सिंगरौली 27 अगस्त। कोतवाली बैढऩ अंतर्गत गोभा चौकी क्षेत्र के आमडीह टोला स्थित भैडि़हवा नाला के समीप कुएं में मिले एक किशोरी का शव मिलने से सनसनी फैल गयी थी। घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर सिनाख्त कराते हुए जांच पड़ताल कर 72 घण्टे के अंदर अंधी हत्या की गुत्थी सुलझाने का दावा की है। पुलिस के अनुसार किशोरी की कुएं में डूबने से नहीं बल्कि हत्या करने से मौत हुई थी। हत्या की वजह बेजा कब्जाधारी झोपड़ी से किशोरी ने घरेलू सामान बाहर फेक रही थी। इसी तैस में आकर आरोपी ने किशोरी की लाठी-डण्डे से पीट-पीटकर निर्मम हत्या करते हुए शव को कुएं में फेंक दिया था।
घटना के संबंध में कोतवाली बैढऩ टीआई अरूण पाण्डेय ने जानकारी देते हुए बताया कि 24 अगस्त को गोभा चौकी अंतर्गत भैडि़हवा नाला के पास कुआंनुमा गड्ढा में एक 15 वर्षीय किशोरी का शव मिला था। शव मिलने के बाद मर्ग कायम करते हुए मामले को विवेचना में ले लिया गया था। मामला संदिग्ध था जिस पर पुलिस अधीक्षक वीरेन्द्र सिंह के द्वारा तत्काल इस मामले के खुलासा करने के निर्देश दिये गये थे।
पुलिस कप्तान के निर्देश के बाद कोतवाली पुलिस के साथ-साथ एएसपी, सीएसपी घटना स्थल का मुआयना किया। इस मुआयने के दौरान एफएसएल टीम भी मौजूद थी। उन्होंने आगे बताया कि एफएसएल टीम व डॉक्टरों की टीम ने शव का मेडिकल परीक्षण उपरांत यह साबित किया कि किशोरी की पानी में डूबने से नहीं बल्कि शरीर में चोट पहुंचाने से उसकी हत्या की गयी है। कोतवाली टीआई के अनुसार यहीं से पुलिस का शक बढ़ा और गहन जांच पड़ताल शुरू करते हुए संदेही को हिरासत में लिया गया। कड़ी पूछताछ के बाद आरोपी हीरा सिंह गोंड़ निवासी मुनगहवा टोला गोभा की भूमिका के तथ्य प्रकाश में आने पर हीरा सिंह गोंड़ को पुलिस अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गयी। जिस पर आरोपी ने किशोरी की हत्या करना कबूल कर लिया। हत्या कबूल करने के बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 302,201 का मामला दर्ज कर लिया है।
रंजिशन किशोरी का किया था हत्या
कोतवाली टीआई अरूण कुमार पाण्डेय ने बताया कि आरोपी हीरा सिंह गोंड़ से जब गहन पूछताछ की गयी तो उसने बताया कि हीरा सिंह भैडि़हवा जंगल आमडीह में अपनी झोपड़ी बनाकर रहता था और जंगल में खेती करता था। घटना दिनांक 22 अगस्त को फारेस्ट विभाग द्वारा हीरा सिंह की झोपड़ी तोड़ दी गयी थी। फारेस्ट विभाग के साथ मृतिका किशोरी का पिता भी कार्रवाई में शामिल था। जिसकी जानकारी आरोपी को थी और उसी दिन मृतिका किशोरी आरोपी के झोपड़ी पर पहुंच रखे उसके सामान को फेंक रही थी। जिसे देखकर आरोपी हीरा सिंह गुस्से में आकर मारपीट कर किशोरी की हत्या कर दिया और शव को छिपाने के लिए भैडि़हवा नाला के पास कुआंनुमा गड्ढे में लेजाकर फेक दिया।
पुलिस अधीक्षक टीम को करेंगे पुरस्कृत
इस अंधी हत्या का पर्दाफास 72 घण्टे के अंदर कोतवाली पुलिस ने किया है। कोतवाली पुलिस की तत्परता के बदौलत यह सफलता मिली है। इस सफलता पर पुलिस कप्तान वीरेन्द्र सिंह ने घोषणा किया है कि इस टीम में जो भी ईमानदारी से कार्य किया है उसे पुरस्कृत करेंगे। विशेष रूप से सीएसपी देवेश पाठक, कोतवाली टीआई अरूण पाण्डेय, विन्ध्यनगर टीआई राघवेन्द्र द्विवेदी, चौकी प्रभारी गोभा नीरज सिंह, थाना बैढऩ,चौकी गोभा के स्टाफ एसआई रामजी शर्मा, प्रआर पिन्टू राय, पप्पू सिंह, वीरेन्द्र त्रिपाठी, रामजी पाण्डेय, आर.संदीप सिंह, अतुल तिवारी, एफएसएल टीम प्रभारी डॉ.एसएल मरावी, प्रआर नरेन्द्र सिंह को पुरस्कृत किया जायेगा।