Shivraj does not become like this – मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चौथी बार प्रदेश की कमान संभाले हैं जिसके बाद से वह लगातार एक के बाद एक बड़े फैसले ले रहे हैं मुखिया के तौर पर वह समय-समय पर जहां वह आक्रामकता के साथ माफियाओं पर अंकुश लगाते रहे हैं तो वही उनकी संवेदनशीलता भी देखने को मिली है.
दअरसल मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज Shivraj सिंह चौहान जहां एक तरफ माफियाओं के खिलाफ आक्रामक हो जाते हैं तो वहीं दूसरी तरफ पिछले दिनों उत्तराखंड में हुए बस हादसे में उनकी संवेदनशीलता भी देखने को मिली सीएम शिवराज सिंह चौहान सूचना मिलते ही सीधे उत्तराखंड पहुंच गए वहां उन्होंने पीड़ितों को संबल देते हुए व्यवस्थाओं को परिवार की मुखिया की तरह हाथ में ले लिया. पीड़ित परिजनों को लगातार ढाढस बढ़ाते रहे. Shivraj
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बता दें कि उत्तराखंड के डकाटा में पन्ना से गए चार धाम तीर्थ यात्रियों की बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई जिसमें 26 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई और चार श्रद्धालु घायल हो गए घटना की सूचना मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को मिली तो उन्होंने बिना देरी किए उत्तराखंड जाने का फैसला कर लिया और घायलों के पास पहुंचे तो सारी व्यवस्थाओं को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए अपने हाथ में ले लिया। यहां जानने लायक किया है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने तह सारे कर्मों को छोड़कर अपने मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह को साथ लेकर रात में ही उत्तराखंड के लिए रवाना हो गए और पूरी रात बिना सोए व्यवस्थाएं देखते रहे. Shivraj
परिवार के किसी व्यक्ति की दुनिया से चले जाना सबसे बड़ा दुख होता है लेकिन जब संवेदना ओं का मरहम बनकर प्रदेश का मुखिया साथ खड़ा हो जाए तो निश्चित रूप से परिवार के लिए इससे बड़ा संभल कोई दूसरा नहीं हो सकता मुख्यमंत्री ने न केवल मृतकों के परिजनों के साथ लगातार बातचीत करते रहे बल्कि उन्हें ढाडस भी बढ़ाया और उचित उपचार की व्यवस्था को भी जाना। दुर्घटना में मृत हुए प्रदेश के लोगों के लिए मुख्यमंत्री ने 5- 5 लाख की आर्थिक सहायता राशि देने की घोषणा भी की है.साथ ही उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार की आगे भी मैं हर संभव मदद करता रहूंगा खुद को अकेला ना समझे. Shivraj
बतला दे की सीएम शिवराज सिंह चौहान पूरी रात जागने के बाद जब सुबह हुई तो पहले दुर्घटना में अपनी जिंदगी गवा बैठे लोगों की पोस्टमार्टम से लेकर उनका पार्थिव शरीर को पन्ना तक पहुंचाने के लिए लगातार लगे रहे यह कोई पहला मौका नहीं था जब सीएम शिवराज किए संवेदनशीलता सामने आई हो विपदा की हर घड़ी में चाहे किसान हो या गरीब आदमी सीएम शिवराज सिंह कहां साथ हमेशा आम आदमी के साथ रहा है उनका नारा भी है.
कि हम समाज के सबसे पीछे खड़े हर वह वक्त को समाज की मुख्य धारा से जुड़ेंगे जो अब तक पिछड़े हैं हालांकि भले ही उनके विरोध ही उनकी लाख कमियां और बुराइयां निकाले लेकिन संवेदना की बात आती है तो शिवराज सब पर भारी पड़ते हैं उत्तराखंड की इस घटना मैं जिस तरह से सीएम शिवराज सिंह की संवेदनशीलता देखने को मिली ऐसे में दिवंगत आत्माओं की परिजनों के लिए इस समय सबसे बड़ा यदि कोई सहारा रहा है शिवराज सिंह जी थे. Shivraj