सिंगरौली- : जिन पुलिसकर्मियों के कंधों पर बहू-बेटियों की सुरक्षा का जिम्मा है, खुद उनकी घिनौनी हरकतें पुलिस महकमें को शर्मसार कर रही है। रंगीनियों का चढ़ता बुखार खाकी की मर्यादा को भी तार-तार कर रहा है। प्यार पर पहरा बैठाने वाले भी यहां सक्रिय दिखे……खूबसूरत दिखने वाले पुलिस अधीक्षक कार्यालय की फिजाओं में घुली इश्क की खुशबू से मदहोश जवां दिलों ने अपनी चाहत का इकरार किया……. किसी गैर की मौजूदगी से बेफिक्र उम्र दराज बड़े साहब अपने जूनियर सहकर्मी के साथ अपनी मस्ती में नजर आए….. ग़नीमत रही कि साहब का तबादला हो गया….. नहीं तो मोहब्बत का एक और फसाना जरूर बनता….इस बीच तन्हाइयों के बीच समय गुजार रही महिला पुलिसकर्मी को एक मजबूत कंधे की जरूरत थी… तनहाई उसे बिल्कुल भी गवारा नहीं था…….
चितरंगी सहित एक थाने में इश्क के चक्कर में कई बार खाकी के दामन पर ‘बदनामी’ का दाग लगा है। सह पुलिसकर्मी के इश्क में फंसे एक दरोगा का तो आज तक पता ही नहीं चला कि वे …अब जिले में एक रंगीन मिजाज थानेदार एक बार फिर चर्चाओं में हैं….पुलिस विभाग की कुछ महान आत्माओं का अपना एक गीत है—”इस वर्दी में बड़े-बड़े गुण…..लाख सुखों का इक अड्डा है, आ भरती हो जा.. आ भरती हो जा”. उस दिन की बात है जब एक पुलिस वाला अपनी डेढ़ इश्किया को छुपाने के लिए गंगाजल की कसम खा रहा था……. तो लोग चकरा गए. पुलिसवाला और गंगाजल की कसम ?
बताते चलें कि एक थाना के थाना प्रभारी अपनी चाहत जताने के लिए खाकी के लिबास में लिपटी युवती को नौलखा हार भेंटकर अपनी चाहत जताई तो कई बार बाहों में बाहें डाले प्यार जताने में तल्लीन दिखे……अब उनकी चाहत के चर्चे हर चौक चौराहों पर हो रहे हैं…….लेकिन इन सबसे साहब को कोई फर्क नहीं पड़ता वह खाकी के प्यार में इस कदर बेशुद्ध हुए हैं कि उन्हें अपना घर परिवार तक का भी ख्याल नहीं रहा……. ऐसा नहीं कि साहब को डेढ़ इश्किया करने से उनके सहकर्मियों ने रोका नहीं…..रोका लेकिन खाकी का इश्क कुछ इस कदर चढ़ा की फिर कोई दूसरा रंग चढ़ने की गुंजाइश ही नहीं रही। क्रमशः