तोक्यो , एक अगस्त (एपी) : बेलिंडा बेंचिच ने तोक्यो ओलंपिक में स्विटरजलैंड को महिला एकल टेनिस का स्वर्ण पदक दिलाने के बाद इसे अपने देश के महान खिलाड़ी रोजर फेडरर के नाम किया। फाइनल मुकाबले से पहले फेडरर के भेजे गये संदेश ने बेंचिच को जीत के लिए प्रेरित किया। 20 ग्रैंडस्लैम खिताब के विजेता फेडरर ओलंपिक में खुद कभी एकल स्वर्ण पदक नहीं जीत पाए। लंदन ओलंपिक (2012) में एंडी मर्रे से हारने के बाद उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा था। रोजर फेडरर या स्टान वावरिंका नहीं बल्कि बेलिंडा बेंचिच ने तोक्यो ओलंपिक में स्विटरजलैंड को टेनिस का स्वर्ण पदक दिलाया जो महिला एकल में चैम्पियन रहीं ।
12वीं वरीयता प्राप्त बेंचिच ने चेक गणराज्य की मर्केटा वोंड्राउसोवा को 7 . 5, 2 . 6, 6 . 3 से मात दी । वह रविवार को महिला युगल फाइनल भी खेलेगी ।बेंचिच और विक्टोरिया गोलुबिच का सामना चेक गणराज्य की बारबोरा क्रेसिकोवा और कैटरीना सिनियाकोवा से होगा ।
बेंचिच ने कहा ,‘‘ ओलंपिक में दो पदक जीतना अद्भुत है । एक स्वर्ण और दूसरे का रंग अभी तय नहीं है । मैं अपनी पूरी ऊर्जा झोंक दूंगी ।’फेडरर और वावरिंका ने 2008 में युगल कांस्य जीता था । फेडरर 2012 में एकल फाइनल में एंडी मरे से हार गए थे । फेडरर और वावरिंका ने इस बार ओलंपिक में हिस्सा नहीं लिया ।