रीवा – जिले में लोकायुक्त की टीम (Lokayukta Team Rewa) ने रिश्वतखोर पुलिस अधिकारियों को पकड़कर बड़ी कार्रवाई की है. गोविंदगढ़ थाना के टीआई एसएस बघेल और एसआई परिहार को 10 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथो रीवा लोकायुक्त की टीम ने पकड़ा गया है. यह कार्रवाई बुधवार की सुबह गोविंदगढ़ के विश्रामगृह में दबिश देकर रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। कार्यवाही के बाद रीवा एसपी नवनीत भसीन दोनों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया इस कार्यवाही के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।
लोकायुक्त एसपी गोपाल सिंह धाकड़ ने बताया कि गोविंदगढ़ थाना प्रभारी एसएस बघेल व एएसआई देशराज सिंह की शिकायत आई थी। तब अश्विनी मिश्रा पुत्र रमाकांत निवासी अमिलकी का कहना था कि आर्म्स एक्ट के प्रकरण से नाम हटाने के लिए 13 हजार की रिश्वत मांगी जा रही थी।पैसे न देने पर 12 सितंबर को अपराध क्रमांक 329/21 धारा 308, 193, 182, 109, 120 बी आईपीसी एवं 25(1-B)(A), 27 आर्म्स एक्ट के केस में आरोपी बनाया जा रहा था। पुलिस अधिकारियों ने शिकायतकर्ता से नाम हटाए जाने एवज में 13000 रुपए की मांग कर रहे थे।
बता दें कि रीवा के गोविंदगढ़ थाना क्षेत्र में पिछले दिनों में गोली चलाने और लूट के मामले में एक आरोपी से मामला रफा-दफा करने के एवज में थाना प्रभारी और एएसआई ने 13 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। आरोपी ने इसकी शिकायत लोकायुक्त को कर दी। बुधवार को लोकायुक्त टीम ने ट्रैप करने की स्ट्रैटेजी बनाई और बघेल और परिहार को 13 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया। इसके बाद एसपी ने दोनों को तत्काल निलंबित करने के निर्देश जारी किए हैं।