारी ना पेश कर दे. ऐसी स्थिति में उन्होंने वार्ड क्रमांक 2 के भाजपा प्रत्याशी को भी हराने का षड्यंत्र रचा. वही बताया जा रहा है कि जिन वार्डों में उनके मुताबिक टिकट नहीं दिया गया था उन्हें भी हराने की घेराबंदी की नतीजा सामने है.