Political news: सिंगरौली। मध्यप्रदेश में आम आदमी पार्टी ने नगरीय निकाय चुनाव के नतीजों ने भाजपा और कांगे्रस के सामने आगे सियाशी चुनौतियों के संकेत दिए हैं। नगरीय निकाय चुनाव में आम आदमी पार्टी की जीत के बाद भाजपा और कांग्रेस के बीच अब लड़ाई नही रह गई है बल्कि आम आदमी पार्टी ने तीसरे बड़े दल के रुप में अपनी चुनौती भाजपा व कांग्रेस के सामने खड़ी कर दी है। नगरीय निकाय में मिली ऐतिहासिक जीत के बाद सिंगरौली विधानसभा में भले ही आप के तेवर न बने लेकिन देवसर विधानसभा में भाजपा व कांग्रेस का माहोल बिगाडऩे में जुट गई है। उसकी सबसे बड़ी वजह यह बताई जाती है कि भाजपा में ही कश्मकश के माहौल बन रहे हैं। एक तरफ विधायक सुभाष रामचरित्र वर्मा खुद आगामी विधानसभा के टिकट के दावेदार मान रहे हैं वहीं भाजपा के पूर्व विधायक रहे राजेन्द्र मेश्राम जिस तरीके से क्षेत्र में जनसंपर्क कर रहे हैं और लोगो की समस्याओं को सुन रहे हैं ऐसे में वह पार्टी को अपने लिए जीताऊ प्रत्याशी मानते दिखाई दे रहे हैं। Political news
पिछले दिनों जब बरगवां-बैढऩ ओव्हरब्रिज स्वीकृति राशि जारी हुई तो पूर्व विधायक व वर्तमान विधायक में श्रेय लेने की होड़ मच गई। वर्तमान विधायक स्वीकृति राशि दिलाने का श्रेय जहां सोशल मीडिया में डालकर अपनी उपलब्धि बता रहे थे तो वहीं दूसरी तरफ पूर्व विधायक राजेन्द्र मेश्राम के समर्थक भी सोशल मीडिया पर दावा कर रहे थे कि यह पूर्व विधायक के अथक प्रयासों का नतीजा है.वह अपने विधायक रहते हुए इस ओव्हरब्रिज की स्वीकृति के लिए सीएम शिवराज से सीधे बात की थी। तब कहीं जाकर इस ओव्हरब्रिज की स्वीकृति मिली थी। यहां तक कि देवसर विधानसभा में वर्तमान विधायक व पूर्व विधायक को लेकर सोशल मीडिया पर इनके समर्थक अपने-अपने चहेते विधायक की उपलब्धियों का बखान करते हुए सोशल मीडिया पर ही टिकट किसे मिलेगा। इसका भी दावा करते दिखाई दे रहे हैं। रही बात वर्तमान विधायक की तो क्षेत्र में वर्तमान विधायक को पार्टी से ज्यादा घर में ही चुनौती मिलने की संभावना जताई जा रही है।Political news
इसके अलावा क्षेत्र में यह भी विरोध सुनने को मिल रहा है कि क्षेत्रीय विधायक अपने चहेतों को लाभ देने के अलावा जनता की समस्याओं को नजरअंदाज करते हैं। इस तरह की शिकायत कई बार सोशल मीडिया के अलावा जनता मुखर होकर कहती दिखाई दी है। रही बात पूर्व विधायक राजेन्द्र मेश्राम की तो इनका कार्यकाल भी विरोधों से भरा रहा। यही वजह रही है कि पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी ने इनका टिकट काटकर सुभाष वर्मा को देवसर में भाजपा का प्रत्याशी बनाया था और इन्हे जीत हासिल हुई थी। लेकिन जिस तरीके से देवसर विधानसभा में आम आदमी पार्टी के सदस्य रतिभान प्रसाद साकेत आप की सदस्यता में मध्यप्रदेश में छठवां स्थान हासिल किया है। ऐसे में कयास यही लगाए जा रहे हैं कि इस बार देवसर विधानसभा में भाजपा को आम आदमी पार्टी टक्कर दे सकती है।Political news
विस्थापित कर चुके हैं विधायक का विरोध
देवसर विधानसभा के विधायक सुभाष वर्मा को लेकर विस्थापितों में काफी विरोध देखने को मिल चुका है। पूर्व में डोंगरी में आयोजित विस्थापितोंं का धरना प्रदर्शन में जब विधायक का समर्थन नही मिला तो विस्थापित विधायक के खिलाफ आक्रोशित देखे गए। विस्थापितों की माने तो क्षेत्रीय विधायक डोंगरी,झलरी क्षेत्र में नही जाते हैं। विकास यात्रा के दौरान भी विधायक डोंगरी,झलरी नही गए थे। ऐसे में यह क्षेत्र विधायक के लिए खतरा साबित हो सकता है। वहीं ग्रामीण जनता भी अब खुलकर मुखर होती दिखाई दे रही है।Political news
आप दे रही देवसर में दस्तक
मध्यप्रदेश में आम आदमी पार्टी सिंगरौली नगरीय निकाय चुनाव से दस्तक दी है। भाजपा कांग्रेस को पटकनी देते हुए आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी रही रानी अग्रवाल ने मेयर के जीत का डंका बजाया था। तब से आम आदमी पार्टी में उबाल आ गया है। और जोश खरोश के साथ विधानसभा चुनाव में भाग्य अजमाएगी। बताया जाता है कि देवसर विधानसभा क्षेत्र में आम आदमी पार्टी का सदस्यता अभियान इस कदर जोर पकड़ा है कि मध्यप्रदेश में छठवां स्थान रतिभान प्रसाद ने हासिल किया है। ऐसे में यही लग रहा है कि आम आदमी पार्टी रतिभान प्रसाद पर दाव खेलते हुए भाजपा,कांग्रेस को पटकनी दे सकती है।Political news