अतिथि शिक्षक के पद पर नियुक्ति को लेकर जनसुनवाई में फफककर रो पड़ी आवेदिका

सिंगरौली। अतिथि शिक्षक के पद पर नियुक्ति नही करने की शिकायत लेकर कलेक्टर के पास पहुँची आवेदिका फफककर रो पड़ी। आवेदिका को समझाइश देते हुए कलेक्टर राजीव रंजन मीणा ने मामले की जाँच कराने का आस्वाशन दिया है।
कलेक्ट्रेट सभागार में प्रत्येक मंगलवार को आयोजित होने वाली जनसुनवाई में आवेदिका गीतांजलि त्रिपाठी ने कलेक्टर श्री मीणा को आवेदन पत्र देते हुए बताया कि शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय करथुआ के प्राचार्य द्वारा शिक्षण सत्र 2020-21 में मेरे स्थान पर किसी दूसरे की नियुक्ति कर दी गई है। जबकि मैं विगत कई वर्षों से अध्यापन कार्य करती आ रही थी।लेकिन प्राचार्य द्वारा दुर्भावना पूर्वक कार्रवाई करते हुए मेरे आवेदन पत्र पर विचार ही नहीं किया।जिससें मैं बेरोजगार हो गई हूं। आवेदिका ने प्राचार्य के पक्षपातपूर्ण कार्रवाई पर जांच कराकर अतिथि शिक्षक के पद पर नियुक्त किये जाने की मांग की है। कलेक्टर श्री मीणा ने जिला शिक्षा अधिकारी को आवेदिका के आवेदन पत्र पर त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं।
भगा देता था करथुआ प्राचार्य
आवेदिका ने रोते बिलखते हुए बताया कि मैं एक माह तक करथुआ प्राचार्य के पास जाती रही हूं, लेकिन वह मुझे डांट फटकार कर स्कूल से भगा दिया करते थे।जिससे मैं मानसिक तौर पर काफी व्यथित हुई हूँ। आवेदिका ने करथुआ प्राचार्य द्वारा की गई नियम विरुद्ध नियुक्ति की जांच कराने की भी मांग की है। जनसुनवाई में बैठे डीपीसी ने भी करथुआ प्राचार्य के नियम विरुद्ध नियुक्ति की जांच करने की चर्चा करते हुए दिखाई दिये ।