यूपी ओर बिहार के मजदूरों ने किया पथराव, मजदूरों ने कहां खाने-पीने का नहीं इंतजाम
पिटोल.कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर मप्र की सीमा सील कर गुजरात की ओर से आ रहे मजदूरों और अन्य लोगों को सीमा पर ही रोका जा रहा है। प्रवासी मजदूरों ने मध्यप्रदेश और गुजरात सीमा की #पिटोल चौकी पर शनिवार को हंगामा कर दिया। इस दौरान शारीरिक दूरी का पालन भी नहीं हुआ। पुलिस द्वारा समझाइश दिए जाने के बाद भी लोग घर जाने की मांग पर अड़े रहे।अपने घर लौटने को आतुर मजदूरों ने गुजरात पुलिस की गाडिय़ों पर पथराव किया और बैरियर भी तोड़ दिए। इस दौरान सोशल डिस्टेंस की जमकर धज्जियां । आक्रोशित मजदूरों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज किया और पथराव करने वाले कुछ लोगों को हिरासत में लिया। हंगामा होने के बाद पिटोल चौकी से आवाजाही पूरी तरह से रोक दी गई है।झाबुआ कलेक्टर प्रबल सिपाहा ने बताया कि शासन के निर्देश पर प्रवासी मजदूरों को रोका गया है। बाद में हंगामा करने वाले 40 से 50 मजदूरों को गुजरात पुलिस ने हिरासत में लिया है।
मिली जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से उप्र के मजदूरों को वापस लाने के लिए अलग-अलग प्रदेशों में बसें भेजी गई हैं। इसी के तहत शुक्रवार को करीब 3000 हजार मजदूरों को लेकर बसें यूपी की ओर से जा रही थी लेकिन शुक्रवार रात्रि करीब 12 बजे पिटोल बॉर्डर पर #झाबुआ कलेक्टर ने बसों को प्रवेश करने से रोक दिया। यही वजह रही कि भूखे गुस्साए मजदूरों ने पुलिस प्रशासन की एक ना सुनी और चक्का जाम कर पथराव कर दिया।
शासन की ओर से निर्देश आया है कि उत्तर प्रदेश और बिहार के मजदूरों को मध्य प्रदेश के रास्ते नहीं जाने देना है। उसी के चलते रात्रि 12 बजे से झाबुआ कलेक्टर #प्रबल सिपाहा और #पुलिस अधीक्षक #विनीत जैन पिटोल बॉर्डर पर गुजरात खंगेला चेक पोस्ट पर दलबल सहित पहुंचे और मजदूरों से भरी गाडिय़ों को रोक दिया।
यूपी ओर बिहार के मजदूरों ने किया पथराव रात्रि से दोपहर तीन बजे तक मजदूर महिलाओं और बच्चों के साथ परेशान होते रहे। वहां प्रशासन की ओर से खाने-पीने का कोई इंतजाम नहीं किया गया। आक्रोशित मजदूरों ने मौके पर चक्का जाम कर दिया। गुजरात पुलिस ने उन्हें समझाइश देने की कोशिश की लेकिन मजदूरों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। गुजरात पुलिस के कुछ वाहन बसों में तोड़.फोड़ कर दी। इससे मौके पर भगदड़ मच गई। इस दौरान पुलिस ने लाठी चार्ज भी कर दिए तब कहीं जाकर भीड़ कंट्रोल में हुई।
खाने-पीने का कोई इंतजाम नहीं
मजदूरों ने बताया कि गुजरात में हमारे पास खाने पीने रहने की व्यवस्था नहीं थी ठेकेदार ने हम को भगा दिया है मकान मालिक ने घर से निकाल दिया है। अब हम लोग जाएं तो कहां जाएं। हंगामे के बाद दाहोद जिले के कलेक्टर और एसपी मौके पर पहुंचे और प्रवासी मजदूरों से भरे वाहनों को वापस गुजरात में संबंधित शहरों में भेजने के निर्देश दिए। पुलिस पर पथराव करने वाले 40-50 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। झाबुआ कलेक्टर प्रबल सिपाहा ने बताया कि शासन के निर्देश पर प्रवासी मजदूरों को रोका गया है।