इंदौर — जिले में कोरोना संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है और इंदौर के विभिन्न मुक्तिधाम में भी इसका असर अब दिखना शुरू हो गया है इसी कड़ी में इंदौर के रीजनल पार्क मुक्तिधाम की बात की जाए तो इंदौर के रीजनल पार्क मुक्तिधाम में दिन भर में 32 से अधिक बॉडी पहुंच रही है पिछले 8 दिनों के रिकॉर्ड की बात की जाए तो इन में लगातार बढ़ोतरी होती जा रही है वही श्मशान में काम करने वाले कर्मचारी भी अब हैरत में है कि यदि इसी रफ्तार से आने वाले दिनों में स्थिति निर्मित हुई तो उन्हें अलग से कर्मचारी भी यहां पर काम करने के लिए तैनात करने होंगे , तो वहीं कुछ मुक्तिधाम ने तो टोकन सिस्टम भी शुरू कर दिया है।
इंदौर में कोरोना संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है और विभिन्न मुक्तिधाम में इसका असर भी आसानी से देखा जा सकता है वहीं मुक्तिधाम पर काम करने वाले कर्मचारियों का भी कहना है कि जहां आम दिन में 8 से 10 बॉडी मुक्तिधाम पर पहुंचती थी वहीं अब इसकी रफ्तार काफी तेजी से बढ़ रही है और इसका एकमात्र कारण है कोरोना। कोरोना के कारण इंदौर के विभिन्न मुक्तिधाम में मृतकों की संख्या में इजाफा हुआ है वही इंदौर के रीजनल पार्क मुक्तिधाम की बात करें तो इंदौर के रीजनल पार्क मुक्तिधाम में दिन भर में 32 बॉडी पहुंच चुकी है जिनमें से 21 बॉडी कोरोना है तो वही 11 बॉडी नार्मल मौत की है।
बात रीजनल पार्क की व्यवस्था की करें तो रीजनल पार्क प्रबंधक ने टीन सेट के नीचे मृतकों के दाह संस्कार की व्यवस्था की है लेकिन जिस तरह एक के बाद एक मुक्तिधाम में शव दाह संस्कार के लिए पहुंच रहे हैं तो प्रबंधक ने टीन सेट के आसपास जो एरिया खाली रहता है वहां पर भी दाह संस्कार की व्यवस्था की है इसी के साथ अभी तक जो दाह संस्कार लकड़ी पर किया जाता था उसका रूप कंडे ने ले लिया है अब कर्मचारी कंडो पर ही अंतिम संस्कार करने में जुटे हुए हैं इसी के साथ यहां के कर्मचारी का कहना है कि हिंदू रीति रिवाज के अनुसार 3 दिन में मृतक का तीसरे का क्रिया कर्म किया जाता है यानी कि 3 दिन बाद मृतक की राख को मुक्तिधाम से समेट कर पवित्र नदियों में बहाया जाता है लेकिन जिस तरह से श्मशान घाट में अंतिम संस्कार के लिए बॉडी का आना शुरू हुआ है तो उसको देखते हुए अब 2 दिनों में ही परिजनों को राख समेटने के लिए कहा जाता है जिससे कि अन्य व्यक्तियों को श्मशान घाट में जगह उपलब्ध करवाई जा सके।
बता दे कि पिछले 15 दिनों से इंदौर के विभिन्न मुक्तिधाम में लगातार मृतकों की संख्या में इजाफा हो रहा है वहीं रीजनल पार्क में भी पिछले 8 दिनों से यही स्थिति बनी हुई है इसी के साथ अन्य मुक्तिधाम की बात करें तो इंदौर के पंचकुइया मुक्तिधाम पर तो प्रबंधक ने टोकन सिस्टम शुरू कर दिया है यदि किसी व्यक्ति की मौत होती है तो परिजन सबसे पहले मुक्तिधाम पर संपर्क करते हैं और क्रिया क्रम से संबंधित समय लेते हैं उसके बाद प्रबंधक उन्हें समय के मुताबिक अंतिम संस्कार के लिए लाने की अनुमति देता है।इन्दौर में अलग अलग क्षेत्रो में तकरीबन आठ से अधिक मुक्तिधाम है। उन सभी मे यह स्थिति निर्मित हो रही है।
बाईट – हरीश कुशवाह , कर्मचारी , इन्दौर