कारपोरेट कंपनी का अधिकारी मंदिर में की शादी फिर दोस्तों से करवाया रेप,युवती पहुची थाना,बरगवा पुलिस ने दर्ज नही किया बयान
सिंगरौली – जिले के बरगवा थाने की पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आया है जहां रेप पीड़िता का पुलिस पर सनसनी खेज आरोप है। जिसका वीडियो लगातार सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। दुष्कर्म पीड़िता ने आरोप लगाया है कि पुलिस उसकी रिपोर्ट नहीं लिखी बल्कि मामले को दबाने के लिए पीड़िता से आरोपी को बुलाकर मामले की जांच करने के लिए कहा। वही पुलिस अन्य दो युवकों को गिरफ्तार कर डराया धमकाया ऐसा युवती आरोप लगा रही है। सूत्रों की माने तो टीआई ने पीडिता से कहा की तुहारी रिपोर्ट दर्ज नही होगी। उस पर पीड़िता ने एसपी के पास जाने की बात कही तो उसे धमकाते हुए कहा। चाहें एसपी के पास जाओ या आईजी के पास,बिना जांच के एफआइआर दर्ज नहीं होगी।पुलिस पीड़ित युवती को इस कदर डराया धमकाया कि अब रेप पीडि़त थाने के नाम से ही कांप जाती है।
शिकायत करोगी तो तुम्हें मार काट डालेंगे एक कारपोरेट कंपनी की युवक की पहचान एक युवती से करीब 6 माह पहले हुई थी। दोनों के बीच प्रेम संबंध हो गए जहां कारपोरेट कंपनी का अधिकारी युवती से हिंदूू रीति रिवाज सेे एक मंदिर में शादी की और पत्नी की तरह अपने घर में रखा । युवती बरगवा थाने पहुंची और जेपी प्रबंधन के दो बड़े अधिकारियों के खिलाफ शादी करते हुए संबंध बनाने के संगीन आरोप लगाए हैं। लड़की ने बताया कि उसके साथ रात 10:00 बजे के बाद जेपी कंपनी का एक बड़ा अधिकारी आता था और उसके साथ शारीरिक संबंध बनाता था। इतना ही नहीं युवती को डराने धमकाने के साथ यह कहता था कि यदि तुम शिकायत करोगी तो तुम्हें मार डालेंगे काट डालेंगे। हैरानी इस बात की है कि जहां एक तरफ लड़की थाने के भीतर जाकर बयान दे रही है कि उसके साथ जेपी प्रबंधन के एक कर्मचारी ने शादी कर धोखा दिया है तो एक दूसरा अधिकारी जबरन शारीरिक संबंध बनाता था। साथ ही उसे डराने धमकाने के साथ जान से मारने की धमकी दी जा रही है। इस पर पुलिस का कहना है कि तिवारी को बुलाए हैं उसका बयान ले लें इसके बाद बताते हैं।
हाईप्रोफाइल मामला,पुलिस रिश्वत ली ?
युवती शिकायत लेकर थाने पहुंची लेकिन मामला हाईप्रोफाइल होने के कारण पुलिस युवती का बयान दर्ज नहीं किया। युवती लगातार थाने में गिड़गिडा़ती रही लेकिन पुलिस का कलेजा नहीं पसीजा। ऐसे में कयास लगा रहे हैं कि क्या हाई प्रोफाइल आरोपी से पुलिस रिश्वत ले ली ? सूत्रों की माने तो इस पूरे मामले को लेकर बरगवां थाना पुलिस ने करीब 10 लाख की रिश्वत ली है और पीड़िता की शिकायत नहीं दर्ज की ! बल्कि पुलिस युवती पर इस कदर दबाव बनाया कि युवती डर गई और वह अब थाने के नाम से भी कापने लगती है !
पहले एफआइआर फिर जांच
महिलाओं की सुरक्षा को लेकर और उनके साथ होने वाले अपराधों को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन है। कि पीड़िता के थाने आने के बाद न तो उसे लौटाया जाएगा न ही मामला जांच के बाद दर्ज कहने की बात कहकर टाला जाएगा। पीड़िता के थाना पहुंचने पर सबसे पहले प्रकरण दर्ज करना होता है। उसके बाद जांच की जाए। लेकिन बरगवा में पुलिस के लिए सुप्रीम कोर्ट का आदेश भी बौना साबित हो रहा है।