सतना– आज का दिन सतना के पत्रकारों के लिए मुसीबत लेकर आया है। आज सतना के एक पत्रकार पर मध्यप्रदेश शासन ने रासुका लगा कर जेल भेज दिया और दूसरे पत्रकार को समाचार प्रबंधन ने फील्ड से हटाकर ऑफिस अटैच कर दिया प्राप्त जानकारी के अनुसार सेमरिया एक्सप्रेस के संपादक शरद औदित्च को शनिवार की शाम 7:30 बजे पुलिस पूछताछ के लिए सिटी कोतवाली ले गई यहां पर उन्हें बैठा कर रखा गया और रात्रि 10:00 बजे के लगभग रासुका का आदेश प्राप्त होने के बाद उन्हें पुलिस जेल ले गई और रात्रि में जेल लॉकअप में बंद कर दिया गया।
जानकारों का कहना है कि रात्रि के समय जेल में किसी व्यक्ति को नहीं ले जाया जा सकता परंतु उसके बाद भी सभी नियमों को शिथिल करते हुए संपादक शरद औदीच्य को ऐसे सेल में रखा गया जहां खूंखार अपराधियों को रखा जाता है इस सेल में रखने के पूर्व संपादक को कपड़ा विहीन कर तलाशी ली गई इसके बाद जेल में बंद कर दिया गया इस सेल में बंद आदमी किसी को देख नहीं सकता सिर्फ हवा आने जाने के लिए छेद बना रहता है अब सवाल यह उठता है कि ऐसी कौन सी घटना पत्रकार के द्वारा की गई जिससे राष्ट्र की सुरक्षा को खतरा हो गया इस प्रकार की कोई जानकारी शहर के पत्रकारों को शायद नहीं मिल पाई क्योंकि रासुका जैसी कार्रवाई जब राष्ट्र के अहित या राष्ट्र को नुकसान पहुंचाने की नियत से कोई करता है तो उस पर रासुका जैसी धारा लगाई जाती है और जेल में भी जिस सेल में रखा गया उसके बारे में यह है कि यहाँ सिर्फ खूंखार अपराधियों को रखा जाता है क्या समाचार पत्र का संपादक शरद औदीच्य इतना खतरनाक अपराधी था जिसकी जानकारी कभी भी पत्रकारों को नहीं हो सकी और दूसरा सतना से प्रकाशित होने वाले एक दैनिक समाचार पत्र के एक पत्रकार जो अक्सर जिले के वरिष्ठ अधिकारियों के चेंबर से समाचारों का संकलन करते थे उस समाचार पत्र के प्रबंधन ने उनकी ड्यूटी अपने प्रेस के अंदर कंटेन इंचार्ज बनाकर लगा दिया जबकि सिटी इंचार्ज दूसरे पत्रकार को कर दिया गया घुमंतू पत्रकार प्रेस में आने वाले समाचारों का मात्र अवलोकन करेंगे घूम घूम कर समाचार संकलन करने पर रोक लगा दी गई