सिंगरौली (Singrauli) के जियावन में अवैध संबंध का विरोध करना एक महिला को भारी पड़ गया. पति ने एक अन्य महिला के साथ मिलकर अपनी पत्नी की हत्या कर दी. हत्या में साथ देने वाली महिला से पति का अवैध संबंध था. पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
जियावन थाना अंतर्गत ग्राम सुपेला में बीते 16 दिसंबर की तारीख को हुए निर्मम अग्निकांड में मृतका जाफरानी देवी पाठक की आग में झुलसने से दर्दनाक मौत हो गई थी। परिजनों ने पुलिस को सूचना दी थी कि और इसे आत्महत्या बताया था जिसका खुलासा जियावन पुलिस ने कर लिया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी अखिलेश पाठक अपने घर से लगभग 12 कि.मी. दूर डौआडोल में सेल्समैन का काम करता था जहां करीब 2 वर्ष पहले से उमानिधि पाठक नाम की एक महिला के साथ उसके सम्बन्ध थे । जब पत्नी को इन सम्बन्धों की जानकारी हुई और पत्नी ने इसका विरोध करना शुरू किया । तो आरोपी पति ने अपनी प्रेमिका के साथ मिलकर पत्नी को रास्ते से हटाने की योजना बना डाली।
ऐसे दिया घटना को अंजाम जानकारी के अनुसार घटना को अंजाम उस वक्त दिया गया जब घर के अन्य सदस्य सोए हुए थे।पत्नी द्वारा अवैध सम्बन्धों का विरोध करने पर उसे रास्ते से हमेशा के लिए हटा देने की योजना बना चुके आरोपी पति ने गला घोंटकर पत्नी की हत्या कर दी।इसके बाद शव को रसोई घर में ले जा कर,उसे फर्श पर बिछे बोरे पर लेटा कर ,केरोसिन,और मीठा तेल डालकर आग के हवाले कर दिया।
हत्या को आत्महत्या बनाने का किया प्रयास
आरोपी ने पुलिस को बताया कि पत्नी ,आरोपी और प्रेमिका के अवैध सम्बन्धों का विरोध करती थी,इसलिए उसने अपनी प्रेमिका के साथ मिलकर पत्नी की हत्या करके उसे जलाकर आत्महत्या दिखा देने की योजना बनाई थी।
ऐसे आरोपियों तक पहुंच गई पुलिस
घटना की अगली सुबह 17 दिसंबर को परिजनों ने पुलिस को सूचना दी थी और इस घटना को आत्महत्या बताया था,लेकिन जब पुलिस मौके पर पहुंची तो दृश्य कुछ और ही इशारा कर रहे थे। शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला कि यह आत्महत्या नहीं हत्या थी इसके बाद पीएम रिपोर्ट व साक्षियों से पूंछतांछ के आधार पर अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध भारतीय दण्ड विधान की धारा 302 और 201 के तहत प्राथमिकी दर्ज करने के बाद पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र कुमार सिंह द्वारा जियावन थाना प्रभारी नेहरू सिंह खंडाते के नेतृत्व गठित टीम ने मामले की जांच शुरू की ।
जांच में पुलिस को पता चला कि पति पत्नी के बीच किसी बात को लेकर पहले भी आपस में झगड़े होते रहते थे।विवेचना के दौरान पुलिस ने पाया कि घटना की रात घर पर मृतका जाफरानी देवी पाठक,आरोपी अखिलेश पाठक और दो बेटियों के अलावा कोई अन्य व्यक्ति नहीं था।इसके बाद पुलिस ने सायबर सेल के माध्यम से मृतका जाफरानी एवं आरोपी अखिलेश पाठक के मोबाइल का सीडीआर तथा टावर लोकेशन प्राप्त कर संदिग्ध आरोपी अखिलेश पाठक से पूंछतांछ शुरू की,जिसमे आरोपी ने जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस ने मामले में धारा 120बी इजाफा कर। आरोपी अखिलेश पाठक उर्फ बाबा पाठक (45) निवासी सुपेला तथा आरोपी उमानिधि पाठक उर्फ छोटू पाठक (27) निवासी चंदवाही को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।तथा पुलिस मामले को तहकीकात में जुटी हुई है एवं घटना में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
इनकी रही भूमिका
निरीक्षक नेहरू सिंह खंडाते,उप निरीक्षक प्रदीप सिंह,सहायक उप निरीक्षक आर.डी. बंसल ,सहायक उप निरीक्षक के.पी. रावत,प्रधान आरक्षक तेजबहादुर सिंह,सुरेश शुक्ला,अनिल वर्मा,बाबूलाल सेन,महिला प्रधान आरक्षक संतोषी सिंह,महिला आरक्षक विमला सिंह,किरण सिंह,आरक्षक अभिषेक त्रिपाठी ,प्रभात दुबे,उमेश रावत,शिवभान सिंह,पवन वर्मा ,रामाश्रय साकेत,संजीव यादव एवं सायबर सेल की टीम शामिल रहे।
4 Comments
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