Monkeypox Alert in MP – गृहमंत्री मिश्रा ने कहा कि वर्तमान में मंकीपॉक्स का कोई भी केस मध्यप्रदेश में नहीं है। सभी जिलों को मंकीपॉक्स Monkeypox को लेकर सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं, मिश्रा ने राहुल गांधी न राम के हैं और न राष्ट्र के हैं.
मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि सभी जिलों में मंकीपाक्स Monkeypox को लेकर सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। वर्तमान में प्रदेश में मंकीपाक्स Monkeypox का कोई भी केस नहीं है, उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 32 नए केस आए हैं, वहीं 22 मरीज ठीक हुए हैं। इस दौरान वह एक तीर से तीन तरफ निशाना साधा है.
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गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मंकीपाक्स Monkeypox के एक मामले मध्यप्रदेश में नही है लेकिन सतर्कता की आवश्यकता हैं वही कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी न राम के हैं और न राष्ट्र के बस अलर्ट रहने की जरूरत हैं। हम इनका इलाज नहीं जानते लेकिन डरने की जरूरत नही हैं.बस अलर्ट रहने की जरूरत हैं.
दरअसल यूरोप में मंकीपॉक्स Monkeypox के मामले बढ़ते जा रहे हैं। इस बीच संक्रामक रोग विशेषज्ञ ने कहा है कि इस बीमारी से घबराने की जरूरत नहीं है। उनके अनुसार, इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। हमें यह अध्ययन करने की आवश्यकता है कि यह कैसे विकसित हो रहा है, कितने लोग प्रभावित हो रहे हैं? इस समय हम नहीं जानते कि वास्तव में कितने लोग इस बीमारी से मर रहे हैं। हम इसका इलाज नहीं जानते शायद चेचक के टीके को उपचार के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है.
monkeypox virus cases: दुनिया के कुछ देशों में मंकीपॉक्स Monkeypox वायरस के बढ़ते मामलों ने चिंता बढ़ा दी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 15 देशों में इस वायरस के 90 मामलों की पुष्टि की है, विश्व स्वास्थ्य संगठन इस संक्रमण के स्रोत और इससे जुड़े प्रभावों को बेहतर ढंग से समझने के लिए काम कर रहा हैं.
(WHO)विश्व स्वास्थ्य संगठन ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि कुछ जानवरों की आबादी में वायरस एक स्थानीय बीमारी है और कभी-कभी स्थानीय लोगों और यात्रियों को संक्रमित करता हैं.
WHO और उसके सहयोगियों का कहना है कि मंकीपॉक्स (Monkeypox) के संचरण और प्रभावों के क्षेत्रों के बारे में अधिक जानने के लिए काम कर रहे हैं। कुछ देशों की जानवरों की आबादी में वायरस एक स्थानीय बीमारी है। हाल ही में, 11 देशों में असामान्य मामले सामने आए हैं, और ये सभी मामले गैर-स्थानिक रोगों वाले देशों में सामने आए हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि अब तक करीब 80 मामलों की पुष्टि हो चुकी है और 50 लंबित मामलों की जांच चल रही है. साथ ही निगरानी बढ़ा दी गई तो ये मामले बढ़ सकते हैं.
भारत में भी केंद्र सरकार (monkeypox virus)मंकीपॉक्स वायरस से सावधान हो गई है। समाचार एजेंसी ने एएनआई ANI के सूत्रों के हवाले से बताया कि केंद्र ने एनसीडीसी NCDCऔर आईसीएमआर ICMR को विदेशों में मंकीपॉक्स Monkeypox की स्थिति पर कड़ी नजर रखने और प्रभावित देशों के संदिग्ध बीमार यात्रियों के नमूने आगे की जांच के लिए एनआईवी, पुणे भेजने का निर्देश दिया हैं,
Monkeypox मानव चेचक के समान एक दुर्लभ वायरल संक्रमण है। यह पहली बार 1958 में शोध के लिए रखे गए बंदरों में पाया गया था। मंकीपॉक्स संक्रमण के पहले मामले 1970 में सामने आए थे। यह रोग मुख्य रूप से मध्य और पश्चिम अफ्रीका के उष्णकटिबंधीय वर्षावनों में होता है और कभी-कभी अन्य क्षेत्रों में भी फैलता हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, मंकीपॉक्स आमतौर पर बुखार, दाने और मतली के साथ प्रस्तुत करता है और कई प्रकार की चिकित्सा जटिलताओं का कारण बन सकता है। लक्षण आमतौर पर दो से चार सप्ताह के भीतर दिखाई देते हैं, जो अपने आप दूर हो जाते हैं.