
कंपनी प्रबंधन ने वह भी रोकने के लिए नहीं उठाया कोई ठोस कदम,हर साल बहती है ओबी
सिंगरौली–जिला मुख्यालय के आसपास तेज बारिश होती है तो अमलोरी के आसपास बसे गांवों के किसानों की सांसे फूलने लगती है कई वर्षों से बारिश में एक ही तरह का कहर बरपा रहा है। किसानों की फसलें तबाह हो रही है बुधबार की दोपहर अमलोरी के आधा दर्जन किसानों की यही शिकायत रही कि रिलायंस कोल ब्लॉक के ओवरबर्डन का कीचड़ युक्त मलबा पानी के साथ बहकर उनके घरों और खेतों में जा घुसा जिससे उनके घरों को नुकसान तो पहुंचा तो दूसरी तरफ फसलें नष्ट हो गई है। यह कहना गलत नहीं होगा कि रिलायंस कंपनी की ओवी ने अमलोरी क्षेत्र में जमकर तबाही मचाई है। हालांकि शिकायत के बाद एसडीएम का अब कहना है कि मौके पर टीम भेजकर जांच करवाते हैं।
कंपनी कर रही मनमानी
जिस प्रकार से तमाम बस्ती वालों को इन दिनों बरसात में ओवी ढहने का डर सता रहा है,और संबंधित अधिकारियों द्वारा ध्यान नही दिया जा रहा है,ऐसा लगता है कि किसी बड़ी अनहोनी का इंतजार रिलायंस के उच्च अधिकारी कर रहे है। कई सालों बाद भी वह ओबी का रखरखाव करने में कंपनी ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। कई सालों से बारिश के समय रिलायंस की ओवी वह कर घर सहित खेतों में पहुंच जाती है इस बार भी पहली बारिश में वह भी खेतों में कई मीटर तक जमा हो गई है। बावजूद इसके कंपनी का कोई भी नुमाइंदा मौका मुआयना करने नहीं पहुंचा हैै।
ओबी रोकने के लिए नहीं किया गया प्रबंध
रिलायंस कंपनी को आए एक दशक पूरा हो चुका है बावजूद इसके ओबी के रखरखाव के लिए कोई समुचित व्यवस्था नहीं की जा सकी है।रिलायंस प्रबंधन ओबी रोकने के लिए रिटर्निंग बाल का निर्माण नहीं कराया है। यही वजह है चंद घंटों की बारिश से ओवी वह कर खेतों में पहुंच जाती है। सूत्रों की माने तो प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व जिला प्रशासन के आदेश के बाद भी रिलायंस मनमानी करते हुए कोयले का उत्खनन कर वह भी का पहाड़ खड़ा कर रहा है।
बारिश होते ही डर के साए में जीते हैं किसान
अमलोरी तरफ क्षेत्र में स्थित तमाम बस्ती वालो को दैत्य नुमा ओवी पहाड़ की स्थिति में मौजूद रिलायंस परियोजना द्वारा डंप की गई ओवी से खौफ में जीने को मजबूर है यहां के विस्थापित, रिलायंस परियोजना द्वारा काफी ऊँचाई तक तमाम बस्तियों से सटाकर आउटसोर्सिंग कंपनी,ओवी डंप की गई है,जो कभी भी क्षेत्र में हो रही जबरदस्त बारिश के दौरान बारिश के पानी के साथ ओवी का मिट्टी क्षेत्र की कई बस्तियों को तहस नहस कर जान माल का नुक्सान कर सकती है। ऐसे में किसान डर के साए में जीने को मजबूर हैं।
किसानों के घरों व खेतों में पहुंची ओबी
पीड़ितों ने बताया कि उनके खेत में करीब 5 एकड़ की जमीन पर मलवा भर चुका है और काफी फसलों का नुक़सान भी हुआ है वहीं पूरे घरों में पानी भरा हुआ है करीब दर्जनभर लोगों का जीना हुआ हराम हो गया है। रिलायंस परियोजना की ओवी के तांडव से अमलोरी बस्ती वालों में दहशत हैं। ओबी से सटे घरों के लोगों को बारिश होते ही डर सताने लगता है कि कब पानी के साथ वह भी बह कर उनके घर को तबाह कर देगी यह कहा नहीं जा सकता।
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